भारत मे Bitcoin कैसे खरीदे

RBI का डिजिटल रुपी क्रिप्टोकरंसी से कैसे अलग है?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आज 1 दिसंबर से आम जनता के लिए डिजिटल रुपी (RBI Digital Rupee) के पायलट लॉन्च की घोषणा की है. इस लॉन्च के साथ, भारत अपनी खुद की ब्लॉकचेन करेंसी लॉन्च करने वाले चुनिंदा देशों की लिस्ट में शामिल हो गया है. जबकि, अमेरिका जैसे देश ने अभी तक अपनी सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) लॉन्च नहीं की है.
वहीं, अब ये सवाल कॉमन है कि क्या डिजिटल रुपी और क्रिप्टोकरंसी में कोई समानता है. खैर, CBDC और क्रिप्टोकरेंसी के बीच समानता इस तथ्य पर समाप्त होती है कि इन दोनों में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हुआ है. इसलिए, ब्लॉकचेन के कॉमन बेस (आधार) होने के नाते, सभी ट्रांजेक्शन को लेजर पर ट्रैक किया जा सकता है. पुराने ट्रांजेक्शन को मॉडिफाई नहीं किया जा सकता. ऐसे में ट्रांसपेरेंसी बढ़ेगी और इसे मैनेज करना आसान हो जाएगा. इसलिए, CBDC सप्लाई के साथ-साथ उपयोग पक्ष पर नियंत्रण के साथ RBI की एक टेक्नोलॉजी-आधारित मुद्रा होगी. यह क्रिप्टोकरेंसी की तरह डिसेंट्रलाइज्ड नहीं होगा.
दोनों के बीच एक बड़ा अंतर यह है कि क्रिप्टोकरंसी के लिए कोई नियामक (रेगूलेटर) नहीं है, जबकि डिजिटल रुपी आरबीआई के नियामक के रूप में एक लीगल टेंडर है. यहां लेन-देन अन्य डिजिटल लेनदेन की तुलना में थोड़ा अधिक गुमनाम हो सकता है, क्योंकि एक बार बैंक खाते से पैसा डेबिट होने के बाद वॉलेट से वॉलेट में चला जाता है, लेकिन फिर भी उन्हें नियामक के रूप में भारतीय रिजर्व बैंक के साथ ट्रैक किया जा सकता है.
बिजनेस टूडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, Infibeam Avenues Ltd के डायरेक्टर और Payments Council Of India के चेयरमैन विश्वास पटेल कहते हैं, "चूंकि CBDC को सेंट्रल बैंक द्वारा मुद्रा नोटों के एक डिजिटल फॉर्म की तरह जारी किया जाएगा. इसे बैंकों द्वारा डिस्ट्रीब्यूट किया जाएगा. अंडरलाइन टेक्नोलॉजी (टेक स्टैक की तरह ब्लॉकचेन) लेन-देन के निशान को रिकॉर्ड करेगी और बनाए रखेगी, जिस तरह से यह बैंकों के कोर सिस्टम में किया जाता है. CBDC लेनदेन के मामले में जारी करने के निशान CBDC नोड्स के भीतर उपलब्ध होंगे, चूंकि CBDC का डिस्ट्रीब्यूशन केवल रेगूलेटरी इंटीटीज (REs) द्वारा किया जाएगा, यह कुछ मामलों में Kyced यूजर्स को पेश किया जाएगा, जो non-Kyced उपयोगकर्ता हो सकते हैं.”
पटेल आगे कहते हैं, "यह ब्लॉकचेन पर डिजिटल टोकन के रूप में मुद्रा है. रिटेल CBDC के साथ, भारत मे Bitcoin कैसे खरीदे आपको बिना किसी बैंक को शामिल किए लेनदेन करने में सक्षम होना चाहिए (जैसे भौतिक नकदी). इसमें भौतिक नकदी की तरह समान मूल्यवर्ग होंगे. यह यूपीआई से काफी अलग है जो आपके बैंक खाते से रियल डेबिट होता है. CBDC एक मुद्रा है, RBI द्वारा गारंटीकृत एक लीगल टेंडर है."
इसके अलावा, क्रिप्टोकरेंसी के विपरीत, आप भाग लेने वाले बैंकों द्वारा पेश किए गए और मोबाइल फोन पर संग्रहीत डिजिटल वॉलेट के माध्यम से डिजिटल रुपी के साथ भुगतान और लेनदेन करने में सक्षम होंगे.
BCT Digital के सीईओ जया वैद्यनाथन कहते हैं, "एक सफल पायलट और आगे इसके विस्तार से, डिजिटल रुपी के रोलआउट से पारदर्शिता और कम परिचालन लागत सुनिश्चित होती है. इसके साथ भुगतान की पहुंच और उपयोगकर्ताओं की एक सही श्रेणी की वित्तीय जरूरतों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. इनोवेशन के जरिए भविष्य के लिए डिजिटल इकोसिस्टम बनाने में आरबीआई का यह कदम दुनियाभर के सामने बड़ा उदाहरण है."
अंत में, डिजिटल रुपी नकदी का इलेक्ट्रॉनिक रूप है, जिसका उपयोग वस्तुओं और सेवाओं को खरीदने और बेचने के लिए किया जाएगा. क्रिप्टो के विपरीत आप इसे एक एसेट क्लास के रूप में नहीं मान सकते और इसमें निवेश नहीं कर सकते.
क्रिप्टो पर भारी-भरकम टैक्स: क्रिप्टोकरेंसी से हुई कमाई पर सरकार कैसे टैक्स वसूलेगी, समझिए आसान भाषा में
क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर अब 30% टैक्स देना होगा। इसके अलावा क्रिप्टोकरेंसी से ट्रांजैक्शन करने पर 1% का TDS भी लगेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को अपने बजट भाषण में इसकी जानकारी दी।
वित्त मंत्री ने साफ किया कि RBI की ओर से जारी होने वाले डिजिटल रुपए को ही डिजिटल करेंसी माना जाएगा, जबकि बिटकॉइन और इथेरियम जैसी क्रिप्टोकरेंसी को एसेट माना जाएगा और इससे होने वाली कमाई पर टैक्स लगेगा।
वित्त मंत्री ने क्या कहा?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, 'वर्चुअल डिजिटल एसेट में ट्रांजैक्शन में बड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इनके चलते वर्चुअल डिजिटल एसेट्स के लिए एक खास टैक्स सिस्टम जरूरी हो गया है। अब किसी भी वर्चुअल डिजिटल एसेट के ट्रांसफर के जरिए होने वाली आय पर 30% की दर से टैक्स लगाया जाएगा।'
वहीं उन्होंने बताया कि वर्चुअल डिजिटल एसेट के ट्रांसफर में अगर कोई नुकसान होता है तो इसे दूसरे किसी अन्य सोर्स से हुई कमाई के साथ सेट ऑफ नहीं किया जा सकेगा।
ऐसे में आपके मन भी सवाल होगा कि क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स कैसे लगेगा? तो चलिए इसे आसान भाषा में समझने की कोशिश करते हैं। इसके लिए हमने बात की टैक्स एक्सपर्ट कार्तिक गुप्ता से:
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले देश में करोड़ों लोग हैं। वे कैसे टैक्स के दायरे में आएंगे या सरकार उनकी पहचान कैसे कर पाएगी? और भी सवाल हैं, जो निवेशकों के मन में हैं। उनके जवाब दे रहे हैं बैंक बाजार डॉट कॉम के CEO आदिल शेट्टी.
1. क्रिप्टो पर TDS कैसे कटेगा?
क्रिप्टो करंसी की दुनिया में इसे लागू करना जटिल होगा, क्योंकि ट्रेडिंग के लिए भी अभी भारत में TDS नहीं कटता। इसकी पूरी गाइडलाइन का इंतजार करना चाहिए।
2. क्रिप्टो खरीदने-बेचने वालों की पहचान नहीं होती, तो फिर TDS किससे वसूला जाएगा?
भारत के क्रिप्टो एक्सचेंज KYC कर रहे हैं। सरकार चाहे तो इससे खरीदार की पहचान कर सकती है। हालांकि, विदेश की क्रिप्टो एक्सचेंज से खरीद करने वालों की पहचान करना अभी मुश्किल दिख रहा है।
3. क्या ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के जरिए क्रिप्टो खरीदने वालों की पहचान संभव है?
नहीं। इसीलिए उम्मीद है कि ब्लॉकचेन का भी KYC होने लगेगा।
4. क्रिप्टो का रेगुलेशन कैसे संभव है? रेगुलेटरी अथॉरिटी कौन होगी?
यह अभी क्लियर नहीं है कि अथॉरिटी कौन होगी या रेगुलेशन के नियम क्या होंगे। रेगुलेशन का फ्रेमवर्क सरकार को इस उद्योग के साथ मिलकर निवेशकों की जरूरतों को ध्यान रखते हुए बनाना होगा। सरकार ने टैक्स लगाकर अभी सिर्फ पहला कदम उठाया है। आगे रास्ते धीरे-धीरे खुलते जाएंगे। इस मामले में कई ग्रे एरिया हैं, जिन्हें लेकर सरकार को गाइडलाइन तैयारी करनी है। उसके बाद ही स्थिति साफ हो सकती है।
5. क्या देश में कोई सरकारी नियंत्रण वाली क्रिप्टो एक्सचेंज बन सकती है?
सरकार ने भारतीय डिजिटल रुपए की घोषणा की है। यह भी क्रिप्टो की तरह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के जरिए ही चलेगा। फिर भी इससे क्रिप्टो में निवेशकों की सुरक्षा बढ़ेगी।
6. भारतीयों के 6 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा क्रिप्टो में लग चुके हैं, क्या वे लोग कभी ट्रैक हो पाएंगे?
KYC के जरिए निवेश किया होगा तो ट्रेस किए जा सकेंगे।
Investment in Crypto Currencies: BitCoin में निवेश का स्टेपवाइज प्रॉसेस, इन तीन चार्जेज के बारे में भी जानकारी है जरूरी
Investing in Crypto Currencies: भारत में बिटक्वाइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर निवेशक आकर्षित हुए हैं लेकिन अधिकतर के मन में यह सवाल रहता है कि इसकी शुरुआत कैसे की जाए.
दुनिया भर में निवेशकों के बीच बिटक्वाइन (BitCoin) जैसी क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है.
Investing in Crypto Currencies: भारत समेत दुनिया भर में निवेशकों के बीच बिटक्वाइन (BitCoin) जैसी क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है. पिछले कुछ वर्षों में इसने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है. क्रिप्टोकरेंसी एक प्रकार की वर्चुअल करेंसी है जिसे कंप्यूटर पर जटिल समीकरणों को हल कर माइन किया जाता है. इसे माइन करने वाले यानी माइनर्स को रिवार्ड के तौर पर क्रिप्टो करेंसी मिलती है लेकिन जिन्हें तकनीकी समझ नहीं है, वे भी क्रिप्टो हासिल कर सकते हैं. जिस प्रकार कंपनी के शेयरों की बीएसई और एनएसई जैसे एक्सचेंजों पर खरीद-बिक्री होती है, वैसे ही क्रिप्टो एक्सचेंजों पर बिटक्वाइन जैसे क्रिप्टो की खरीद-बिक्री होती है यानी कि आपको अगर बिटक्वाइन में निवेश करना है तो किसी एक्सचेंज पर जाकर भारत मे Bitcoin कैसे खरीदे आसानी से इसमें पैसे लगा सकते हैं.
इस प्रकार कर सकते हैं क्रिप्टो में निवेश
क्रिप्टों में निवेश के लिए वजीरएक्स (WazirX), क्वाइनडेक्स (Coindex), जेबपे Zebpay, क्वाइनस्विच कुबेर (Coin Switch Kuber) और यूनोकॉइन UnoCoin जैसे एक्सचेंज हैं. क्रिप्टो में निवेश के लिए पहले आपको एक्सचेंज की साइट पर जाकर पर्सनल डिटेल्स के जरिए रजिस्ट्रेशन करना होगा.
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- क्रिप्टो करेंसी की वेबसाइट पर जाकर साइन अप करिए.
- फिर ई-मेल वेरिफिकेशन के बाद सिक्योरिटी पेज आएगा जिसमें ऐप, मोबाइल एसएमएस या कोई सिक्योरिटी विकल्प न चुनने का विकल्प आएगा.
- सिक्योरिटी विकल्स को ओके करने के बाद देश चुनने और केवाईसी चुनने का विकल्प मिलेगा. केवाईसी के तहत पर्सनल और कंपनी में से किसी एक को चुनना होता है जो बाय डिफॉल्ट पर्सनल पर होता है.
- केवाईसी के लिए अपनी व्यक्तिगत जानकारियां जैसे कि नाम, जन्म तिथि, पता, पैन कार्ड, आधार (ड्राइविंग लाइसेंस या पासपोर्ट) की डिटेल्स के साथ पैन कार्ड की फोटो, आधार कार्ड के फ्रंट व बैक साइड के साथ सेल्फी अपलोड करनी होती है.
- अकाउंट वेरिफाई होने के बाद आप क्रिप्टो में खरीदारी कर सकते हैं और इसका भुगतान अपने बैंक खाते से करना होगा.
क्रिप्टो ट्रेडिंग पर ये हैं चार्जेज
- एक्सचेंज फीस: क्रिप्टो खरीद या बिक्री ऑर्डर को पूरा करने के लिए एक्सचेंज फीस चुकानी होती है. भारत में अधिकतर क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज का फिक्स्ड फीस मॉडल है, लेकिन ट्रांजैक्शन की फाइनल कॉस्ट उस प्लेटफॉर्म पर निर्भर होती है जिस पर ट्रांजैक्शन पूरा हुआ है. ऐसे में इसे लेकर बेहतर रिसर्च करनी चाहिए कि कौन सा क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज सबसे कम ट्रांजैक्शन फीस ले रहा है. फिक्स्ड फीस मॉडल के अलावा क्रिप्टो एक्सचेंज में मेकर-टेकर फी मॉडल भी है. क्रिप्टो करेंसी बेचने वाले को मेकर कहते हैं और इसे खरीदने वाले को टेकर कहते हैं. इस मॉडल के तहत ट्रेडिंग एक्टिविटी के हिसाब से फीस चुकानी होती है.
- नेटवर्क फीस: क्रिप्टोकरेंसी माइन करने वालों को नेटवर्क फीस चुकाई जाती है. ये माइनर्स शक्तिशाली कंप्यूटर्स के जरिए किसी ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करते हैं और ब्लॉकचेन में जोड़ते हैं. एक्सचेंज का नेटवर्क फीस पर सीधा नियंत्रण नहीं होता है. अगर नेटवर्क पर भीड़ बढ़ती है यानी अधिक ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करना होता है तो फीस बढ़ जाती है. आमतौर पर यूजर्स को थर्ड पार्टी वॉलेट का प्रयोग करते समय ट्रांजैक्शन फीस को पहले से ही सेट करने की छूट होती है. लेकिन एक्सचेंज पर इसे ऑटोमैटिक एक्सचेंज द्वारा ही सेट किया जाता है ताकि ट्रांसफर में कोई देरी न हो. जो यूजर्स अधिक फीस चुकाने के लिए तैयार हैं, उनका ट्रांजैक्शन जल्द पूरा हो जाता है और जिन्होंने फीस की लिमिट कम रखी है, उनके ट्रांजैक्शन पूरा होने में कुछ समय लग सकता है. माइनर्स को इलेक्ट्रिसिटी कॉस्ट और प्रोसेसिंग पॉवर के लिए यह फीस दी जाती है.
- वॉलेट फीस: क्रिप्टो करेंसी को ऑनलाइन बैंक खाते के समान एक डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है. अधिकतर वॉलेट में क्रिप्टो करेंसी के डिपॉजिट और स्टोरेज पर कोई फीस नहीं ली जाती है, लेकिन इसे निकालने या कहीं भेजने पर फीस चुकानी होती है. यह मूल रूप से नेटवर्क फीस है. अधिकतर एक्सचेंज इन-बिल्ट वॉलेट की सुविधा देते हैं. क्रिप्टो वॉलेट्स सिस्टमैटिक क्रिप्टो करेंसी खरीदने का विकल्प देते हैं और इसके इंटीग्रेटेड मर्चेंट गेटवे के जरिए स्मार्टफोन व डीटीएस सर्विसेज को रिचार्ज कराया जा सकता है.
(यहां दी गई जानकारी एक्सचेंजों की वेबसाइट से ली गई है. निवेश शुरू करने की जो प्रक्रिया है, वह अलग-अलग एक्सचेंज पर थोड़ी भिन्न हो सकती है. लेख के जरिए आपको निवेश की कोई सलाह नहीं दी जा रही है और यह महज जानकारी के लिए है. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर संपर्क कर लें.)
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Cryptocurrency in hindi 2022| क्रिप्टो करेंसी की जानकारी | CryptoCurrency Kya Hai?
आजकल शेअर मार्केट, मुच्युअल फंड मे इनवेस्टमेंट से जादा चर्चे CryptoCurrency मे Investment के हो रहे हैं, क्योंकि Bitcoin, Ethereum जैसे क्रिप्टोकरेंसी की बात करें तो यह काफी कम समय मे बहुत जादा रिटर्न्स दिये है जो की शेअर मार्केट और म्युचुअल फंड 20-20 सालो मे भी नहीं देते.
आज हम देखेंगे की क्रिप्टोकरेंसी क्या है? और यह कैसे काम करती है. क्रिप्टोकरेंसी की A to Z जानकारी हम आपको यहा देंगे. तो चलिये देखते हैं CryptoCurrency Kya Hai और CryptoCurrancy Kaise kam karti Hai.
क्रिप्टोकरेंसी क्या है? [Cryptocurrency 2022]
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है इसे वर्चुअल करेंसी भी कहते है. यह एक आभासी मुद्रा हैं. इसे Decentralized System द्वारा नियंत्रित किया जाता है. भारत मे जैसे रुपया, अमेरिका मे डाॅलर वैसे ही क्रिप्टोकरेंसीया भी एक Currency का काम करती है.
कई देशों मे इसे लिगल टेंडर तक घोषित कर दिया है यानी आप लेन देन मे इसका इस्तमाल कर सकते हो.
कई लोंगो ने इसे स्विकार किया है तो कई ने इसपर अविश्वास जताया है क्योंकि इसपर किसी सरकार का कंट्रोल नहीं होता इसपर किसी का भी आधिकारीक तौर पर नियंत्रण नहीं होता.
CryptoCurrency से आप कुछ भी खरिद सकते हो, इसमे ट्रेडिंग कर सकते हो इनवेस्टमेंट भी कर सकते हो लेकिन जैसे हम तिजोरी मे पैसे रख सकते है वैसे इसे नहीं रखा जा सकता यह हमे फिजीकल रुपमें नहीं मिलता बल्कि एक डिजिटल रुप मे मिलता हैं.
क्रिप्टोकरेंसी काम कैसे करता है?
असल मे क्रिप्टोकरेंसी ब्लाॅकचेन पर काम करती है, दरसल जो भी लेन देन या ट्राझेक्शन होता है उसका सारा रेकार्ड रखा जाता है. कुछ भारत मे Bitcoin कैसे खरीदे एडवांस कंप्यूटर होते है उसके जरिये इसमे निगरानी रखी जाती है इसे CryptoCurrency Mining भी कहा जाता है.
इसका हर एक छोटा बडा Transaction एक ब्लाॅक मे रखा जाता है. ब्लाॅक की सिक्योरिटी मायनर्स के हात मे होती है. इसका बहुत कठिण कैलकुलेशन होता है उसे हल करे उसे सुरक्षित रखने का काम Miners का होता है. Mining करके भी बहुत लोग पैसा कमाते है.
Miners ब्लाॅक को सुरक्षित करते है और उसे एक कोड लगा देते है यह वेरिफाय करने का काम Nodes करते है, इसे Consensus कहा जाता हैं. यह सब प्रोसेस करने के लिये Miners को क्रिप्टोकाईंन्स भी मिलते हैं.
क्रिप्टो करेंसी मार्केट क्या है?
एक ऐसा मार्केट जहा पर आप कोई भी लिस्टेड क्रिप्टोकरेंसी को आप खरिद या बेच सकते या उसमे ट्रेड कर सकते है जैसे Bitcoin, Ethereum, Binance, Litecoin, Dogecoin और भी ऐसे सेकडो करेंसी हैं.
भारत मे अलग अलग Platform है जैसे CoinDCX, CoinSwitch, Wazirx जिसके जरिये भारत मे Bitcoin कैसे खरीदे आप क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में इनवेस्टमेंट या ट्रेडिंग करते है.
कुछ पाॅपुलर क्रिप्टोकरेंसी-
1. 𝙱𝚒𝚝𝚌𝚘𝚒𝚗
2. 𝙴𝚝𝚑𝚎𝚛𝚎𝚞𝚖
3. 𝚁𝚒𝚙𝚙𝚕𝚎
4.𝙻𝚒𝚝𝚎𝚌𝚘𝚒𝚗
5.𝙳𝚘𝚐𝚎𝚌𝚘𝚒𝚗
6.𝚟𝚘𝚒𝚌𝚎𝚌𝚘𝚒𝚗
7.𝙱𝚒𝚗𝚊𝚗𝚊𝚌𝚎 और भी कई है जिसे आप गुगल पर जाकर जान सकते है.
क्रिप्टो करेंसी इंडिया :
CryptoCurrency का क्रेझ भारत मे भी देखने को मिल रहा है, हजारो करोंड का इनवेस्टमेंट भारत मे है. लोग सोने मे इनवेस्टमेंट की बजह अब क्रिप्टोकरेंसी मे इनवेस्टमेंट करना पसंद कर रहे है क्योंकि इसमे बहुत कम समय मे बहुत जादा रिटर्न्स मिल रहे है.
भारत मे अगर क्रिप्टोकरेंसी मे इनवेस्टमेंट करना है तो आपको बहुत सारे क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लॅटफॉर्म मिल जायेंगे जहा से आप इसमे इनवेस्टमेंट कर सकते हो. जैसे की
1. CoinSwitch Kuber
2. CoinDCX
3.WazirX
और भी कई है लेकिन फिलाल तो यही जादातर इस्तमाल किये जा रहें हैं.
बिटकॉइन इंडिया में लीगल है या नहीं?
कुछ दिन पहले बिटकाॅईन पर भारत मे बैन लगा दिया था लेकिन कोर्ट से इस निर्णय को वापस ले लिया इसलिये फिलाल तो भारत मे क्रिप्टोकरेंसी पर कोई पाबंदी नहीं है लेकिन इसपर कोई Regulatory भी नहीं है इसलिये अगर आपके साथ CryptoCurrency भारत मे Bitcoin कैसे खरीदे को लेकर कोई Issue होता है या कोई धोका होता है तो आप कुछ नहीं कर सकते क्योंकि इसपर कोई कानुन नहीं बना गया है इसलिये क्रिप्टोकरेंसी खरिदना है तो अपने रिस्क पे ही खरिदना पढेगा.
लेकिन जल्द ही भारत सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर जल्द ही कडे नियम लगानेवाली है इसपर कंट्रोल करनेवाले रुल्स लानेवाली है ताकी क्रिप्टोकरेंसी मे होनेवाले पैसो पर नजर रहें क्योंकि भारत क्रिप्टोकरेंसी का बडा मार्केट हैं.
क्रिप्टो करेंसी में निवेश कैसे करें ? ( How to Invest In CryptoCurrancy)
यह उतना ही आसान जितना आप शेअर मार्केट से कोई शेअर खरिदी करना. इसके लिये आपको एक क्रिप्टोकरेंसी वाॅलेट की जरुरत पडेगी जिसकी मदत से आप अपनी मुद्रा के बदले क्रिप्टो मुद्रा को खरिद सकें.
बहुत सारे प्लॅटफॉर्म है जहा पर आप आसानी से कोई भी क्रिप्टोकरेंसी खरिद सकते है WazirX, CoinDCX go, CoinSwitch Kuber, Zebpay, Unicoin जैसे कई प्लॅटफॉर्म है जहा पर आप कोई भी क्रिप्टोकरेंसी खरिद अथवा बेच सकते हैं.
सबसे अच्छा cryptocurrency 2022 में निवेश करने के लिए कौनसा है?
क्रिप्टोकरेंसी को कोई एक कंट्रोल नहीं कर सकता यह एक दिन मे 10 प्रतिशत चढते है और 10 प्रतिशत उतरते है इनका कोई अंदाजा नहीं होता इसलिये क्रिप्टोकरेंसी मे रिटर्न्स तो बहुत मिलते लेकिन यहा रिस्क बहुत होता है. जितनी तेजी से यह ऊपर चढते है उतनी ही तेजी से यह गिरते है. बहुत लोग बोलते है यह इस साल इतने तक जायेगा, उतने तक जायेगा लेकिन यह सब Prediction होते है दरसल किसी एक क्रिप्टो करेंसी न्यूज़ के आते ही इसका प्राईज ऊपर नीचे होने लगता है इसको भाप पाना मुश्किल ही नहीं नामुनकिन हैं. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना जोखिमों से भरा हैं.
भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य है की नहीं? ( Future Of CryptoCurrency in India)
केंद्र सरखार जल्द ही आधिकारिक Digital मुद्रा विधेयक लाने कि तयारी मे है और इसपर अंकुश या थोडा बहुत अंकुश लगाने कि तयारी चल रही हैं क्योंकी इसमे भारत मे इनवेस्टमेंट बढा है इसमे कोई दौराह नहीं और आगे जाके और भी बढनेवाला हैं.
फिलाल तो क्रिप्टोकरेंसी पर भारत का क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य अंधेरे मे दिखाई दे रहा है लेकिन ऐसा भी हो सकता है की क्रिप्टोकरेंसी पर थोडे बहुत नियम लगा दिये जाये ताकी सरकार का इसमे कंट्रोल रहे.
आपने क्या सिखा ?
आपने सिखा की क्रिप्टो करेंसी भारत मे Bitcoin कैसे खरीदे in hindi , कौन कौनसी क्रिप्टोकरेंसी जादातर लोग खरिद रहे हैं. भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य क्या हो सकता हैं, हमे cryptoCurrency खरिदनी चाहिये या नहीं, क्रिप्टो करेंसी में निवेश कैसे करें ? यह सब हमने सीखा.
अगर आपको हमारी जानकारी पसंद आई हो तो अपने दोस्तो से इसे जरुर शेअर किजीये और कोई सवाल और सुजाव हो तो हमे जरुर लिखें.
FAQ भारत मे Bitcoin कैसे खरीदे
Q: कौन-कौन सी क्रिप्टोकरेंसी जादातर खरिदते है लोग?
Ans: बिटकाॅईन, रिपल, इथेरियम, बायनान्स, लाईट काॅईन, डोज काॅईन यह सब जादातर लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी हैं जिसे जादातर लोग खरिद और बेचते हैं.
Q: क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिये भारत मे कौन कौन से प्लॅटफॉर्म हैं?
Ans. वजीरएक्स, काॅईन डिसीएक्स, काॅईन स्विच यह सब भारतीय प्लॅटफॉर्म है जिसकी मदत से आप क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकते हों.