विदेशी विनिमय बाजार

तकनीकी विश्लेषण

तकनीकी विश्लेषण

एडिटोरियल

यह एडिटोरियल 27/11/2022 को ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ में प्रकाशित “The pivotal role of sport in an aspirational India” लेख पर आधारित है। इसमें खेलों के महत्त्व तकनीकी विश्लेषण और भारत द्वारा विभिन्न खेलों के संचालन के मॉडल पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता के बारे में चर्चा की गई है।

संदर्भ

स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है। इस बात के प्रमाण बढ़ रहे हैं कि खेल युवाओं में व्यक्तिगत और सामाजिक कौशल के विकास के लिये एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करते हैं। खेल को करियर विकल्प के रूप में देखे जाने की संभावना अन्य पारंपरिक करियर विकल्पों की तुलना में इसकी स्थिति एवं वरीयता के प्रश्न को जन्म देती है।

  • भारत में खेलों को करियर के रूप में अपनाने की राह में सामाजिक-आर्थिक, भाषाई, सांस्कृतिक, आहार संबंधी आदतें, सामाजिक वर्जनाएँ और तकनीकी विश्लेषण लैंगिक पूर्वाग्रह जैसी कई बाधाएँ शामिल हैं, जो भारत की युवा महत्वाकांक्षी आबादी के एक बड़े हिस्से को खेल के प्रति अपने उत्साह को बनाए रखने से हतोत्साहित करती हैं।
  • भारत में खेल प्रशासन (Sports Governance in India) को नया रूप देने और खेल संस्कृति के लोकतंत्रीकरण की दिशा में आगे बढ़ने की आवश्यकता है।

भारत में खेल शासन का इतिहास

  • 1950 के दशक की शुरुआत में केंद्र सरकार ने देश में खेलों के गिरते मानकों को समझने के लिये अखिल भारतीय खेल परिषद(All India Council of Sports- AICS) का गठन किया।
  • वर्ष 1982 में एशियाई खेलों (Asian games) के आयोजन बाद खेल विभाग (Department of Sports) को युवा कार्यक्रम और खेल विभाग (Department of Youth Affairs and Sports) में रूपांतरित कर दिया गया।
  • वर्ष 1984 में राष्ट्रीय खेल नीति (National Sports Policy) का निर्माण हुआ।
  • वर्ष 2000 में विभाग को युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय (Ministry of Youth Affairs and Sports- MYAS) में रूपांतरित कर दिया गया।
  • वर्ष 2011 में युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय ने भारतीय राष्ट्रीय खेल विकास संहिता, 2011 (National Sports Development Code of India 2011) को अधिसूचित किया।
  • वर्ष 2022 में नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा एरोबेटिक्स, एरो-मॉडलिंग, बैलूनिंग, ड्रोन, हैंग ग्लाइडिंग और पावर्ड हैंग ग्लाइडिंग, पैराशूटिंग आदि के लिये राष्ट्रीय वायु खेल नीति 2022 (NASP 2022) लॉन्च की गई।

भारत में खेल क्षेत्र से संबंधित वर्तमान चुनौतियाँ

  • खेलों के प्रति पारिवारिक रुझान की कमी: भारत में अधिकांश परिवार अपने बच्चों पर शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने और इंजीनियर, डॉक्टर या सफल उद्यमी बनने के लिये कड़ी मेहनत करने का दबाव रखते हैं।
    • इसमें अंतर्निहित भावना यह है कि खेलों में योग्य आजीविका अवसरों का अभाव है और ये एक संपन्न/समृद्ध जीवन के संचालन में मदद नहीं कर सकते।
    • गरीबी के कारण आधारभूत खेल अवसंरचना तक तकनीकी विश्लेषण पहुँच की कमी, स्टेडियमों तथा अन्य खेल अवसंरचनाओं एवं अवसरों का शहरों में केंद्रित होना, बालिकाओं के लिये खेलों में भाग लेने हेतु प्रोत्साहन की कमी आदि ने देश में एक सकारात्मक खेल संस्कृति के विकास को बाधित किया है।
    • खेलों के मामले में भी यही बात लागू होती है। अभी तक की स्थिति यह है कि संसाधनों की कमी के कारण देश में खेल नीति नियोजन एवं कार्यान्वयन केंद्रीकृत है, जो आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग, ओलंपिक खेलों में बिडिंग स्कैम, महिला हॉकी टीम में यौन उत्पीड़न जैसी कई घटनाओं का कारण बना है।
    • चाहे वह सबसे लोकप्रिय क्रिकेट हो या हॉकी अथवा भारोत्तोलन, भारत में अधिकांश खेल प्राधिकरण भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण निशाने पर रहे हैं।
    • इसके अलावा, लंबे समय तह खेल निकायों के प्रबंधन से राजनीतिक व्यक्तियों की संलग्नता और ‘राष्ट्रमंडल खेल 2010’ से जुड़े विवादों ने भारत में खेल प्रशासकों की छवि को पर्याप्त धूमिल किया।
    • देश में एंटी-डोपिंग एजेंसी के गठन के बावजूद अभी भी इस समस्या को प्रभावी ढंग से संबोधित किया जाना शेष है।
    • इसके कारण छोटे बच्चे कम उम्र में ही मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी विभिन्न बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।

    खेल क्षेत्र से संबंधित सरकार की विभिन्न पहलें

    आगे की राह

    • खेल संस्कृति का लोकतंत्रीकरण: भारत में खेल शासन के लिये एक सुदृढ़ ढाँचे का निर्माण कर भारत की खेल संस्कृति को ज़मीनी स्तर पर पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है।
      • भारतीय शिक्षा प्रणाली में खेलों को ऐतिहासिक रूप से पीछे छोड़ दिया गया है। खेलों के प्रति विद्यालयों के दृष्टिकोण में परिवर्तन में भारत में खेल परिदृश्य को नया रूप देने की क्षमता है।
        • ‘फिट इंडिया मूवमेंट’ में कहा गया है कि विद्यालय अपने पाठ्यक्रम में पारंपरिक और क्षेत्रीय खेलों को शामिल कर सकते हैं लेकिन खेल को पाठ्यक्रम का एक अनिवार्य घटक बनाने को अभी और स्पष्ट करने की आवश्यकता है।
        • BCCI पर न्यायमूर्ति लोढ़ा समिति की अनुशंसाओं का विस्तार अन्य सभी खेल निकायों के लिये करना इस दिशा में एक सकारात्मक कदम होगा।
        • इसके साथ ही, महिला खेल में निवेश के अंतर को भरने और महिलाओं एवं बालिकाओं के लिये समान आर्थिक अवसरों को बढ़ावा देने की भी आवश्यकता है। BCCI द्वारा हाल ही में क्रिकेट में लैंगिक वेतन समानता (Gender Pay Parity) लागू करना इस दिशा में आशाजनक कदम है।
        • बुनियादी ढाँचे की गुणवत्ता को ग्रामीण स्तर तक विस्तारित किया जा सकता है और क्षेत्रीय केंद्रों को उन लोगों के लिये उपलब्ध कराया जाना चाहिये जो अपने खेल करियर को पेशेवर स्तर तक ले जाने के प्रति गंभीर हैं।
        • खेलों में इस तकनीकी क्रांति के माध्यम से नए रोज़गार अवसर तकनीकी विश्लेषण सृजित हो रहे हैं, विशेष रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा साइंस के क्षेत्र में। इससे भारत के युवा जनसांख्यिकीय लाभांश को फायदा पहुँच सकता है।

        अभ्यास तकनीकी विश्लेषण प्रश्न: भारत में खेलों को कैसे विनियमित किया जाता है और भारत के खेल शासन में व्याप्त प्रमुख समस्याएँ कौन-सी हैं? विचार कीजिये।

        UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्षों के प्रश्न (PYQs)

        Q1. वर्ष 2000 में स्थापित लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवार्ड के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (वर्ष 2021)

        1. अमेरिकी गोल्फर टाइगर वुड्स इस पुरस्कार के पहले विजेता थे।
        2. यह पुरस्कार अब तक ज़्यादातर 'फॉर्मूला वन' के खिलाड़ियों को ही मिला है।
        3. रोजर फेडरर को यह पुरस्कार दूसरों की तुलना में सबसे अधिक बार मिला है।

        उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा सही है?

        (A) केवल 1 और 2
        (B) केवल 2 और 3
        (C) केवल 1 और 3
        (D) 1, 2 और 3

        उत्तर: (C)

        Q2. ICC विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (वर्ष तकनीकी विश्लेषण 2021)

        1. फाइनल में उनके द्वारा जीते गए मैचों की संख्या से निर्णय लिया गया था।
        2. न्यूज़ीलैंड को इंग्लैंड से आगे स्थान दिया गया क्योंकि उसने इंग्लैंड से अधिक मैच जीते।

        उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

        (A) केवल 1
        (B) केवल 2
        (C) 1 और 2 दोनों
        (D) न तो 1 और न ही 2

        DHANBAD NEWS: हार्मोनिक विश्लेषण और अनुप्रयोगों पर राष्ट्रीय सम्मेलन की शुरुआत, छात्रों को इंजीनियरिंग की तुलना में गणित पढ़ाना आसान है!

        DHANBAD NEWS: हार्मोनिक विश्लेषण और अनुप्रयोगों पर राष्ट्रीय सम्मेलन की शुरुआत, छात्रों को इंजीनियरिंग की तुलना में गणित पढ़ाना आसान है!

        Dhanbad news,Dhanbad news today,Dhanbad newspaper today,latest Dhanbad news,Dhanbad news live,Dhanbad news Hindi,Dhanbad news in Hindi,Dhanbad news Prabhat Khabar,Prabhat Khabar तकनीकी विश्लेषण Dhanbad news,Dhanbad news live,Dhanbad local news

        हार्मोनिक विश्लेषण और अनुप्रयोगों पर राष्ट्रीय सम्मेलन शुक्रवार को धनबाद में IIT ISM में शुरू हुआ। इस दौरान निदेशक प्रोफेसर राजीव शेखर ने इंजीनियरिंग संस्थान के कर्मचारियों से आग्रह किया कि वे तकनीकी छात्रों, विशेषकर आईआईटीयन को गणित पढ़ाने के नए तरीकों की जांच करें। गणित और कम्प्यूटिंग विभाग ने स्वर्ण जयंती व्याख्यान थियेटर में कार्यक्रम की मेजबानी की। आप एक इंजीनियर को गणित कैसे पढ़ाते हैं? किसी इंजीनियर को गणित पढ़ाना जितना आसान है, गणित के छात्रों को गणित पढ़ाना उतना ही आसान है।

        “आईआईटी कानपुर ने इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में गणित की सटीकता और कठोरता को शामिल करने का विकल्प भी चुना है, जबकि इसे हर दस साल में फिर से लिखा जाता है।” हालांकि, उन्होंने अंततः सीखा कि एक इंजीनियर का प्राथमिक ध्यान प्रमेय के बजाय समस्या समाधान है। आईआईटी में गणित पढ़ाना विश्वविद्यालयों या कॉलेजों में पढ़ाने से काफी अलग है। प्रो. आर.के. उपाध्याय, प्रो. ए. जायसवाल और अन्य उपस्थित थे।

        घर खरीदने के लिए डिजिटल लोन आएगा आपके काम, जानिए इसके फायदे

        Digital Loan : घर खरीदने के लिए डिजिटल लोन आपके काम आ सकता है. क्योंकि डिजिटल लोन लेने में ज्यादा समय नहीं लगता है और सारी प्रक्रिया जल्दी ही ऑनलाइन हो जाती है.

        घर खरीदने के लिए डिजिटल लोन आएगा आपके काम, जानिए इसके फायदे

        TV9 Bharatvarsh | Edited By: Neeraj Patel

        Updated on: Dec 03, 2022 | 12:56 PM

        Digital Loan Benefits : अगर आप होम लोन लेना चाहते हैं तो आप आसानी से डिजिटल रूप में भी लोन ले सकते हैं. डिजिटल लोन के भी कई फायदे हैं. जो आपके काम आ सकते हैं. आज के समय में विशेष रूप से मध्यम आय वर्ग या उससे नीचे के लोग बिना उधार लिए घर खरीदने का जोखिम नहीं उठा सकते है. वहीं होम लोन (Home Loan) पर टैक्स लाभ उच्च आय वर्ग के लोगों को घर की संपत्ति खरीदने के लिए उधार लेने के लिए भी लुभाता है. इसलिए घर खरीदने के लिए डिजिटल लोन (Digital Loan) आपके काम आ सकता है. क्योंकि डिजिटल लोन लेने में ज्यादा समय नहीं लगता है और सारी प्रक्रिया जल्दी ही ऑनलाइन हो जाती है. इसके लिए आपको कहीं भी जाने की जरूरत नहीं पड़ती है. और बैंक या किसी संस्थान से लोन लेने में काफी समय लग जाता है.

        बता दें कि सभी दस्तावेजों के भौतिक सत्यापन की आवश्यकता और कर्ज स्वीकृति प्रक्रिया में कई जांच बिंदुओं को शामिल करने से भी लोन स्वीकृत होने में बहुत देरी हो जाती है. भौतिक प्रक्रिया भी आवेदन की स्थिति की निगरानी और ट्रैकिंग को कठिन बना देती है. ऐसे में डिजिटल होम लोन प्रक्रियात्मक अंतरालों को काफी हद तक पाटने का प्रयास करते हैं और प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और कुशल बनाते हैं.

        डिजिटल प्रक्रिया ने तकनीकी क्रांति को किया तेज

        इसके अलावा पहले कोरोना महामारी के दौरान डिजिटल प्रक्रिया ने भारत में तकनीकी क्रांति को जबरदस्त रूप से तेज कर दिया है, जिससे लोग अपने दैनिक जीवन में डिजिटलीकरण को अपना रहे हैं. डिजिटल प्रौद्योगिकी में तकनीकी विश्लेषण प्रगति और वित्त और प्रौद्योगिकी के अभिसरण से सुविधा ने डिजिटल होम लोन के वितरण को भी आसान बना दिया है. सीईओ और संस्थापक, ईजीलोन ने डिजिटल होम लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के कुछ लाभों के बारे में जानकारी दी है जो आपके लिए फायदेमंद हो सकती है.

        ये भी पढ़ें

        एलआईसी की व्हाट्सऐप सर्विस से हो सकेंगे ये 11 काम, नहीं पता तो यहां लें जानकारी

        एलआईसी की व्हाट्सऐप सर्विस से हो सकेंगे ये 11 काम, नहीं पता तो यहां लें जानकारी

        अब आधार के जरिए जल्द बन जाएगा Digital PAN Card, शुरू हुई नई सुविधा

        अब आधार के जरिए जल्द बन जाएगा Digital PAN Card, शुरू हुई नई सुविधा

        नए साल में मारुति सुजुकी बढ़ाएगी दाम, तो ये कम्पनियां लांच करेंगी नई गाड़ियां

        नए साल में मारुति सुजुकी बढ़ाएगी दाम, तो ये कम्पनियां लांच करेंगी नई गाड़ियां

        देश के इस राज्य में छात्रों को सरकार दे रही 51 हजार रुपए, ऐसे उठाएं लाभ

        देश के इस राज्य में छात्रों को सरकार दे रही 51 हजार रुपए, ऐसे उठाएं लाभ

        ये है डिजिटल लोन लेने के फायदे

        1. एक बार चयन हो जाने के बाद होम लोन आवेदन की पारंपरिक विधि में दस्तावेज सत्यापन और जमा करने के उद्देश्य से बैंकों के कई दौरे होंगे, जबकि डिजिटल होम लोन में उधारकर्ता डिजिटल रूप से अपने दस्तावेज अपलोड कर सकते हैं. लगभग सभी बैंक डिजिटल प्रतियां जमा करने को प्रोत्साहित करते हैं. इसके अलावा, कई संस्थान घर पर दस्तावेज सत्यापन का विकल्प प्रदान करते हैं. नतीजतन, प्रक्रिया को अपने घर से आराम से पूरा किया जा सकता है.
        2. डिजिटल होम लोन के अधिकांश चरण और प्रक्रियाएं डिजिटल हैं, और पूरी प्रणाली मानकीकृत है. नतीजतन, अनावश्यक देरी से बचा जाता है. उदाहरण के लिए आवेदन 8 से 10 मिनट में पूरा और सबमिट किया जा सकता है. वास्तव में, कई वित्तीय संस्थान 24 घंटों के भीतर लोन स्वीकृति की गारंटी देते हैं.
        3. डिजिटल होम लोन द्वारा प्रदान किए गए अतिरिक्त लचीलेपन से उधारकर्ताओं को लाभ होता है. उदाहरण के लिए, यदि कर्ज चुकाने के दौरान आवेदक की वित्तीय परिस्थितियों में परिवर्तन होता है, तो लोन चुकाने के नियम और शर्तों को एक ऑनलाइन कार्यकारी की सहायता से बदला जा सकता है.
        4. प्रक्रिया में प्रौद्योगिकी को शामिल करने के कारण कर्ज के लिए आवेदन करने और सुरक्षित करने का पारंपरिक तरीका बदल गया तकनीकी विश्लेषण है. नतीजतन, डिजिटल होम लोन अपने कई लाभों के कारण, उधारकर्ताओं के लिए एक आकर्षक विकल्प के रूप में उभरा है. इनमें समय और धन की बचत, कर्ज अधिग्रहण के दौरान और बाद की स्थितियों में लचीलेपन की अनुमति देना और कई कर्ज विकल्पों की तुलना और विश्लेषण करना आसान है.

        English News Headline : Digital Loan Benefits of Digital Loan For buy Home.

        Delhi Crime: आफताब के बाद अब मनप्रीत, लिव इन पार्टनर का किया कत्ल, पटियाला से हुआ गिरफ्तार

        दिल्ली में हुई श्रद्धा वालकर हत्याकांड की जांच चल ही रही है कि एक और लिव इन पार्टनर के कत्ल का मामला सामने आया है। दिल्ली के तिलक नगर इलाके में अपने लिव-इन पार्टनर की हत्या करने वाले एक व्यक्ति को शुक्रवार को पंजाब के पटियाला से गिरफ्तार किया गया।

        नई दिल्ली, एजेंसी: दिल्ली में हुई श्रद्धा वालकर हत्याकांड की जांच चल ही रही है कि एक और लिव इन पार्टनर के कत्ल का मामला सामने आया है। दिल्ली के तिलक नगर इलाके में अपने लिव-इन पार्टनर की हत्या करने वाले एक व्यक्ति को शुक्रवार को पंजाब के पटियाला से गिरफ्तार किया गया। स्पेशल क्राइम ब्रांच के सीपी रविंदर यादव के मुताबिक, 2 दिसंबर को क्राइम ब्रांच की एक टीम ने दिल्ली के पश्चिम विहार ईस्ट के संगम विहार अपार्टमेंट में रहने वाले 45 वर्षीय मनप्रीत सिंह को पटियाला के गांव अलीपुर से गिरफ्तार किया।

        दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए मतदान आज, 1349 प्रत्याशियों की किस्मत दांव पर

        गिरफ्तारी से बचने के लिए भागा था पंजाब

        बता दें कि आरोपित रेखा रानी की हत्या के मामले में फरार था। इस मामले में 1 दिसंबर को तिलक नगर थाना में आईपीसी की धारा 302/201 के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस के मुताबिक, आरोपी उसकी हत्या करने के बाद अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए कार से पंजाब भाग गया था। बता दें कि पुलिस ने विशेष तकनीकी जांच की मदद से आरोपित की कार को टोल नाके से ट्रैक किया और उसे पंजाब में उसके गांव से गिरफ्तार किया। आरोपित को सीआरपीसी की धारा 41.1 (डी) के तहत गिरफ्तार किया गया है। वह पहले भी सात जघन्य अपराध के मामलों में शामिल है जिनमें फिरौती के लिए अपहरण, हत्या का प्रयास, आर्म्स एक्ट आदि अपराध शामिल हैं।

        सड़क पर खड़े पांच लोगों को पिकअप वाहन ने रौंदा, दो की मौत

        बेटी ने बताया मां का चल रहा था माइग्रेन का इलाज

        वर्तमान में यह मामला तिलक नगर के गणेश नगर निवासी रेखा रानी की बेटी के बयान पर दर्ज किया गया था। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, उसने बताया कि वह गुरु हरकिशन पब्लिक स्कूल में 10वीं कक्षा की छात्रा है। वह अपने घर पर अपनी मां और चाचा मनप्रीत के साथ रहती है। उसने यह भी बताया कि उसकी मां का माइग्रेन का इलाज चल रहा है।

        चाचा ने गोलियां खिलाकर सुला दिया था

        रेखा रानी की बेटी ने बताया कि 1 दिसंबर को जब वह सुबह 6 बजे उठी तो उसके चाचा मनप्रीत ने उसे गोलियां दीं और सोने को कहा दिया। जब उसे शक हुआ तो उसने मनप्रीत से मां का पता पूछा। उसने बताया कि वह बाजार गई थी। उसने इस घटना के बारे में अपने चचेरे भाई को फोन किया और पश्चिम विहार में अपने चचेरे भाई के घर चली गई। उन्होंने मदद के लिए पुलिस को फोन किया और देखा कि गणेश नगर वाला घर को बंद है। उसने बताया कि मनप्रीत और उसकी मां के बीच कुछ समय से पैसों को लेकर झगड़ा चल रहा था। उसे शक है कि मनप्रीत ने उसकी मां के साथ कुछ किया है।

        दो दिन में ही 550 छात्रों को नौकरी का प्रस्ताव, 50 को एक करोड़ का पैकेज

        आरोपित बार-बार बदलता रहा अपना पता

        पुलिस द्वारा जब घर का दरवाजा खोला गया तो देखा कि उसकी मां मृत अवस्था में पड़ी हुई थी। स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा कि रेखा के तकनीकी विश्लेषण चेहरे और गर्दन पर कई चोट के निशान थे, उसकी दाहिने हाथ की एक उंगली कटी हुई थी। इसे देख स्थानीय सूचना, सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी निगरानी, सीडीआर विश्लेषण के आधार पर क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपित मनप्रीत को पकड़ने के लिए काम शुरू कर दिया था। उसे ट्रैक करने के लिए गुप्त मुखबिरों को भी काम पर लगा दिया गया था। पुलिस के मुताबिक आरोपित बार-बार अपना पता और ठिकाना बदल रहा था।

        शादी में बिना बुलाए पहुंचे अधेड़ की पीट-पीटकर हत्या

        2015 में हुई थी रेखा की मनप्रीत से मुलाकात

        दिल्ली पुलिस के मुताबिक, साल 2015 में मनप्रीत रेखा रानी के संपर्क में आया था, जिसके बाद वे प्यार में पड़ गए और तिलक नगर के गणेश नगर में साथ लिव-इन में रहने लगे। कुछ ही समय बाद रेखा मनप्रीत पर शक करने लगी थी। रेखा मनप्रीत को न तो उसके परिवार से बात करने देती और न उनसे मिलने देती। मनप्रीत रेखा के साथ रिश्ते में फंसा हुआ महसूस कर रहा था। इसलिए, उसने उसे खत्म करने की योजना बनाई।

रेटिंग: 4.63
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 691
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *