क्या विकल्प स्टॉक से बेहतर हैं?

स्टॉक VS रियल एस्टेट – कौन सा बेहतर निवेश विकल्प है?
परंपरागत रूप से रियल एस्टेट खरीद को मुख्य रूप से केवल व्यक्तिगत उपयोग के लिए माना जाता है। हालांकि, घर, दुकान क्या विकल्प स्टॉक से बेहतर हैं? या ऑफिस खरीदना आमतौर पर जीवन में बसने के संकेत से जुड़ा होता है। मिलेनियल्स आज निवेश के अवसर के रूप में अचल संपत्ति के आकर्षण में अधिक से अधिक बदल रहे हैं। दूसरी ओर, अस्थिरता के बावजूद, ऑनलाइन स्टॉक निवेश आकर्षक निवेश माध्यमों में से एक साबित हो रहा है क्योंकि इसने मुद्रास्फीति को मात देने की क्षमता दिखाई है। आप में से कई लोग पहले से ही शेयरों में निवेश कर रहे होंगे। आइए हम स्टॉक बनाम रियल एस्टेट की तुलना करें और वे आपकी समग्र निवेश रणनीति में कैसे फिट होते हैं।
Table of contents
स्टॉक और रियल एस्टेट के बीच चयन कैसे करें?
स्टॉक बनाम रियल एस्टेट के बीच चयन करने से पहले, आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों और समय सीमा के साथ-साथ आपको कितनी धनराशि की आवश्यकता होगी, इसका चार्ट बनाना होगा।
कुछ जीवन लक्ष्य जिनके लिए व्यक्तियों को योजना बनाने की आवश्यकता होती है, वे हैं –
• मेडिकल आपात स्थिति मैं
इसलिए एक बार जब आप अपने जीवन के लक्ष्यों को तय कर लेते हैं, तो आप समय-समय पर निवेश करने के लिए राशि की योजना बना सकते हैं और इस मामले में या तो स्टॉक या रियल-एस्टेट में निवेश करने का माध्यम बना सकते हैं।
स्टॉक बनाम रियल एस्टेट – निवेश का अंतर
- शेयरों में आप धीरे-धीरे और छोटी रकम के साथ भी निवेश जारी रख सकते हैं। जब तक आप आरईआईटी में निवेश नहीं करते हैं, तब तक रियल एस्टेट को अधिक महत्वपूर्ण निवेश की आवश्यकता होती है।
- स्टॉक की कीमतें अत्यधिक अस्थिर हो सकती हैं। इसके विपरीत, अचल संपत्ति की कीमतों में बेतहाशा उतार-चढ़ाव नहीं होता है।
- स्टॉक उच्च जोखिम वाले हो सकते हैं। रियल एस्टेट अपेक्षाकृत कम जोखिम वाला निवेश है।
- आप अपने स्टॉक होल्डिंग्स को जल्दी और आराम से लिक्विडेट कर सकते हैं। रियल एस्टेट निवेश आम तौर पर अतरल होते हैं।
- सही लंबी अवधि के शेयरों को चुनने से एक स्थिर लाभांश आय हो सकती है। इसी तरह, एक उपयुक्त अचल संपत्ति संपत्ति किराए के भुगतान में नियमित रिटर्न देती है।
- स्टॉक नियमित रूप से आपके पोर्टफोलियो में जोड़े जा सकते हैं, खासकर ऑनलाइन निवेश के इस युग में। रियल एस्टेट को विवरण और भुगतान मोड पर भौतिक ध्यान देने की आवश्यकता है।
- शेयरों पर ऋण प्राप्त करना एक सरल प्रक्रिया है। संपत्ति पर ऋण के लिए, प्रक्रिया अधिक कठिन है।
- स्टॉक, एक बार खरीदे जाने के बाद, नाममात्र डीपी शुल्क को छोड़कर, होल्डिंग में बने रहने के लिए किसी अतिरिक्त राशि की आवश्यकता नहीं होती है। रियल एस्टेट को मरम्मत और रखरखाव के लिए नियमित खर्च की जरूरत है।
- स्टॉक के साथ, आप किसी अन्य व्यक्ति द्वारा प्रबंधित और संचालित कंपनी के एक हिस्से के मालिक हैं। रियल एस्टेट संपत्तियां ज्यादातर आपके नियंत्रण में हैं।
- स्टॉक खरीदते या बेचते समय लेन-देन की लागत उचित है। रियल एस्टेट लेनदेन में उच्च लेनदेन लागत होती है।
विचार करने के लिए एक महत्वपूर्ण बिंदु यह है कि अचल संपत्ति की कीमतें पूरे इतिहास में अर्थव्यवस्था में मुद्रास्फीति को मात देने में कामयाब रही हैं। जबकि परंपरागत रूप से, शेयर बाजार में अधिक चक्रीय उतार-चढ़ाव देखे गए हैं, हालांकि इसने लंबे समय में बेहतर समग्र रिटर्न भी दिया है।
उपसंहार
स्टॉक या रियल एस्टेट में निवेश करते समय बहुत सारे अवसर उपलब्ध हैं। आपको अपनी जरूरतों का पूरी तरह से विश्लेषण करना चाहिए और उपरोक्त कारकों को क्या विकल्प स्टॉक से बेहतर हैं? ध्यान में रखते हुए निवेश करना चाहिए।
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यहां निवेश से लेकर व्यक्तिगत वित्त पाठों तक कुछ और उपयोगी जानकारी दी गई है, वित्तीय ज्ञान के ये छोटे टुकड़े आपको अपने वित्त के प्रबंधन में मदद करेंगे। अपने जीवन के लक्ष्यों जैसे शादी, नया घर खरीदना, शिक्षा, क्या विकल्प स्टॉक से बेहतर हैं? सेवानिवृत्ति योजना और बहुत कुछ चार्ट करने के लिए
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career in share market: शेयर मार्केट में करियर बनाने के लिए कौन से कोर्स करें
How to make Career in the Stock Market: स्टॉक मार्किट की दुनिया में कदम रखना चाहते हैं तो इनमें कई तरह के सर्टिफिकेट कोर्स भी मौजूद हैं. इसमें शनल स्टॉक एक्सचेंज का एनसीएफ़एम (NCFM ) का ऑनलाइन सर्टिफिकेशन कोर्स भी उपलब्ध है. जिसे करके इस सेक्टर की जानकारी ले सकते हैं.
- News18Hindi
- Last Updated : September 05, 2022, 13:15 IST
हाइलाइट्स
कैंडिडेट अगर कॉमर्स स्ट्रीम से हैं तो उनके लिए यह फील्ड बेहतर होगा.
कॉमर्स में 12वीं में अगर 55 प्रतिशत अंक हैं तो इसमें स्नातक जैसी डिग्री हासिल कर सकते हैं
स्टॉक ब्रोकर कॉमर्स, एकाउंटेंसी, इकोनॉमिक्स, स्टेटिस्टिक्स या बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन आदि की पढ़ाई कर सकते हैं
How to make Career in the Stock Market: स्टॉक ब्रोकर बनना चाहते हैं तो इसके लिए तमाम तरह के कोर्स भारत के कई क्या विकल्प स्टॉक से बेहतर हैं? संस्थानों में उपलब्ध हैं. इसमें करियर बनाने के लिए स्टॉक ब्रोकर कॉमर्स, एकाउंटेंसी, इकोनॉमिक्स, स्टेटिस्टिक्स या बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन आदि की पढ़ाई कर सकते हैं. इससे कैंडिडेट को स्टॉक मार्किट फील्ड की गहरी जानकारी होती है. इसमें ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकते हैं.
किस प्रोफाइल पर कर सकते हैं नौकरी
इस करियर में इक्विटी डीलर, इक्विटी ट्रेडर , इक्विटी एडवाइजर ,स्टॉक एडवाइजर, वेल्थ मैनेजर फाइनेंशियल एनालिस्ट, इन्वेस्टमेंट एडवाइजर, सिक्योरिटी एनालिस्ट और रिस्क मैनेजर के तौर पर नौकरी के अपार मौके पा सकते हैं.
क्या है योग्यता
शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो कैंडिडेट अगर कॉमर्स स्ट्रीम से हैं तो उनके लिए यह फील्ड बेहतर होगा. कॉमर्स में 12वीं में अगर 55 प्रतिशत अंक हैं तो इसमें UG, PG जैसी डिग्री हासिल कर सकते हैं. इसके अतिरिक्त कैंडिडेट को अपने फील्ड में प्रोफेशनल को विषय से संबंधित गहन जानकारी भी होनी चाहिए .
यह है नौकरी के क्षेत्र
इस फील्ड में कई सारे करियर विकल्प खुले हुए हैं. स्टॉक एक्सचेंज, रेगुलेशन अथॉरिटी, फॉरेन इन्वेस्टमेंट फर्म्स, इन्वेस्टमेंट कंसल्टेंसी, म्यूचुअल फंड वाली कंपनी, ब्रोकर फर्म्स, इंश्योरेंस एजेंसी, बैंक और दूसरे इंस्टीट्यूट में भी जॉब के काफी स्कोप हैं. अगर कैंडिडेट का काम बेहतर रहा इस क्षेत्र में कैंडिडेट की ग्रोथ भी बहुत जल्दी होती है .
सैलरी
जहां तक सैलरी की बात है तो कैंडिडेट की शुरुआती सैलरी 2 से 3 लाख के मध्य हो सकती है. जो करीब 4 से 5साल के अनुभव के बाद बढ़ जाती है. इतने एक्सपीरियंस के बाद यह सैलरी करीब 9 लाख तक भी पहुंच सकती है. इसमें प्रमोशन भी अच्छे मिलते हैं .
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स्टॉक ब्रोकर दो तरह के होते हैं
फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर- यह ब्रोकर क्लाइंट्स को शेयर खरीदने और बेचने की सलाह देते हैं. स्टॉक खरीदने के लिए मार्जिन मनी की सुविधा, मोबाइल फोन पर ट्रेडिंग सुविधा और आईपीओ में निवेश की सुविधा प्रदान की जाती है . यह फुल टाइम स्टॉक ब्रोकर हैं इसलिए इनकी कस्टमर सर्विस अच्छी मानी जाती है.
डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर– दूसरा होता है डिस्काउंट ब्रोकर, ये क्लाइंट से बहुत कम ब्रोकरेज में शेयर खरीदने और बेचने की सुविधा देते हैं. डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर अपने क्लाइंट को स्टॉक खरीदने बेचने की जानकारी और शोध की सुविधा न के बराबर देते हैं.
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Share Market : मात्र 4 दिन में इतना रिटर्न, निवेशकों के लिए निवेश का ये बेहतर विकल्प
Share Market Investment : शेयर मार्केट (Share Market) में निवेश (Invest) का इच्छुक हर कोई है, लेकिन कई लोगों को शेयर मार्केट (Share Market) की अच्छे से जानकारी न होने के कारण वे उन कंपनियों में निवेश (Invest) कर देते हैं, जिनके शेयर्स (Shares) डूबते हुए दिखाई देते हैं। अगर आप भी शेयर मार्केट (Share Market) में निवेश करने की सोच रहे हैं तो हम आपके ऐसे ही कुछ कंपनीज के शेयर्स (Shares) की जानकारी देंगे जो जल्द ही अपने निवेशकों (Investors) को फायदा देते हैं। हालांकि शेयर मार्केट (Share market) में पिछले कुछ दिनों से काफी गिरावट देखी जा रही है। लेकिन उसके बाद भी कुछ शेयर (Share) ऐसे हैं जो आपको फायदा करा सकते हैं। तो आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ कंपनियों के शेयर्स (Shares) के बारे में जिनमें निवेश (Invest) करके निवेशक (Investors) कई गुना तक का रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
अगर आप शेयर मार्केट (Share Market) में अधिक फायदा पाने के उद्देश्य से निवेश कर रहे हैं तो फ्लेक्सिटफ वेंचर्स (Flexituf Ventures) के शेयर (Shares) आपके लिए बेहतर साबित हो सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 4 दिन पहले फ्लेक्सिटफ वेंचर्स (Flexituf Ventures) के शेयर (Shares) की कीमत 26.35 रूपये थी। वहीं अब इस कंपनी के शेयर (Share) की कीमत वर्तमान में (खबर लिखे जाने तक) 36.05 रूपये के स्तर पर हैं। इसका स्टॉक काफी समय से मजबूत है। इस शेयर (Shares) ने अपने निवेशकों को इस समय अवधि में 36.81 फीसदी तक का रिटर्न दिया है। वहीं अगर इस कंपनी की मार्केट कैप क्या विकल्प स्टॉक से बेहतर हैं? की बात करें तो ये वर्तमान में 90.08 करोड़ रूपये है।
अगर आप शेयर मार्केट (Share Market) में अधिक फायदा पाने के उद्देश्य से निवेश कर रहे हैं तो स्पेस इनक्यूबट्रिक्स (Space Incubtrix) के (Shares) भी आपके लिए बेहतर साबित हो सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि स्पेस इनक्यूबट्रिक्स (Space Incubtrix) के शेयर (Shares) की मार्केट प्राइस 4 दिन पहले 02 रूपये थी। वहीं अब वर्तमान में (खबर लिखे जाने तक) इस कंपनी के शेयर (Share) की कीमत 02.72 रूपये के स्तर पर है। इसका स्टॉक भी काफी समय से मजबूत है। स्पेस इनक्यूबट्रिक्स (Space Incubtrix) के शेयर (Share) की मार्केट कैप की बात करें तो ये इस समय 09.41 करोड़ रूपये है। इस शेयर (Shares) ने अपने निवेशकों (Investors) को 36 फीसदी तक का रिटर्न दिया है।
अगर आप शेयर मार्केट (Share Market) में अधिक फायदा पाने के उद्देश्य से निवेश कर रहे हैं, तो टाइगर लॉजिस्टिक्स (Tiger Logistics) के शेयर (Shares) भी आपके लिए बेहतर साबित हो सकते हैं। आपकी जानकारी के क्या विकल्प स्टॉक से बेहतर हैं? लिए बता दें कि टाइगर लॉजिस्टिक्स (Tiger Logistics) के शेयर (Shares) की मार्केट प्राइस 4 दिन पहले 228 रूपये थी। वहीं अब इस कंपनी के शेयर (Share) की कीमत वर्तमान में (खबर लिखे जाने तक) 324 रूपये के स्तर पर पहुंच गई है। इसका स्टॉक भी अन्य स्टॉक की तरह काफी समय से मजबूत है। इस कंपनी के मार्केट कैप की बात करें तो ये इस समय 339.22 करोड़ रूपये है। टाइगर लॉजिस्टिक्स (Tiger Logistics) के शेयर (Shares) ने अपने निवेशकों (Investors) को 42.11 फीसदी से अधिक मात्रा में रिटर्न दिया है।
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क्या विकल्प स्टॉक से बेहतर हैं?
स्टॉक के प्रकार (Types of Stocks)
- Post author: धन महोत्सव
- Post category: स्टॉक मार्केट
- Reading time: 2 mins read
स्टॉक मार्केट में निवेश करने और बेहतरीन रिटर्न पाने के लिए आपको अलग-अलग स्टॉक के प्रकार (Types of Stocks) के बारे में जानकारी होनी चाहिए। भारतीय स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड विभिन्न प्रकार के स्टॉक अपने स्वभाव, जोखिम व प्रकृति के आधार पर अलग-अलग होते हैं।
शेयर बाजार वह जगह है जहां निवेशक अपना पैसा निवेश करने के लिए जुड़ते हैं। यह स्टॉक ट्रेडिंग का एक समूह है जहां कंपनियां ट्रेडिंग के लिए शेयर और अन्य प्रतिभूतियां जारी करती हैं। परफॉर्मेंस के आधार क्या विकल्प स्टॉक से बेहतर हैं? पर दुनियाभर में भारतीय शेयर बाजार काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।
स्टॉक के प्रकार (Types of Stocks)
अलग-अलग प्रकार के स्टॉक के बारे में जानकारी निवेशकों के लिए ज्यादा इनकम जनरेट करने में मदद कर सकती है। निवेशक अपने बजट, रिस्क कैपेसिटी, नॉलेज और लॉन्ग टर्म-शॉर्ट टर्म गोल के आधार पर विभिन्न प्रकार के स्टॉक्स में निवेश कर सकते हैं।
सामान्य स्टॉक (Common Stocks)
सामान्य स्टॉक को साधारण शेयरों के रूप में भी संदर्भित किया जाता है जो किसी कंपनी में आंशिक स्वामित्व का प्रतिनिधित्व करते हैं। आप अपनी बजट क्षमता के अनुसार इन्हें सीधे शेयर बाजार में ट्रेड कर सकते हैं। कंपनी के संस्थापक और कर्मचारी आमतौर पर सामान्य स्टॉक प्राप्त करते हैं।
प्रिफर्ड स्टॉक (Preferred Stocks)
परिफरेंस स्टॉक या प्रिफर्ड स्टॉक आम शेयरधारकों को लाभांश जारी करने से पहले परिफरेंस स्टॉक धारक को नियमित लाभांश भुगतान का अधिकार देता है। परिफरेंस स्टॉक वोटिंग अधिकार नहीं रखते है लेकिन जब लाभांश की बात आती है तो प्रिफर्ड शेयरधारकों की आम शेयरधारकों पर प्राथमिकता होती है।
ब्लू-चिप स्टॉक (Blue-chip Stocks)क्या विकल्प स्टॉक से बेहतर हैं?
ब्लू-चिप स्टॉक अच्छी तरह से स्थापित कंपनियां हैं। उनके पास भरोसेमंद कमाई पैदा करने और अपने क्षेत्र में अग्रणी होने का एक लंबा सफल ट्रैक रिकॉर्ड होता है। जब स्थिर रिटर्न की बात आती है तो ब्लू चिप स्टॉक सबसे विश्वसनीय होते हैं और ये लॉन्ग टर्म गोल व कम जोखिम वाले निवेशकों के लिए उपयुक्त माने जाते हैं।
आईपीओ स्टॉक (IPO Stocks)
जब कोई कंपनी सार्वजनिक होना चाहती है, तो वह प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश यानी Initial Public Offering (आईपीओ) के माध्यम से स्टॉक जारी करती है। आईपीओ स्टॉक आमतौर पर स्टॉक एक्सचेंज में कंपनी के स्टॉक लिस्टिंग से पहले छूट पर आवंटित किये जाते है। ये स्टॉक मार्केट की शुरुआत करने वाले निवेशकों के लिए एक अच्छा विकल्प है।
पेनी स्टॉक (Penny Stocks)
पेनी स्टॉक बहुत कम मूल्य के इक्विटी स्टॉक हैं और इन्हें अत्यधिक सट्टा वाला माना जाता है। ये छोटी और नई कंपनियों के सामान्य शेयरों को संदर्भित करते है इसलिए निवेशकों को पेनी स्टॉक में निवेश करते समय सावधान रहना चाहिए। पेनी स्टॉक में खरीद और बिक्री के ऑर्डर देते समय निवेशकों को लिमिट ऑर्डर का उपयोग करना चाहिए।
चक्रीय स्टॉक (Cyclical Stocks)
चक्रीय स्टॉक अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन से सीधे प्रभावित होते हैं और आमतौर पर विस्तार, मंदी जैसे आर्थिक चक्रों का पालन करते हैं। ये आर्थिक मजबूती के समय में अन्य शेयरों से बेहतर प्रदर्शन करते हैं। ये जोखिम लेने वाले और तुरंत कमाई करने वाले निवेशकों के लिए बेहतरीन ऑप्शन है।
गैर-चक्रीय स्टॉक (Non-cyclical Stocks)
गैर-चक्रीय स्टॉक वे स्टॉक हैं जो आर्थिक अस्थिरता के बावजूद शेयर बाजार में अपने उद्योग से बेहतर प्रदर्शन करते हैं। ऐसे स्टॉक अक्सर आम आदमी की दैनिक जरूरतों से जुड़े होते हैं। गैर-चक्रीय स्टॉक आमतौर पर आर्थिक मंदी में चक्रीय शेयरों से बेहतर प्रदर्शन करते हैं क्योंकि मुख्य उत्पादों और सेवाओं की मांग अपेक्षाकृत सुसंगत रहती है।
ग्रोथ स्टॉक (Growth Stocks)
ग्रोथ स्टॉक तेजी से बढ़ने क्या विकल्प स्टॉक से बेहतर हैं? की उम्मीद वाली इक्विटी को संदर्भित करते है। ग्रोथ स्टॉक उन कंपनियों के स्टॉक हैं जिनके बाजार के औसत से अधिक दर से बढ़ने की उम्मीद है। इनमें निवेश करने से आपको अच्छा रिटर्न मिल सकता है लेकिन इनमें निवेश करने के साथ-साथ जोखिम की मात्रा भी अधिक होती है। जब अन्य निवेश विकल्पों में ब्याज दरें कम होती हैं, तो ग्रोथ स्टॉक बेहतर प्रदर्शन करते हैं।
इनकम स्टॉक (Income Stocks)
आय स्टॉक आपके निवेश सुरक्षा का एक बेहतरीन उपाय है जो निवेशकों को नियमित लाभांश प्रदान करते है। ऐसे स्टॉक ज्यादातर स्थिर नकदी प्रवाह और अच्छी तरह से स्थापित वित्तीय बुनियादी ढांचे वाली कंपनियों द्वारा जारी किए जाते हैं। ये स्टॉक बाजार के औसत से अधिक लाभांश के माध्यम से कंपनी के मुनाफे या अतिरिक्त नकदी को वितरित करके नियमित आय प्रदान करते हैं।
वैल्यू स्टॉक (Value Stocks)
वैल्यू स्टॉक उन कंपनियों के शेयर होते हैं जो कम कीमत पर कारोबार कर रही हैं और इन्हें शेयर बाजार में अंडरवैल्यूड माना जाता है। वैल्यू स्टॉक डिस्काउंट पर ट्रेडिंग करते हैं जो अन्यथा किसी कंपनी के प्रदर्शन से संकेतित हो सकते है। आर्थिक सुधार की अवधि के दौरान मूल्य स्टॉक बेहतर प्रदर्शन करते हैं।
रक्षात्मक स्टॉक (Defensive Stocks)
रक्षात्मक स्टॉक प्रतिकूल आर्थिक परिस्थितियों और प्रतिकूल शेयर बाजार के माहौल में भी लगातार रिटर्न प्रदान करते हैं। ये स्टॉक बिकवाली या डाउन मार्केट के दौरान पोर्टफोलियो को भारी नुकसान से बचाने में मदद करते हैं। ये रूढ़िवादी और कम जोखिम वाले निवेशकों के लिए सबसे उपयुक्त माने जाते हैं।
शेयर बाजार में निवेश के लिए किस आधार पर करना चाहिए स्टॉक का चुनाव, बता रहे हैं एक्सपर्ट
कारोबार में ग्राहकों की संतुष्टि अच्छी बात है क्योंकि वह भविष्य में बेहतर कमाई का संकेत हो सकता है। लेकिन यह सिर्फ एक सोच और संभावना है कोई अनिवार्यता नहीं। निवेशकों के लिए वही कंपनियां बेहतर हैं जिनके बंधे-बंधाए ग्राहक हैं और जिनसे रिटर्न आना लगभग निश्चित है।
नई दिल्ली, धीरेंद्र कुमार। कारोबार में ग्राहकों की संतुष्टि अच्छी बात है, क्योंकि वह भविष्य में बेहतर कमाई का संकेत हो सकता है। लेकिन यह सिर्फ एक सोच और संभावना है, कोई अनिवार्यता नहीं। निवेशकों के लिए वही कंपनियां बेहतर हैं जिनके बंधे-बंधाए ग्राहक हैं और जिनसे रिटर्न आना लगभग निश्चित है। एक बात बार-बार कही जाती है। अगर कस्टमर संतुष्ट है तो यह अच्छा संकेत है। यह बात काफी हद तक सच है। हालांकि जैसा विज्ञान में होता है, उसी तरह से अगर हम इक्विटी में निवेश की बात करें तो 'सच होना चाहिए का' कोई मतलब नहीं है। इसकी वजह यह है कि इसे मापना संभव नहीं है। क्या कस्टमर की संतुष्टि और शेयरधारकों के लिए ऊंचे रिटर्न का आपस में कोई रिश्ता है, जो सामने आना चाहिए?
दिलचस्प बात यह है कि कई ऐसे बिजनेस हैं जिनके साथ मैं शेयरधारक के तौर पर व्यक्तिगत रूप से काफी खुश हूं, लेकिन एक कस्टमर के तौर पर ऐसा नहीं है। हो सकता है कि मैं एक शेयरधारक के रूप में किसी बैंक से काफी खुश हूं और ग्राहक के रूप में बिल्कुल नहीं। इसी तरह ऐसे कई कारोबार और कंपनियां हैं जिनके प्रति ग्राहकों और शेयरधारकों की धारणाएं शायद बहुत अलग-अलग हैं।
इस मुद्दे पर सोचने वाले ज्यादातर लोगों के अनुसार अक्सर निवेशकों की नजर में किसी कंपनी के पास संतुष्ट ग्राहक होने का मतलब यह है कि वह क्या विकल्प स्टॉक से बेहतर हैं? भविष्य में मुनाफा कमाएगी। निवेशक तो यह मानते ही हैं, जो निवेशक नहीं हैं वे भी इस बात को समझेंगे कि रिटर्न बढ़ाने वाली सबसे जरूरी चीज कंपनी के वित्तीय नतीजे होते हैं। इसके साथ दूसरी सूचनाएं जैसे इंडस्ट्री और बिजनेस आउटलुक, मैनेजमेंट की गुणवत्ता, नियामकीय माहौल और मौजूदा स्टाक कीमतें भी इसका बड़ा कारक होती हैं।
निवेशक सिर्फ कंपनी के भविष्य के बारे में सोचता है। वह यह देखता है कि उसका फायदा कंपनी की आगामी नीतियों और शेयर भाव पर निर्भर करेगा। अगर कोई कंपनी बीते वर्षो में अपना मुनाफा बढ़ा रही है तो अधिक संभावना है कि वह भविष्य क्या विकल्प स्टॉक से बेहतर हैं? में भी ऐसा करेगी। अगर मैंनेजमेंट ने बीते समय में कंपनी को अच्छी तरह से चलाया है तो संभावना यही है कि वह आगे भी उसे ऐसे ही चलाता रहेगा। लेकिन इक्विटी रिसर्च के बारे में हम शायद ही इस तरह से सोचते हैं, क्योंकि यह भविष्यवाणी करने का तरीका है।
असल में संतुष्ट कस्टमर होना अच्छी बात है। लेकिन उससे भी अच्छी बात यह है कि ग्राहक अपने पसंदीदा ब्रांड या कंपनी को आसानी से छोड़ नहीं पाए। कई बार कंपनी छोड़ नहीं पाना ग्राहक की मजबूरी भी होती है। जैसे कि आप बैंक के कर्मचारियों या ग्राहकों के प्रति उनके व्यवहार अथवा सेवाओं से कितने भी असंतुष्ट क्यों न हों, आप आसानी से अपना बैंक नहीं बदल सकते।
पिछले दिनों दुनियाभर में फेसबुक, वाट्सएप व इंस्टाग्राम की सेवाएं कई घंटों तक बाधित रहीं। लेकिन जो नियमित तौर पर इनका उपयोग करते हैं, उनके लिए इन कंपनियों के विकल्प को अपना लेना सहज नहीं है। असल में फेसबुक जैसी कंपनियों के पास के पास आने-जाने वाले कस्टमर नहीं, बंधे-बंधाए कस्टमर हैं। यह बात कम से कम उन लोगों के लिए सच है जो सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं। नतीजा स्पष्ट है। जिन कंपनियों के पास बंधक हैं, वे रिटर्न देने के मामले क्या विकल्प स्टॉक से बेहतर हैं? में संतुष्ट ग्राहक वाली कंपनियों से बेहतर हैं। आखिरकार निवेशक सिर्फ कमाई करने के लिए पूंजी निवेश करता है।
(लेखक वैल्यू रिसर्च ऑनलाइन डॉट कॉम के सीईओ हैं। प्रकाशित विचार लेखक के निजी हैं।)