विदेशी मुद्रा व्यापारी पाठ्यक्रम

निवेश के अवसर

निवेश के अवसर
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण | फोटो: दिप्रिंट

कोविड के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था में निवेश को आकर्षित करना: चुनौतियां और अवसर

अस्वीकरणः प्रस्तुत रिपोर्ट आपके समक्ष सूचना प्रदान करने के लिए प्रस्तुत की गई है। पीआरएस लेजिसलेटिव रिसर्च (पीआरएस) के नाम उल्लेख के साथ इस रिपोर्ट का पूर्ण रूपेण या आंशिक रूप से गैर व्यावसायिक उद्देश्य के लिए पुनःप्रयोग या पुनर्वितरण किया जा सकता है। रिपोर्ट में प्रस्तुत विचार के लिए अंततः लेखक या लेखिका उत्तरदायी हैं। यद्यपि पीआरएस विश्वसनीय और व्यापक सूचना का प्रयोग करने का हर संभव प्रयास करता है किंतु पीआरएस दावा नहीं करता कि प्रस्तुत रिपोर्ट की सामग्री सही या पूर्ण है। पीआरएस एक स्वतंत्र , अलाभकारी समूह है। रिपोर्ट को इसे प्राप्त करने वाले व्यक्तियों निवेश के अवसर के उद्देश्यों अथवा विचारों से निरपेक्ष होकर तैयार किया गया है। यह सारांश मूल रूप से अंग्रेजी में तैयार किया गया था। हिंदी रूपांतरण में किसी भी प्रकार की अस्पष्टता निवेश के अवसर की स्थिति में अंग्रेजी के मूल सारांश से इसकी पुष्टि की जा सकती है।

रूस में नवोन्मेषों का समर्थन करें और उससे लाभ अर्जित करें

Duyunov की मोटरें

"Duyunov की मोटरें" प्रोजेक्ट में निवेश क्राउडइन्वेस्टिंग के ज़रिए आकर्षित होता है, जिसे कलेक्टिव फ़ंडिंग भी कहा जाता है। इसका मतलब है कि प्रोजेक्ट कार्यान्वयन के लिए फ़ंड छोटे और मध्य पैमाने के निवेशकों से आता है।

आज किसी भी देश का कोई भी व्यक्ति एक परियोजना निवेशक बन सकता है और नवाचार कारोबार में भाग प्राप्त कर सकता है। निवेशक डिवीडेंड्स में कंपनी के मुनाफ़े के भाग पर निर्भर हो सकते हैं या पूंजीकरण से मुनाफ़ा कमा सकते हैं।

आधुनिक टेक्नोलोजी और एक सुविधाजनक पीछे के कार्यालय के साथ, यह निवेश नए निवेशकों के लिए भी सुविधाजनक, सुरक्षित और उपयुक्त हैं।

कोविड के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था में निवेश को आकर्षित करना: चुनौतियां और अवसर

अस्वीकरणः प्रस्तुत रिपोर्ट आपके समक्ष सूचना प्रदान करने के लिए प्रस्तुत की गई है। पीआरएस लेजिसलेटिव रिसर्च (पीआरएस) के नाम उल्लेख के साथ इस रिपोर्ट का पूर्ण रूपेण या आंशिक रूप से गैर व्यावसायिक उद्देश्य के लिए पुनःप्रयोग या पुनर्वितरण किया जा सकता है। रिपोर्ट में प्रस्तुत विचार के लिए अंततः निवेश के अवसर लेखक या लेखिका उत्तरदायी हैं। यद्यपि पीआरएस विश्वसनीय और व्यापक सूचना का प्रयोग करने का हर संभव प्रयास करता है किंतु पीआरएस दावा नहीं करता कि प्रस्तुत रिपोर्ट की सामग्री सही या पूर्ण है। पीआरएस एक स्वतंत्र , अलाभकारी समूह है। रिपोर्ट को इसे प्राप्त करने वाले व्यक्तियों के उद्देश्यों अथवा विचारों से निरपेक्ष होकर तैयार किया गया है। यह सारांश मूल रूप से अंग्रेजी में तैयार किया गया था। हिंदी रूपांतरण में किसी भी प्रकार की अस्पष्टता की स्थिति में अंग्रेजी के मूल सारांश से इसकी पुष्टि की जा सकती है।

‘निवेश पर झिझक क्यों,’ सीतारमण ने उद्योग जगत की तुलना हनुमान से की और बोलीं- हम अवसर को नहीं खो सकते

सीतारमण ने कहा कि दूसरे देश और वहां के उद्योगों को भारत को लेकर भरोसा है. यह एफडीआईऔर एफपीआई प्रवाह और शेयर बाजार में निवेशकों के विश्वास से पता चलता है.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण | फोटो: दिप्रिंट

नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को भारतीय उद्योग जगत को निवेश करने के लिए प्रेरित किया और उनकी तुलना भगवान हनुमान से की. उन्होंने पूछा कि आखिर वे मैनुफैक्चरिंग क्षेत्र में निवेश को लेकर क्यों झिझक रहे हैं और कौन सी चीजें रोक रही हैं.

वित्त मंत्री ने कहा कि विदेशी निवेशक भारत को लेकर भरोसा जता रहे हैं जबकि ऐसा लगता है कि घरेलू निवेशकों में निवेश को लेकर कुछ झिझक है.

उन्होंने कहा कि सरकार उद्योग के साथ मिलकर काम करने को इच्छुक है और नीतिगत कदम उठाने को तैयार है.

सीतारमण ने कहा, ‘यह समय भारत का है…हम अवसर को नहीं खो सकते.’

उन्होंने कहा कि सरकार उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना लेकर आई, विनिर्माण क्षेत्र में निवेश के लिये कर दरों में कटौती की.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

वित्त मंत्री ने कहा, ‘कोई भी नीति अपने-आप में अंतिम नहीं हो सकती.. जैसे-जैसे हम आगे बढ़ते हैं निवेश के अवसर यह विकसित होती रहती है. यह उन उद्योगों पर भी लागू होता है जो उभरते क्षेत्र से जुड़े हैं, जिनके लिए हमने प्रोत्साहन के माध्यम से नीतिगत समर्थन दिया है.’

उन्होंने कहा, ‘मैं उद्योग जगत से जानना चाहूंगी कि आखिर वे निवेश को लेकर झिझक क्यों रहे हैं…हम उद्योग को यहां लाने और निवेश को लेकर सब कुछ करेंगे..लेकिन मैं भारतीय उद्योग से सुनना चाहती हूं कि आपको क्या रोक रहा है?’

सीतारमण ने माइंडमाइन शिखर सम्मेलन में कहा कि दूसरे देश और वहां के उद्योगों को भारत को लेकर भरोसा है. यह एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) और एफपीआई (विदेशी पोर्टफोलियो निवेश) प्रवाह और शेयर बाजार में निवेशकों के विश्वास से पता चलता है.

वित्त मंत्री ने कहा, ‘क्या यह हनुमान की तरह है? आप अपनी क्षमता पर, अपनी ताकत पर विश्वास नहीं करते हैं और आपके बगल में कोई खड़ा होता है और कहता है कि आप हनुमान हैं, इसको कीजिए? वह व्यक्ति कौन है जो हनुमान को बताने वाला है? यह निश्चित रूप से सरकार निवेश के अवसर नहीं हो सकती.’

निवेश के अवसर

उत्तर प्रदेश में निवेश

राज्य सरकार के पूर्व क्रियाशील प्रारम्भों तथा निवेश-अनुकूल नीतियों ने प्रदेश में निवेश अनुकूल पर्यावरण तैयार किया है | इन पारदर्शी नीतियों तथा सुधारों के माध्यम से उत्तर प्रदेश भारत के निवेश के अवसर सर्वाधिक अधिमानित निवेश गंतव्य के रूप में उभर रहा है |

भविष्य उन निवेशकों की ओर देख रहा है जो आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में निवेश के अवसरों से तारतम्य बिठाते हुए भारत को एक नया आकार दे रहे होंगे | राज्य न केवल निवेशकों को आकर्षक प्रोत्साहन प्रदान करता है बल्कि यह सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम “निवेश मित्र” पोर्टल के माध्यम से वाणिज्यिक समुदाय को उनके सपनों को यथार्थ में परिवर्तित करने में पूर्ण सहायता प्रदान करता है |

उत्तर प्रदेश क्यों ?

उत्तर प्रदेश क्यों ?

एक समृद्ध संसाधन आधार के साथ उत्तर प्रदेश भारत की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है,….

रेटिंग: 4.82
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 805
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *