Bitcoin क्या है

What is Cyrptocurrency: क्या है क्रिप्टोकरंसी, जिसके खतरों ने भारत समेत दुनियाभर की सरकारों की नींद उड़ा कर रख दी
What is Bitcoin: क्रिप्टोकरंसी की ओर लोगों की बढ़ती रुचि ने सरकारों को टेंशन में डाल दिया है. सिडनी डायलॉग में खुद पीएम नरेंद्र मोदी इस पर चिंता जता चुके हैं.
By: ABP Live | Updated at : 19 Nov 2021 07:19 AM (IST)
Cyrptocurrency News: क्रिप्टोकरंसी की ओर लोगों की बढ़ती रुचि ने सरकारों को टेंशन में डाल दिया है. सिडनी डायलॉग में खुद पीएम नरेंद्र मोदी इस पर चिंता जता चुके हैं. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि क्रिप्टोकरंसी को लेकर दुनिया भर की सरकारों को साथ काम करना चाहिए. अगर यह गलत नेटवर्क में चला गया तो युवाओं की जिंदगी तबाह हो सकती है. 29 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में मोदी सरकार इसे लेकर बिल ला सकती है.
सबसे पहले जानें क्या है क्रिप्टोकरंसी?
क्रिप्टोकरंसी में कंप्यूटरों का एक नेटवर्क क्रिप्टोग्राफी तकनीक से लेनदेन करवाता है. इस क्रिप्टोग्राफी तकनीक में ना तो पेमेंट लेने वाले की पहचान और न ही पेमेंट देने वाले की पहचान सामने आती है. बिटकॉइन भी एक तरह की क्रिप्टोकरंसी है. बिटकॉइन की तरह कई और क्रिप्टोकरंसी इस वक्त बाजार में मौजूद हैं. जैसे डार्क कॉइन, लाइट क्वाई, बाइनस कॉइन वगैरह. इन सब में सबसे प्रचलित क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन है. बिटकॉइन का अपना माइनिंग एक्सचेंज है.
बिटकॉइन पर किसी सरकार, राज्य या बैंक का कंट्रोल नहीं होता है. इसे ना तो जब्त किया जा सकता है ना ही इसके ट्रांजेक्शन को कोई सरकार रोक सकती है. इस मुद्रा का असली मालिक कौन है? और उसने किस-किस को भुगतान किया है? इसका पता लगाना असंभव है. अपने ट्रांजेक्शन को केवल वही देख सकता है, जिसने वो भुगतान लिया है या दिया है. इसमें लेनदेन करने वालों की पहचान एक डिजिटल "की" यानी चाबी के रूप में रहती है. इस करंसी में किसी नाम या पते की कोई जरूरत नहीं है.
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क्रिप्टोग्राफी क्या होती है?
बिटकॉइन एक क्रिप्टोकरंसी है. यानी इसका लेनदेन क्रिप्टोग्राफी तकनीक पर होता है. क्रिप्टोग्राफी का मतलब होता है गोपनीय संचालन. यानी एक सुरक्षित कम्युनिकेशन. इस तकनीक में कंप्यूटरों के एक नेटवर्क में डेटा को इस तरह इनक्रिप्ट किया जाता है, जिससे केवल बिटकॉइन लेने और देने वालों के अलावा इस सूचना को कोई ना देख पाए. यहां तक कि क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज का ऑपरेटर भी इससे दूर रहता है. ये सारा काम केवल मशीनों के जरिए संचालित होता है. मशीन को भी असली लेने वाले और देने वाले की पहचान नहीं दी जाती. वो इन्हें केवल एक नंबर की तरह समझता है और ये नंबर केवल दो लोगों के पास होता है जो बिटकॉइन खरीद रहा है और जो बेच रहा है.
क्रिप्टोकरंसी यानी बिटकॉइन की माइनिंग कैसे होती है ?
माइनिंग का मतलब होता है खुदाई. चूंकि बिटकॉइन का कोई आकार नहीं है, जैसे परंपरागत करंसी का होता है. ये एक वर्चुअल यानी डिजिटल करंसी है. इसे क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज से क्रिएट किया जाता है. इसे ही माइनिंग कहते हैं. यानी जितनी ज्यादा माइनिंग उतना ज्यादा प्रचलन. चूंकि एक्सचेंज में बिटकॉइन एक सीमित संख्या में होता है. इसलिए इसकी माइनिंग जब ज्यादा होगी यानी मांग ज्यादा होगी तो इसकी कीमत बढ़ती है और अगर इसकी मांग कम हो तो कीमत कम हो जाती है.
क्रिप्टोकरंसी पर भारत सरकार का पक्ष क्या है?
भारत सरकार बिटकॉइन को अपनी अर्थव्यवस्था में मान्यता नहीं देती. 2007 और 2017 में रिजर्व बैंक ने इस करंसी के इस्तेमाल को लेकर अलर्ट जारी किया था. इसमें कहा गया था कि Bitcoin क्या है इस मुद्रा के प्रचलन की आधिकारिक अनुमति नहीं दी गई है और इसका लेनदेन जोखिम भरा है.
सरकार के लिए बिटकॉइन के खतरे क्या हैं?
चूंकि बिटकॉइन में इस मुद्रा के लेन-देन करने वालों की जानकारी लेना असंभव है. इसलिए किसी भी सरकार के अपनी अर्थव्यवस्था नियंत्रित करने के सारे साधन बिटकॉइन पर लागू नहीं होंगे और आपात स्थिति में सरकार अपनी अर्थव्यवस्था के जोखिम को नियंत्रित नहीं कर पाएगी. इस करंसी Bitcoin क्या है में मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकवाद, हथियार और ड्रग्स के कारोबार के संचालन और उसके अपराधियों की पहचान करना असंभव होगा और इसे रोकना बेहद मुश्किल हो जाएगा.
अगर ये करंसी किसी भी देश की परंपरागत मुद्रा से Bitcoin क्या है ज्यादा मात्रा में उस देश में प्रचलित हो जाएगी तो वहां के बैंक और सरकारों को अपने नागरिकों की आय या फिर टैक्स प्रणाली में उन्हें शामिल करना असंभव हो जाएगा. राज्य की आर्थिक शक्ति कंप्यूटरों के हाथ में चली जाएगी. यानी सरकार की मुद्रा जारी करने की शक्ति और उसकी संप्रभुता दोनों खत्म हो जाएगी.
आम आदमी के लिए खतरे
आप इसे खरीदने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन इसे बेचना पूरी तरह से इसके खरीददारों या फिर क्रिप्टो एक्सचेंज पर निर्भर करता है. यानी आप इस दुनिया में अपनी मर्जी से शामिल तो हो सकते हैं लेकिन इससे पूरी तरह निकलने में सिर्फ आपकी मर्जी नहीं चलेगी. अगर आपके साथ धोखा होता है. आपकी क्रिप्टोकरंसी चोरी कर ली जाती है या फिर उसे लूट लिया जाता है तो आप को वो वापस कभी नहीं मिलेगी. क्योंकि एक्सचेंज को भी ये नहीं पता होगा कि जो क्रिप्टोकरंसी लूटी गई है उसके असली मालिक आप ही थे.
लूटने वाला आराम से उससे खरीददारी कर लेगा और उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा क्योंकि उसके असली नाम और पते के बारे में भी एक्सचेंज को कुछ नहीं पता होगा. इसकी कीमतें कैसे बढ़ रही हैं और कब कम होंगी इसका कोई भी प्रमाणिक और पारदर्शी तरीका नहीं है. यानी इसकी आर्टिफिशियल हाइक और डिप क्रिएट कर के आपको लूटा भी जा सकता है.
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Published at : 19 Nov 2021 07:15 AM (IST) Tags: Cryptocurrency Cryptocurrencies Bitcoin News cryptocurrency news हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi
बिटकॉइन क्या है – WHAT IS BITCOIN
बिटकॉइन क्या है WHAT IS BITCOIN
मात्र आठ से दस साल में पैसा कई लाख गुना बढ़ गया है
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क्रिप्टो करेंसी – crypto currency बिटकॉइन के बारे में जानने से पहले आपको क्रिप्टो करेंसी के बारे में जानना पड़ेगा. क्रिप्टो करेंसी के पहले आपको मुद्रा के बारे में जानना पड़ेगा. पहले के जमाने में सामान, वस्तुओं का लेनदेन वस्तुओं या जानवरों के द्वारा होता था. समय बदला धीरे-धीरे व्यापार बढ़ने लगा तो देशों के बीच में होने लगा, विश्व स्तर पर पहुंचने लगा तो हर देश की अपनी अपनी मुद्राएं होने लगी. मुद्रा पहले सिक्के में हुआ करती थी फिर उनके देश के करेंसी अलग बनने लगी फिर इसे विश्व में मान्यताएं मिलने लगी. इस प्रकार हर देश के अलग-अलग करंसी बनी जैसे भारत की करेंसी रुपया है. अधिकतर जगह डॉलर चलता है. यूरोप में यूरो चलता है.
वर्तमान समय में डिजिटल युग है इसमें एक नई प्रकार की करेंसी का जन्म हुआ जिसे क्रिप्टो करेंसी कहते हैं उसमें आज सबसे महंगी करेंसी क्रिप्टोकरंसी जो है वह बिटकॉइन. ….
BITCOIN क्या है ?
बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा (currency) है. आभासी मुद्रा यानी जिस currency को हम छू नहीं सकते और ना ही देख सकते हैं. मुद्रा जैसे पैसा, रुपया, डॉलर को हम छू सकते हैं लेकिन आभासी मुद्रा इसी के विपरीत होती है Cryptocurrency जिसे हम छू नहीं सकते हैं और ना ही देख सकते हैं।
Bitcoin सबसे पहली Cryptocurrency थी जिसकी शुरुआत 3 जनवरी 2009 को हुई थी. कहा जाता है इसके संस्थापक सोतशी नाकामोतो (Satoshi Nakamoto) हैं। इसके अलावा और भी अन्य सारी Cryptocurrency है – रेड कॉइन, सिया कॉइन, एसवाईएस कॉइन (सिस्कोइन), वॉइस कॉइन आदि।
बिटकॉइन ट्रेडिंग डिजिटल वॉलेट (Digital wallet) के जरिए होती है. … दुनियाभर की गतिविधियों के हिसाब से बिटकॉइन की कीमत घटती बढ़ती रहती है. पूरी तरीके से डिजिटली कंट्रोल (Digitally controlled currency) होने वाली करंसी है. बिटकॉइन ट्रेडिंग का कोई निर्धारित समय नहीं होता है.
बिटकॉइन एक स्वचालित सॉफ्टवेयर है जिसे विशेष रूप से बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी के व्यापार के लिए डिज़ाइन किया गया है। सॉफ्टवेयर कोडित एल्गोरिदम के आधार पर उच्च गुणवत्ता वाले ट्रेडिंग सिग्नल उत्पन्न करता है और वास्तविक समय में उन्हें बाजार में निष्पादित करता है. देखे वेबसाइट
बिटकोइन को कैसे खरीदे?
बिटकॉइन खरीदने के नियम है.इसे एक उचित माध्यम से ही ख़रीदा और बेचा जा सकता है.
- इसके लिए सामान्य बैंकिंग नियम के अनुसार परिचय पत्र ID प्रूफ होना अनिवार्य है.
- आपका किसी भी पारंपरिक बैंक में खाता होना अनिवार्य है.
- आपके पास पेन कार्ड होना अनिवार्य है.
- बिट कोइन को आप ऑनलाइन खरीद बेच सकते है.
बिटकॉइन वास्तव में एक माइनिंग की प्रक्रिया को कहते है जैसे खदानों से सोना, चांदी, खनिज, कोयला निकला जाता है वैसे ही बिटकॉइन को उच्च गड़ना वाले कंप्यूटर से संचालित किया जाता है.
बिटकॉइन की लोकप्रियता
सन 2011 में बिटकॉइन की लोकप्रियता बढ़ने लगी थी। लोग धीरे-धीरे इसका इस्तेमाल करने लगे थे. चूँकि इस मुद्रा से लोगों का पैसा दिन दुगना रात चोगुना बढ़ रहा था. सरकार या किसी बैंक की इस में दखलअंदाजी नहीं होती. दूसरी प्रतिस्पर्धी कंपनी भी बाजार में आ रही थी औ बिटकोइन का मूल्य बढ़ रहा था.
सर्वोच्च न्यायालय का फैसला
लेकिन मार्च 2020 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने कहा की इस पर कानून बनना चाहिय. अभी आरबीआई ने फिर एक बार कहा था कि वे भारत की ख़ुद की क्रिप्टो करेंसी को लाने और उसके चलन को लेकर विकल्प तलाश रही है. सरकार के भविष्य के फ़ैसले को लेकर एक नज़रिया यह भी बेहद निर्णायक होगा कि भारत में इस मुद्रा का कैसे इस्तेमाल होगा. सरकार ने साफ़ किया है कि वे क्रिप्टो करेंसी को रखने वालों को इसे बेचने के लिए वक़्त देगी. इसका कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं है कि कितने भारतीयों के पास क्रिप्टो करेंसी है या कितने लोग इसमें व्यापार करते हैं लेकिन कई मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि करोड़ों लोग डिजिटल करेंसी में निवेश कर रहे हैं और महामारी के दौरान इसमें बढ़ोतरी हुई है.
कैसे होती है बिटकॉइन में ट्रेडिंग? (How to trade in bitcoin?)
बिटकॉइन ट्रेडिंग डिजिटल वॉलेट (Digital wallet) के जरिए होती है. बिटकॉइन की कीमत दुनियाभर में एक समय पर समान रहती है. इसलिए इसकी ट्रेडिंग मशहूर हो गई. दुनियाभर की गतिविधियों के हिसाब से बिटकॉइन की कीमत घटती बढ़ती रहती है. इसे कोई देश निर्धारित नहीं करता बल्कि डिजिटली कंट्रोल (Digitally controlled currency) होने वाली करंसी है. बिटकॉइन ट्रेडिंग का कोई निर्धारित समय नहीं होता है. इसकी कीमतों में उतार-चढ़ाव भी बहुत तेजी से होता है.
बिटकॉइन यह क्रिप्टो करेंसी की पहली विकेंद्रीकृत डिजिटल मुद्रा है यह किसी केंद्रीय बैंक द्वारा संचालित नहीं होती बल्कि कंप्यूटर नेटवर्किंग पर आधारित भुगतान है. कंप्यूटिंग पावर का इस्तेमाल करके ट्रांजैक्शन को किया जाता है. नेट पर पूरी तरह से सुरक्षित होता है यह एक बिट कंप्यूटर सेंटर की तरह होता है जो जिसका कोई केंद्रीय मुख्यालय नहीं होता है. पूरे विश्व में अलग-अलग जगह संचालित होता है यह वही लोग कर पाते हैं जो उच्च स्तरीय कंप्यूटर के मास्टर होते हैं और विशेष गणना वाले जिनके पास कंप्यूटर होते हैं. सुपर कंप्यूटर टाइप के बिटकॉइन के लेनदेन के लिए बिटकॉइन एड्रेस का प्रयोग करके कोई भी ब्लॉकचेन में अपना खाता बनाकर इसके जरिए बिटकॉइन का लेनदेन कर सकता है.
बिटकॉइन कैसे ख़रीदे और बेचे.
Wazirx, Unocoin, binance जैसी सेवा प्रदाता कंपनियों से आप ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा कर आप आसानी से बिटकॉइन खरीद और बेच सकते हो. इसके लिए आपको इन कंपनी में अपना अकाउंट बनाना होगा जो डिजिटली वेरीफाई होगा, फिर आपके बैंक से लिंक होगा फिर आप इस वॉलेट की मदद से आप बिटकॉइन खरीद और बेच सकते हैं. https://bitcoin.org/en/
क्या जोखिम होता है
बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा है और उसमे जोखिम होने की संभावना होती है. मुद्रा तो पूर्ण रूप से सुरक्षित है क्योंकि उच्च स्तरीय कंप्यूटर में सुरक्षित रहती है किन्तु आपका खाता आपके कंप्यूटर में हैक हो जाता है तो आप खुद जिम्मेदार होगे. अगर बीच के सेवा प्रदाता कंपनी भाग जाती है तो आपका पैसा डूब सकता है.
बिटकॉइन का मूल्य
2009 में एक बिटकॉइन कीमत 20-25 पैसे थी आज बढ़कर लगभग ३५ से ३६ लाख है. कई लाख गुना कीतम मात्र 10-12 साल में बढ़ गई. बैंक 8 से 10 साल में पैसे दुगना करते हैं. जोखिम है तो लाभ भी बहुत ज्यादा है. अत सोच समझ कर ही इसमें पैसे लगाने चाहिए.
बिटकॉइन माइनिंग का क्या मतलब है
बिटकॉइन के बारे में आपको थोड़ा बहुत तो आइडिया होगा ही। ऐसे में आप यह भी जानते होंगे कि किस प्रकार से दिनों दिन Bitcoin का रेट बढ़ता ही जा रहा है, जिसके पास बिटकॉइन है वह बहुत ही जल्द अमीर होता जा रहा है। क्या आपने कभी इस बात पर विचार किया है, कि आखिर यह बिटकॉइन कहां से आता है और इसका Circulation अर्थात बिटकॉइन की माइनिंग किस प्रकार से होती है, इससे जुड़ी सभी जानकारी आपको आज हमारी इस ब्लॉग पोस्ट में मिल जाएगी।
बिटकॉइन क्या है ?
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बिटकॉइन एक प्रकार से वर्चुअल करेंसी/ crypto currency है। इस मुद्रा का उपयोग इंटरनेट के माध्यम से लेन देन के लिए किया जाता है। इसकी सबसे पहले शुरुआत 2009 में हुई थी, चूंकि वर्तमान के समय में धीरे-धीरे यह बहुत अधिक लोकप्रिय होती जा रही है। अतः आज एक बिटकॉइन की कीमत लाखों रुपए के रूप मे आंकी जाने लगी है। दूसरे शब्दों में कहें तो अब इस करेंसी को भविष्य की करेंसी के रूप में देखा जा रहा है।
आप सभी को पता होगा की Crypto currency एक Decentralized currency होती है।इसका मतलब है कि किसी भी कंट्री/सरकार का इसपर कोई विशेषाधिकार नहीं होता है। अतः अब सवाल आता है इस करेंसी को कौन उत्पन्न करता है? बता दें बिटकॉइन के संचालन हेतु इसके डाटा को दुनिया के विभिन्न देशों में बैठे हजारों की संख्या में Miners कंट्रोल करने में जुटे होते हैं। यही वजह कि इसे Decentralized सिस्टम नाम से पुकारा जाता है।
बिटकॉइन माइनिंग क्या है ?
बिटकॉइन माइनिंग का नाम सुनते ही आप सोच में पड़ गए होगे कि क्या बिटकॉइन कोयले या हीरे की खानों से संबंध रखता है, अगर आप ऐसा सोचते हैं तो बता दें कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। बिटकॉइन माइनिंग का अर्थ सोने और हीरे की माइनिंग से कतई नहीं है। हालांकि दोनों की माइनिंग की प्रक्रिया एक दूसरे से काफी अलग है, जिस प्रकार से गोल्ड और डायमंड माइनिंग करने के लिए खुदाई की जाती है वैसे ही बड़े बड़े कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के जरिए बिटकॉइन को जेनरेट करने का कार्य करते है।
बिटकॉइन माइनिंग की प्रोसेस क्या है ?
- बिटकॉइन माइनिंग एक बहुत ही बड़ा प्रोसेस है,जिसकी वजह से यह एक व्यक्ति के द्वारा कंट्रोल नहीं किया जा सकता है। इसलिए इस काम को करने के लिए बहुत सारे लोगों की जरूरत पड़ती है। बहुत सारे लोगों द्वारा किए जाने के कारण इसे Decentralized system भी कहते हैं। Bitcoin क्या है
- अगर आपने बिटकॉइन के माध्यम से कभी किसी भी प्रकार का पेमेंट किया है। अर्थात अपने bitcoin वॉलेट के माध्यम से अपने किसी अन्य व्यक्ति के वॉलेट में बैलेंस को ट्रांसफर किया है तो बता दें इस कार्य में बिटकॉइन Miners अहम भूमिका निभाते है।
- उन्हीं के कारण आप सफलतापूर्वक ट्रांसफर कंप्लीट कर पाते हैं,यही नहीं Miners सारी डिटेल Block chain में सेव करने का जिम्मा भी उठाते हैं।
- बता दें लेनदेन के अलावा Bitcoin Miners बिटकॉइन जेनरेट करने का भी कार्य करते है।
बिटकॉइन माइनिंग कैसे करें?
- पुराने समय में बिटकॉइन माइनिंग एक अच्छी रफ़्तार वाले कंप्यूटर के सी.पी.यु और वीडियो ग्राफ़िक्स कार्ड पर हो सकती थी कयोंकि उस समय बिटकॉइन माइनर्स बहुत कम थे। लेकिन आज बिटकॉइन माइनर्स की संख्या बढ़ने के साथ साथ इसकी माइनिंग करना थोड़ा कठिन हो चुका है।
- आजकल इसकी माइनिंग कस्टम बिटकॉइन ASIC चिप की मदद से की जा रही हैं क्योंकि इससे काफी लाभ प्राप्त कर सकते हैं। अगर हम ASIC चिप से कम रफ्तार वाले किसी हार्डवेयर का इस्तेमाल करते हैं तो उससे अधिक बिजली खर्च होती है जिसकी वजह से हमारा लाभ कम और नुकसान ज़्यादा होता है।
- बिटकॉइन की माइनिंग करने के लिए यह अधिक ज़रूरी है कि आप बिटकॉइन माइनिंग के लिए बने हार्डवेयर का ही इस्तेमाल करें। मार्किट में ऐसी कई कंपनियां है जो कि बिटकॉइन माइनिंग के लिए तैयार श्रेष्ठ हार्डवेयर की पेशकश करती हैं। Avalon इन में से एक कंपनी है।
- इसके अलावा आप बिटकॉइन की क्लाउड माइनिंग भी कर सकते हैं जिसमें आपको अपने कंप्यूटर को क्लाउड मायननर से कनेक्ट करना होता है। क्लाउड माइनिंग करने के लिए कई तरह के प्रोग्राम उपलब्ध है लेकिन CGminer और BFGminer इनमें से अधिक प्रसिद्ध प्रोग्राम हैं। ऐसे कई सॉफ्टवेयर भी हैं जिनसे आप बिटकॉइन माइनिंग कर सकते हैं।
बिटकॉइन के फायदे क्या है?
बिटकॉइन के फायदे निम्नलिखित हैं –
- बिटकॉइन में निवेश करके अच्छा रिटर्न पाने की संभावनाएं अपार होती है।
- क्रिप्टोकरेंसी का बाजार 24/7 खुला रहता Bitcoin क्या है है।
- बिटकॉइन में निवेश करने के लिए किसी भी तरह का पेपर वर्क नहीं करना पड़ता है।
- बिटकॉइन में निवेश करने पर पूरा कंट्रोल व्यक्ति के हाथ में होता है।
- बिटकॉइन में निवेश करके आप ग्रो कर रही कम्युनिटी का हिस्सा बन सकते हैं।
बिटकॉइन के नुकसान क्या है?
जहां बिटकॉइन के बहुत से फायदे हैं तो वहीं इसके कुछ नुकसान भी हैं, तो चलिए एक नजर इसके नुकसान पर डाल लेते हैं।
Bitcoin क्या है ? Bitcoin कैसे कमा सकते है ?
Bitcoin क्या है ? Bitcoin कैसे कमा सकते है ? Bitcoin की कीमत क्या है , Bitcoin की खोज किसने की, और Bitcoin से लेनदेन कैसे किया जाता है इन Bitcoin क्या है सब की जानकारी आपको आज इस ब्लॉग के माध्यम से दूंगा. Bitcoin internet की एक मुद्रा है यह मुद्रा अन्य मुद्राओं जैसे रुपए, डॉलर से एकदम भिन्न है और विश्व के बहुत से देशों में इन्टरनेट पर लेनदेन के लिए प्रयोग की जाती है. हालांकि भारत में अभी तक कम ही लोग इस मुद्रा के बारे में जानते है. और अभी भी हमारे देश की सरकार ने इसे अधिकारिक मंजूरी नहीं दी है फिर भी इस हमारे देश के लोग इस मुद्रा के माध्यम से लेनदेन करते रहते है. तो आइये जानते है Bitcoin क्या है ? What is Bitcoin in hindi .
Bitcoin क्या है ? Bitcoin कैसे कमा सकते है :
Bitcoin इन्टरनेट की एक virtual currency है जो सन 2009 में एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा Satoshi Nakamoto नाम का उपयोग करके बनायीं गयी थी. जैसा की बताया कि Bitcoin एक प्रकार की digital currency है इसे हम न तो अपनी जेब में रख सकते है और न ही किसी बैंक में जमा कर सकते है. बिटकॉइन का लेनदेन सिर्फ internet के माध्यम से ही किया जा सकता है और बिटकॉइन को सिर्फ जमा करने के लिए online wallet की जरुरत होती है. Bitcoin एक ओपन सोर्स करेंसी है जिसका उपयोग कोई भी व्यक्ति कर सकता है यह करेंसी एक points की तरह होती है जिसे हम अपने Bitcoin क्या है देश की मुद्रा के हिसाब से कन्वर्ट कर सकते है.
एक Bitcoin Price कितना है :
बिटकॉइन की कीमत इसकी मांग पर निर्भर करती है. वर्त्तमान में एक Bitcoin की कीमत 2702.51 US Dollar यानि की 173379 Indian Rupee यानि एक लाख तिहत्तर हज़ार रूपये के आसपास है.
Bitcoin की कीमत का निर्धारण कैसे होता है ?
जैसा की पहले ही बताया की बिटकॉइन एक ओपन सोर्स करेंसी है यानि की इस करेंसी का कोई भी आधिकारक तौर पर मालिक नहीं है इसलिए Bitcoin की कीमत का निर्धारण इसकी मांग और आपूर्ति पर निर्भर करती है। जब Bitcoins के मांग में वृद्धि होती है तो दाम भी बढते हैं और जब मांग गिरती है तो दाम भी। हालाँकि अभी तक बिटकॉइन का बाज़ार अपेक्षाकृत छोटा है, बाजार मूल्य को ऊपर या नीचे स्थानांतरित करने के लिए, अधिक पैसे की जरुरत नहीं होती।
क्या Bitcoin क़ानूनी है :
Bitcoin की वैधता पर निर्भर करता है कि आप कहां स्थित हैं बिटकॉइन को इस वर्ष जापान में भुगतान की एक औपचारिक विधि के रूप में वैध किया गया था, और हो सकता है कि भारत में भी औपचारिक रूप से वैद्यता मिल सकती है। हालांकि अधिकांश देशों में, यह कुछ हद तक एक ग्रे ज़ोन में चल रहा है, जिसमें कोई भी आधिकारिक प्रतिबंध या विटकोइन का अनुमोदन नहीं होता है।
Bitcoin कैसे कमा सकते है :
bitcoin को कमाने के कई तरीके है जिनमे से कुछ मैं आपको बता रहा हूँ. जिनका अनुसरण कर के आप जान सकते है Bitcoin कैसे कमा सकते है ?
1. Bitcoin Buy करके Bitcoin क्या है Bitcoin कमा सकते है
सबसे पहला तरीका तो यह है आप इसे सीधे खरीद सकते है. और इसके लिए आपको पूरी रकम एक साथ देनी होगी. bitcoin भी एक पूर्ण मुद्रा है जैसे कि रुपया 1 रूपये में 100 पैसे होते है. ठीक इसी तरह से 1 बिटकॉइन में 10 करोड़ Satoshi होते है. आप चाहे जितने Satoshi या फिर बिटकॉइन खरीद सकते है. इसके लिए आपको bitcoin का वर्तमान मूल्य चुकाना होगा.
2. वेबसाइटों पर कार्यों को पूरा करके Free Bitcoin कमायें
कुछ वेबसाइट ऐसी भी है जो आपसे कुछ टास्क करवाती है बदले में आपको कुछ Satoshi देती है. इन टास्क में विज्ञापन देखना, किसी विडियो को देखना या लाइक करना या फिर किसी वेबसाइट पर जाना होता जिनके बदले में आपको बिटकॉइन की छोटी सी यूनिट Satoshi मिलती है जिन्हें आप जब चाहे अपने bitcoin wallet में ट्रान्सफर कर सकते है. कुछ ऐसी वेबसाइट में BitVisitor, CoinWorker, Bitfortip इत्यादि मुख्य है.
3. Bitcoins mining करके कमाए :
Bitcoin कमाने का और तरीका है जिसे bitcoin mining कहते है. Bitcoin mining एक प्रक्रिया है जिसके द्वारा नए बिटकॉन्स उत्पन्न होते हैं. Bitcoin mining के लिए कुछ चीजों की जरुरत पड़ेगी जैसे : एक computer with High speed processer, electricity और internet. अब जानते है mining कैसे करते है ? जब भी कोई यूजर internet पर बिटकॉइन का use करके online transaction करता है तो उस पेमेंट को verify करना होता है इस प्रक्रिया को को Bitcoin mining कहते है. जिसके बदले में हमें कुछ commission मिलता है जो लेनदेन का कुछ हिस्सा होता है Bitcoin क्या है जिसके फलस्वरूप हमें कुछ satoshi या बिटकॉइन मिल जाते है. इसके लिए हमें बहुत ही अच्छी क्वालिटी के computer with High speed processer की जरुरत पड़ती है. इस तरह के computer की कीमत भी बहुत होती है.