संभले बाजार

गिरावट के साथ खुले घरेलू शेयर बाजार, बाद में संभले
बीएसई सेंसेक्स पर शुरुआती कारोबार में 200 अंक तक का उतार-चढ़ाव देखने को मिला और वह सुबह 11.41 बजे 39.68 यानी 0.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 36,602.59 अंक पर रहा.
मुंबई: दुनियाभर में मंदी की गंभीर आशंका और अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध संभले बाजार के बीच मिले-जुले वैश्विक संकेतों एवं विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली से बुधवार को शुरुआती कारोबार में घरेलू शेयर बाजार में बहुत अधिक उतार-चढ़ाव का रुख देखने को मिला.
बीएसई सेंसेक्स पर शुरुआती कारोबार में 200 अंक तक का उतार-चढ़ाव देखने को मिला और संभले बाजार वह सुबह 11.41 बजे 39.68 यानी 0.11 प्रतिशत की बढ़त के साथ 36,602.59 अंक पर रहा.
वहीं, एनएसई निफ्टी 0.80 अंक यानी 0.0074 प्रतिशत बढ़त के साथ 10,798.70 अंक पर था. इससे पहले मंगलवार को संभले बाजार सेंसेक्स 769.88 अंक यानी 2.06 प्रतिशत का गोता लगाकर 36,602.59 अंक एवं निफ्टी 225.35 अंक यानी 2.04 फीसदी टूटकर 10,797.90 अंक पर बंद हुआ था.
बुधवार को शुरुआती कारोबार में सन फार्मा, इंडसइंड बैंक, एशियन पेंट्स, आरआईएल, मारुति और टाटा मोटर्स के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट का रुख रहा.
वहीं, आईटीसी, भारती एयरटेल, एसबीआई, पावरग्रिड, हीरो मोटोकॉर्प, वेदांता और एलएंडटी के शेयरों में बढ़त देखने को मिली.
शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने मंगलवार को शुद्ध आधार पर 2,016.20 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे. वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 1,251.35 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे.
कमजोर शुरुआत के बाद संभले बाजार, सूचकांक हरे निशान में
हफ्ते के दूसरे दिन भी शेयर बाजार में कमजोरी देखने को मिली. हालांकि, गिरावट के साथ खुलने के बाद बाजार संभलने में कामयाब रहे.
सुबह 9.45 बजे, बीएसई सेंसेक्स 6 अंक या 0.02 फीसदी की तेजी के साथ 33,039 पर कारोबार कर रहा था. वहीं निफ्टी 50 इंडेक्स 5 अंकों या 0.04 फीसदी की कमजोरी के साथ 10,219 पर रिकॉर्ड किया गया.
एंजेल ब्रोकिंग के समीन चव्हाण ने अपने नोट में कहा, "10,200 के स्तर पर सपोर्ट की जरुरत पड़ेगी. इसके बाद अगला सपोर्ट लेवल 10,180-10,120 के बीचरहेगा. हालांकि, 10,265 से 10,354 का स्तर मजबूती का संकेत दे रहा है. निवेशक कारोबार में जल्दबाजी न दिखाएं."
सेंसेक्स शेयरों में एनटीपीसी के शेयर 1.58 फीसदी चढ़कर 179.75 रुपये तक पहुंच गए. सोमवार को एनटीपीसी के शेयर 2.3 फीसदी तक लुढ़के थे. इस सितंबर तिमाही कंपनी का नेट प्रॉफिट 2,438.60 करोड़ रुपये रहा, जो बीती सितंबर तिमाही 2,496.98 करोड़ रुपये था.
रिलायंस इंडस्ट्रीज, एसबीआई और हीरो मोटोकॉर्प के शेयर क्रमश: 1.22 फीसदी, 0.89 फीसदी और 0.8 फीसदी तक चढ़े. भारती एयरटेल के शेयरों ने 0.92 फीसदी की छलांग लगाई. कंपनी ने ब्लॉक डील में भारती इंफ्राटेल की 3.5 फीसदी हिस्सेदारी 2,617.2 करोड़ रुपये में बेच दी.
इस वजह से भारती इंफ्राटेल के शेयर 2.29 फीसदी टूटकर 401.70 रुपये तक पहुंच गए. कोल इंडिया के शेयर 1.39 फीसदी लुढ़क कर 272.25 रुपये तक पहुंचे. सितंबर तिमाही से पहले ही सन फार्मा के शेयर 1.04 फीसदी लुढ़के.
बैंक ऑफ बड़ौदा, आयशर मोटर्स, गेल, जयप्रकाश असोसिएट्स, मोइल, रिलायंस कैपिटल, रेलिगेयर एंटरप्राइजेज, ओमक्स, आईवीआरसीएल, युनिटेक, गितांजली जेम्स, अनंत राज, अपेक्स फ्रोजन और कैंडिला हेल्थकेयर समेत 946 कंपनियां आज अपने नतीजों का ऐलान करेंगी.
आज शेयर बाजार पर फुटवियर कंपनी खादिम की लिस्टिंग होगी. कंपनी ने पिछले सप्ताह 543 करोड़ रुपये का आईपीओ निकाला था, जिसे 1.90 गुना तक सब्सक्राइब किया गया. इन शेयरों के लिए 745-750 रुपये का प्राइस बैंड रखा गया था.
जरा संभले. बाजार में चल रहे दस के नकली सिक्के
पुरैनी : त्योहार के मौसम में अगर आप खरीदारी कर रहे है तो जरा संभले. जिले के अनूमन सभी बाजारों में नकली दस के सिक्के चल रहे है. हालांकि अधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि बैंक के वरीय अधिकारी नहीं कर रहे है. कुछ लोग इसे अफवाह भी बता रहे है. लेकिन सच्चाई यह है कि बाजार में नकली नोट चलाने वाला संभले बाजार माफिया तत्व आज भी सक्रिय है. पहले से पचास, सौ, पांच सौ, एक हजार रूपये के नकली नोट का प्रचलन बाजार में है तो अब दस के नकली सिक्के बाजार में देखे जा रहे है.
बताया जा रहा है कि नकली एवं असली दस के सिक्के में बहुत बड़ा फर्क है. इसलिए आम लोगों का डरने की कोई बात नहीं. वैसे दस के सिक्के को अदान प्रदान करने से पूर्व जांच परख जरूर ले. जिला मुख्यालय स्थित भारतीय स्टेट बैंक मुख्य शाखा के प्रभारी शाखा प्रबंधक ने अप्रत्यक्ष रूप से स्थिति को स्पष्ट कर दिया है. उन्होंने कहा कि नकली दस के सिक्के से संबंधित कोई लिखित शिकायत बैंक को प्राप्त नहीं हुआ है. हालांकि ऐसी चर्चा है
कि बाजार में नकली दस के सिक्के चल रहे है. इसमें ग्राहकों के लिए डरने की कोई बात नहीं है. थोरी सी सावधनी बरतने से नकली व असली सिक्के का फर्क समझ में आ जाता है. बैंक में आज भी दस का सिक्का जमा लिया जा रहा है. इसलिए यह भ्रम नहीं रखे की दस का सिक्का बैंक नहीं लेगा बशर्ते उसमें कोई खोट न हो.
गौरतलब है कि जिले के विभिन्न बाजारों में इन दिनों दस के सिक्के को लेकर ग्राहक व दुकानदार के बीच तू तू मैं मैं की स्थिति उत्पन्न हो रही है. दुकानदार जानकारी के अभाव में असली सिक्के को भी नकली समझ कर ग्राहकों से उलझ रहे है. जिनके पास दस का सिक्का जमा है वह यह सोच कर परेशान है कि अब सिक्का लेगा कौन.
Prabhat Khabar App :
देश, दुनिया, बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस अपडेट, टेक & ऑटो, क्रिकेट और राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
साथ चले, साथ गिरे आैर साथ संभले सचिन तेंदुलकर आैर शेयर बाजार, अांकड़ों में जानिए दोनों की जुगलबंदी
नई दिल्ली। शेयर बाजार हमेशा ही अपने जादुई आकड़ों के लिए जाना जाता रहा है। ठीक वैसे ही जैसे क्रिकेट का लिटिल मास्टर सचिन तेंदुलकर ( Sachin Tendulkar ) हमेशा अपने जादुई आंकड़ों से सबको मोह लेता था, लेकिन शायद आपको पता नहीं होगा कि सचिन और शेयर बाजार ( share market ) के आंकड़े बिल्कुल हुबहु मेल खाते हैं। आज हम आपको सचिन तेंदुलकर द्वारा बनाए गए एक एेसे रिकाॅर्ड के बारे में बताने जा रहे है, जिसके बारे में शायद आपने कभी नहीं जाना होगा। आइए जानते हैं क्या है वो रिकाॅर्ड.
जब शेयर बाजार के साथ कदमताल करते नजर आए सचिन तेंदुलकर, जानिए क्या है दोनों का खास कनेक्शन
सचिन के साथ इक्विटी मार्केट भी करता है परफार्म
सचिन तेंदुलकर ने न सिर्फ क्रिकेट के पिच पर रिकार्ड बनाएं बल्कि उनके हर एक रिकार्ड के साथ इक्विटी मार्केट ने भी कुछ खास किया है। जिस दिन बीएसर्इ सेंसेक्स ने 31,000 के एेतिहासिक आंकड़ें को छुआ उसी दिन ही तेंदुलकर की बाॅयोग्राफिकल फिल्म 'सचिनः ए बिलियन ड्रिम्स' रिलीज हुर्इ। अगर आप इसे महज एक इत्तेफाक मानते हैं तो आइए हम आपाको शेयर बाजार आैर सचिन की कुछ आैर जुगलबंदी के बारे में बताते हैं।
Jet Airways बंद होने के बाद भी कंपनी के शेयरो में उछाल, 14 फीसदी तक आई तेजी
सचिन आैर शेयर बाजार का है खास रिश्ता
सेंसेक्स की शरूआत 01 अप्रैल 1979 को हुआ था, ठीक इसके 10 साल बाद सचिन तेंदुलकर ने अपने क्रिकेट करियर की शुरूअता की। इस समय सेंसेक्स अपने 36 करोबारी सत्र में 772.83 के स्तर पर था। इसके बाद साल 2005 में सेंसेक्स आैर तेंदुलकर ने साथ-साथ अपने रिकाॅर्ड बनाने शुरू किए। साल 2005 में सेंसेक्स ने 10,000 के आंकडें को छुआ था आैर इसी साल तेंदुलकर ने भी टेस्ट में अपने 10,000 रन पूरे किए थे। साल 2011 सेंसेक्स आैर तेंदुलकर के रिकाॅर्ड में जुगलबंदी देखने को मिली। इसी साल बीएसर्इ सेंसेक्स 15,543 के स्तर पर पहली बार पहुंचा आैर इसी साल तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में अपने 15,000 रन पूरे किए।
सचिन के 46वें जन्मदिन को जबरा फैन सुधीर ने बनाया खास, प्रशंसकों की यादों पर आएगी किताब
सचिन आैर सेंसेक्स
साल | सचिन के टेस्ट रन | सेंसेक्स |
1999 | 5,000 | 5,000 |
2005 | 10,000 | 10,000 |
2009 | करियर में निचले स्तर पर | लेहमन क्राइसिस |
2011 | 15,000 | 15,000 |
इस मामले में एक दूसरे से जुदा हैं सचिन आैर शेयर बाजार
हालांकि सचिन आैर सेंसेक्स में एक बात का अंतर था। वो ये कि सचिन जब भी बैटिंग करने उतरे, उनके रनों में हमेशा कुछ न कुछ इजाफा ही हुआ लेकिन सेंसेक्स के साथ एेसा नहीं रहा है। लेकिन ये बात भी ध्यान देने वाली है सचिन की तरह सेंसेक्स भी हमें अपने जबरदस्त रिकाॅर्ड से अचम्भित करता रहता है।
Business जगत से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर और पाएं बाजार, फाइनेंस, इंडस्ट्री, संभले बाजार संभले बाजार अर्थव्यवस्था, कॉर्पोरेट, म्युचुअल फंड के हर अपडेट के लिए Download करें Patrika Hindi News App.