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अधिकतर पॉपुलर ऑल्टकॉइन्स की कीमत में इजाफा

अधिकतर पॉपुलर ऑल्टकॉइन्स की कीमत में इजाफा
एक एसी का टनेज मूल रूप से कई चीजों पर निर्भर करता है जैसे कमरे का आकार, बाहर का अधिकतम औसत तापमान, कमरे में लोगों की संख्या आदि. जाहिर है, सबसे गर्म महीनों के दौरान, एक कमरे को ठंडा करने के लिए अधिक टन भार की आवश्यकता होती है. आइए जानते हैं कि क्वोरा पर आम लोगों ने इसका क्या जवाब दिया है. बता दें कि क्वोरा एक सवाल-जवाब वाली वेबसाइट है, जिस पर अधिकतर पॉपुलर ऑल्टकॉइन्स की कीमत में इजाफा लोग सवाल पूछ सकते हैं और उसके अधिकतर पॉपुलर ऑल्टकॉइन्स की कीमत में इजाफा जवाब दे सकते हैं.

AC में टन क्या होता है? लोगों ने दिए एक से बढ़ कर अधिकतर पॉपुलर ऑल्टकॉइन्स की कीमत में इजाफा एक मजेदार जवाब

आप जब भी एयर कंडीशनर (एसी) खरीदने के लिए जाते हैं अधिकतर पॉपुलर ऑल्टकॉइन्स की कीमत में इजाफा अधिकतर पॉपुलर ऑल्टकॉइन्स की कीमत में इजाफा तो आपसे दुकानदार पूछता है कि आपको कितने टन का एसी चाहिए. आमतौर अधिकतर पॉपुलर ऑल्टकॉइन्स की कीमत में इजाफा पर लोग घरों में इस्तेमाल के लिए 1 से लेकर 2 टन का एसी खरीदते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि टन का मतलब क्या होता है. आम आदमी की भाषा में इसे एसी की ताकत से जोड़ कर देखा जाता है. यानी जितने ज्यादा टन उतनी ज्यादा उस एसी की रूम को ठंडा करने की क्षमता.

अब इसे जरा टेक्निकल भाषा में भी थोड़ा विस्तार से जान लेते हैं. एक एसी का टन एक घंटे में एयर कंडीशनर द्वारा निकाली गई गर्मी की मात्रा को बताती है. ये जितना अधिक होगा एसी की ठंडा करने की क्षमता उतनी ही अधिक होगी. इसलिए, आपके पास एक कॉम्पैक्ट बेडरूम है, तो आपके लिए 1-टन एसी का सुझाव दिया जाता है, जबकि बड़े क्षेत्र वाले कमरे के लिए अधिक टन भार की आवश्यकता होगी.

ई-रुपया: संभावित प्रभावों-जोखिमों पर विचार जरूरी

प्रतीकात्मक चित्र

आरबीआइ ने हाल ही केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) यानी ई-रुपए पर एक अवधारणा प्रपत्र प्रकाशित किया। इसमें सीबीडीसी जारी करने के उद्देश्य, चयन विकल्पों, लाभ और जोखिमों पर प्रकाश डाला गया है। साथ ही यह भी बताया गया है कि डिजिटल मुद्रा जारी करने से बैंकिंग प्रणाली, मौद्रिक नीति और वित्तीय स्थिरता पर क्या प्रभाव पड़ेगा। अधिकतर पॉपुलर ऑल्टकॉइन्स की कीमत में इजाफा प्रपत्र में इसके डिजाइन विकल्पों, आधारभूत तकनीक एवं संभावित उपयोगों पर भी चर्चा की गई है। आरबीआइ जहां डिजिटल मुद्रा जारी करने के नुकसान-फायदे पर मंथन कर रहा है, वहीं यह पहला प्रपत्र है, जिसमें डिजिटल मुद्रा संबंधी मुद्दों और डिजाइन पहलुओं पर उच्च अधिकतर पॉपुलर ऑल्टकॉइन्स की कीमत में इजाफा स्तरीय चर्चा की गई है।

केंद्रीय बैंक डिजिटल अधिकतर पॉपुलर ऑल्टकॉइन्स की कीमत में इजाफा मुद्रा (सीबीडीसी) डिजिटल भुगतान का एक माध्यम है, जो राष्ट्रीय खाता इकाई में नामित है और इसका प्रत्यक्ष दायित्व केंद्रीय बैंक का है। यह नकद मुद्रा नोटों का डिजिटल स्वरूप है। फिलहाल, वैश्विक जीडीपी में 95 फीसदी योगदान वाले 105 देश सीबीडीसी संबंधी अध्ययन कर रहे हैं। इनमें जी-20 समूह के 19 देश भी शामिल हैं। जो अधिकतर पॉपुलर ऑल्टकॉइन्स की कीमत में इजाफा देश सीबीडीसी जारी करने पर विचार कर रहे हैं, वे विभिन्न परिस्थितियों के चलते अपने-अपने उद्देश्य के साथ ऐसा कर रहे हैं। सीबीडीसी जारी करने का एक प्रमुख कारण है वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना।

Crypto मार्केट की आंख-मिचौली, कल हुए बड़े नुकसान के बाद आज फिर चमके Bitcoin, Ether

Cryptocurrency कीमतों की आंख-मिचौली लगातार जारी है। एक दिन पहले, शनिवार को जहां बिटकॉइन समेत सभी पॉपुलर टोकन 8-10% की गिरावट के साथ ट्रेड कर रहे थे तो, आज अधिकतर डिजिटल टोकनों में 1 अधिकतर पॉपुलर ऑल्टकॉइन्स की कीमत में इजाफा 5 प्रतिशत की बढ़त देखी जा रही है। हालांकि, बढ़त काफी हल्की है लेकिन निवेशकों के लिए क्रिप्टो प्राइस चार्ट में फैला हरा रंग थोड़ी राहत लेकर आया है। दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में आज ट्रेड ओपनिंग के समय गिरावट देखने को मिली थी लेकिन खबर लिखने के समय तक इसमें सुधार हो चुका था और यह 1.8 प्रतिशत की बढ़त बना चुका था। भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज कॉइनस्विच कुबेर के अनुसार वर्तमान में बिटकॉइन की कीमत 15.13 लाख रुपये पर चल रही है। ग्लोबल एक्सचेंज CoinmarketCap के अनुसार, बिटकॉइन की अधिकतर पॉपुलर ऑल्टकॉइन्स की कीमत में इजाफा वैल्यू में आज 1.04 प्रतिशत की गिरावट आई है और यह विश्व स्तर पर 19,441 डॉलर (लगभग 15 लाख रुपये) पर ट्रेड कर रहा है।

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