विश्व विदेशी मुद्रा

India's external trade recovers strongly in 2021-22
विश्व मुद्रा भंडार में आई रिकॉर्ड 1 ट्रिलियन डॉलर की कमी, भारत की क्या है स्थिति?
भारत का फॉरेन करेंसी भंडार इस साल 96 अरब डॉलर घटकर 538 अरब डॉलर हो गया है.
विश्व मुद्रा भंडार में गिरावट की सबसे बड़ी वजह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले बाकी देशों की करेंसी का कमजोर होना है. हाल ही में डॉलर अन्य रिजर्व करेंसी जैसे यूरो और येन के मुकाबले दो दशक के अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है.
- News18Hindi
- Last Updated : October 06, 2022, 12:02 IST
हाइलाइट्स
विश्व मुद्रा भंडार रिकॉर्ड 1 ट्रिलियन डॉलर घट गया है.
अब 7.8% घटकर 12 ट्रिलियन डॉलर रह गया है.
यह उभरती अर्थव्यवस्थाओं के सामने बड़ी समस्या है.
नई दिल्ली. दुनिया भर में ग्लोबल फॉरेन करेंसी रिजर्व में काफी तेजी से गिरावट आ रही है. इस वजह से उभरती एशियाई अर्थव्यवस्थाओं के सामने बड़ी समस्या खड़ी होती जा रही है. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल विश्व मुद्रा भंडार रिकॉर्ड 1 ट्रिलियन डॉलर घट गया है. विश्व मुद्रा भंडार लगभग 1 ट्रिलियन डॉलर या 7.8% घटकर 12 ट्रिलियन डॉलर रह गया है. यह 2003 के बाद सबसे बड़ी गिरावट है.
विश्व मुद्रा भंडार में गिरावट की सबसे बड़ी वजह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले बाकी देशों की करेंसी का कमजोर होना है. हाल ही में डॉलर अन्य रिजर्व करेंसी जैसे यूरो और येन के मुकाबले दो दशक के अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है.
कई देशों के सामने खड़ी हुई समस्या
इस समस्या से निपटने के लिए भारत और चेक रिपब्लिक जैसे कई देशों की सेंट्रल बैंक अपनी करेंसी को सपोर्ट करने के लिए जरूरी कदम उठा रही हैं. बहुत से केंद्रीय बैंक अपनी मुद्राओं में होने वाली गिरावट को रोकने के लिए बाजार में हस्तक्षेप कर रहे हैं. इन देशों करेंसी मार्केट में अपने विदेशी मुद्रा कोष से डॉलर की बिक्री के लिए मजबूर होना पड़ा है. इससे इन देशों खजाना दिनों-दिन खाली होता जा रहा है. मुद्राओं की रक्षा के लिए भंडार का उपयोग करने की प्रथा कोई नई बात नहीं है. जब विदेशी पूंजी की बाढ़ आती है तो केंद्रीय बैंक डॉलर खरीदते हैं और मुद्रा की वृद्धि को धीमा करने के लिए अपने भंडार का निर्माण करते हैं. बुरे समय में वे पूंजी की घटने से रोकने के लिए भंडार को बढ़ाते हैं.
96 अरब डॉलर कम हुआ फॉरेन करेंसी रिजर्व
उदाहरण के लिए भारत का फॉरेन करेंसी भंडार इस साल 96 अरब डॉलर घटकर 538 अरब डॉलर हो गया है. देश के केंद्रीय बैंक ने कहा कि वैश्विक घटनाक्रमों के कारण रुपये की विनियम दर में गिरावट को रोकने के जारी प्रयासों के बीच विदेशी मुद्रा भंडार में यह कमी आई है. यह अप्रैल से वित्तीय वर्ष के दौरान रिजर्व में गिरावट का 67 प्रतिशत हिस्सा है. रुपये में इस साल डॉलर के मुकाबले करीब 9 फीसदी की गिरावट आई है और पिछले महीने यह रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया था.
क्या है भारत की स्थिति?
डॉयचे बैंक एजी के मुख्य अंतरराष्ट्रीय रणनीतिकार एलन रस्किन ने कहा, ” कई केंद्रीय बैंकों के पास अभी भी हस्तक्षेप जारी रखने के लिए पर्याप्त शक्ति है. भारत में विदेशी भंडार अभी भी 2017 के स्तर से 49% अधिक हैं और 9 महीने के आयात का भुगतान करने के लिए पर्याप्त है. लेकिन कई देशों के लिए वे जल्दी से समाप्त हो रहे हैं. इस साल 42% की विश्व विदेशी मुद्रा गिरावट के बाद पाकिस्तान का 14 बिलियन डॉलर का भंडार तीन महीने के आयात को कवर करने के लिए पर्याप्त नहीं है.
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Economic Survey: विश्व विदेशी मुद्रा विदेशी मुद्रा भंडार में भारत से आगे केवल चीन, जापान और स्विट्जरलैंड
आर्थिक समीक्षा 2021-22 में देश के विदेशी मुद्रा भंडार के बारे में बताया गया है कि भारत अब दुनिया का चौथा सबसे ज्यादा विदेशी मुद्रा भंडार वाला देश है. उससे आगे सिर्फ चीन, जापान और स्विट्जरलैंड हैं. जानें कितना है देश का विदेशी मुद्रा भंडार.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 31 जनवरी 2022,
- (अपडेटेड 31 जनवरी 2022, 5:51 PM IST)
- 600 अरब डॉलर को पार कर गया फॉरेक्स रिजर्व
- भारत चौथा सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार वाला देश
अर्थव्यवस्था की मजबूती दिखाने वाले कई मानकों में से एक देश का विदेशी मुद्रा भंडार चालू वित्त वर्ष में काफी बढ़ा है. आर्थिक समीक्षा 2021-22 के मुताबिक अब भारत दुनिया का चौथा सबसे अधिक विदेशी मुद्रा भंडार वाला देश है.
600 अरब डॉलर से अधिक विदेशी मुद्रा भंडार
आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2021-22 की पहली छमाही में विदेशी मुद्रा भंडार 600 बिलियन डॉलर (करीब 44,810 अरब रुपये) से ऊपर निकल गया. इस साल 31 दिसम्बर, 2021 तक 633.6 बिलियन डॉलर (करीब 47,300 अरब रुपये) के स्तर पर पहुंच गया. वहीं विदेशी मुद्रा भंडार के लिहाज से नवम्बर 2021 के अंत तक चीन, जापान और स्विट्जरलैंड ही भारत से आगे रहे.
India's external trade recovers strongly in 2021-22
India was the fourth-largest forex reserves holder in the world after China, Japan, and Switzerland#EconomicSurvey #Budget2022
इतना रहा विदेशी कर्ज
हालांकि आर्थिक समीक्षा में देश पर कुल विदेशी कर्ज का भी जिक्र किया गया है. सितंबर 2021 के अंत तक देश पर कुल 593.1 अरब डॉलर (करीब 44,295 अरब रुपये) का विदेशी कर्ज था. जो 30 जून 2021 के मुकाबले 3.9% अधिक है.
संसद के बजट सत्र की शुरुआत आज राष्ट्रपति के अभिभाषण से हो गई. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दोनों सदन की संयुक्त बैठक को संबोधित किया. इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद के दोनों सदनों में आर्थिक समीक्षा 2021-22 पेश की. वित्त मंत्री कल सुबह 11 बजे वित्त वर्ष 2022-223 के लिए आम बजट पेश करेंगी. आर्थिक समीक्षा हमेशा बजट से एक दिन पहले पेश की जाती है.
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (India’s Forex Reserve) 572.978 अरब डॉलर पर पहुंचा
5 अगस्त, 2022 को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 897 मिलियन डॉलर की गिरावट के साथ 572.978 अरब डॉलर पर पहुँच गया है। विश्व में सर्वाधिक विदेशी मुद्रा भंडार वाले देशों की सूची में भारत चौथे स्थान पर है, इस सूची में चीन पहले स्थान पर है। विदेशी मुद्रा भंडार
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (India’s Forex Reserve) 15 महीने के न्यूनतम स्तर 588 अरब डॉलर पर पहुंचा
8 जुलाई, 2022 को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 8.062 अरब डॉलर की गिरावट के साथ 580.252 अरब डॉलर पर पहुँच गया है। विश्व में सर्वाधिक विदेशी मुद्रा भंडार वाले देशों की सूची में भारत चौथे स्थान पर है, इस सूची में चीन पहले स्थान पर है। विदेशी मुद्रा भंडार
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (India’s Forex Reserve) 593 अरब डॉलर पर पहुंचा
24 जून, 2022 को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 2.734 अरब डॉलर की गिरावट के साथ 593.323 अरब डॉलर पर पहुँच गया है। विश्व में सर्वाधिक विदेशी मुद्रा भंडार वाले देशों की सूची में भारत चौथे स्थान पर है, इस सूची में चीन पहले स्थान पर है। विदेशी मुद्रा भंडार
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (India’s Forex Reserve) 596 अरब डॉलर पर पहुंचा
10 जून, 2022 को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 596.46 अरब डॉलर पर पहुँच गया है। विश्व में सर्वाधिक विदेशी मुद्रा भंडार वाले देशों की सूची में भारत चौथे स्थान पर है, इस सूची में चीन पहले स्थान पर है। विदेशी मुद्रा भंडार इसे फोरेक्स रिज़र्व या आरक्षित निधियों का
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (India’s Forex Reserve) 597 अरब डॉलर पर पहुंचा
20 मई, 2022 को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 4.230 बिलियन डॉलर की बढ़ोत्तरी के साथ 597.51 अरब डॉलर पर पहुँच गया है। विश्व में सर्वाधिक विदेशी मुद्रा भंडार वाले देशों की सूची में भारत चौथे स्थान पर है, इस सूची में चीन पहले स्थान पर है। विदेशी मुद्रा भंडार
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (India’s Forex Reserve) 600 अरब डॉलर पर पहुंचा
22 अप्रैल, 2022 को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 3.27 बिलियन डॉलर की कमी के साथ 600.42 अरब डॉलर पर पहुँच गया है। विश्व में सर्वाधिक विदेशी मुद्रा भंडार वाले देशों की सूची में भारत चौथे स्थान पर है, इस सूची में चीन पहले स्थान पर है। गौरतलब है कि
Forex Reserve: भारत के पास है विश्व का चौथा सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार, जानिए पहले और दूसरे स्थान पर हैं कौन-कौन से देश
विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में दुनियाभर में सबसे आगे चीन है। इस मोर्चे पर 1404 अरब डालर से कुछ अधिक रकम के साथ जापान दूसरे तथा 1077 अरब डालर (सितंबर के आंकड़ों के हिसाब से) के साथ स्विट्जरलैंड तीसरे स्थान पर हैं।
नई दिल्ली, पीटीआइ। वर्तमान में भारत के पास दुनिया का चौथा सबसे बड़ा विदेशी विश्व विदेशी मुद्रा विश्व विदेशी मुद्रा मुद्रा भंडार है। सोमवार को लोकसभा में वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि 19 नवंबर, 2021 तक देश का विदेशी मुद्रा भंडार 640.4 अरब डालर था। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पिछले सात वर्षो के दौरान एक्साइज शुल्क (सेस भी शामिल) के तहत 16.7 लाख करोड़ रुपये एकत्र किए गए हैं। गैर-ब्रांडेड वाले पेट्रोल पर वर्ष 2013-14 में एक्साइज ड्यूटी 9.2 रुपये प्रति लीटर थी जबकि गैर-ब्रांडेड वाले डीजल पर 3.46 रुपये प्रति लीटर थी। वर्तमान में पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 27.9 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 21.80 रुपये प्रति लीटर है। विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में दुनियाभर में सबसे आगे चीन है, जिसके पास इस वर्ष अक्टूबर में 3,392 अरब डालर का भंडार बताया जा रहा था। इस मोर्चे पर 1,404 अरब डालर से विश्व विदेशी मुद्रा कुछ अधिक रकम के साथ जापान दूसरे तथा 1,077 अरब डालर (सितंबर के आंकड़ों के हिसाब से) के साथ स्विट्जरलैंड तीसरे स्थान पर हैं।
देश में कोयले की कमी नहीं : कोयला मंत्री
इस बीच, कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा है कि देश में कोयले की कोई कमी नहीं है। राज्यसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए जोशी ने कहा कि भारी बारिश, बिजली की बढ़ती मांग के चलते बिजली संयंत्रों में कोयले का भंडार कम हो गया था। इस साल आठ अक्टूबर तक संयंत्रों में कोयले का स्टाक 72 लाख टन (चार दिनों का स्टाक) तक पहुंच गया था। हालांकि इसके बाद कोयले की आपूर्ति बढ़ी और 29 नवंबर को स्टाक 1.7 करोड़ टन (नौ दिनों के लिए पर्याप्त) पहुंच गया। पिछले साल की तुलना में कोल इंडिया ने इस साल अप्रैल से अक्टूबर के दौरान 5.4 करोड़ टन ज्यादा कोयला भेजा है। कोयले से चलने वाले बिजली संयंत्रों की बात करें तो अप्रैल से अक्टूबर के दौरान 594.34 अरब यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ। जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 511.46 अरब यूनिट था।
55 प्रतिशत से ज्यादा जन धन खाते महिलाओं के नाम
देश में 44 करोड़ जन धन खाते हैं, जिनमें से 55 प्रतिशत से अधिक (24.42 करोड़) अकाउंट महिलाओं के नाम हैं। यह जानकारी वित्त राज्य मंत्री भागवत किशन कराड ने लोकसभा में दी। सुकन्या समृद्धि योजना के खाते खोले जाने संबंधी एक अन्य सवाल के जवाब में वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने बताया कि पहली अप्रैल, 2018 से 31 अक्टूबर, 2021 तक 1,42,73,910 खाते खोले गए। उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाते खोले गए।
144 केंद्रीय परियोजनाओं की लागत 14,960 रुपये बढ़ी
इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी 144 केंद्रीय परियोजनाएं समय से पूरी होती नहीं दिख रही हैं। खास बात यह है कि समय से पूरा नहीं होने के चलते इनकी लागत 14,960.02 करोड़ रुपये बढ़ गई है। सांख्यिकी मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने संसद में बताया कि इन परियोजनाओं की शुरुआती लागत 1,67,493.82 करोड़ रुपये थी जो अब बढ़कर 1,82,453.84 करोड़ रुपये हो गई है।
हेल्थ इंश्योरेंस के प्रीमियम पर जीएसटी घटाने का इरादा नहीं
वित्त राज्यमंत्री भागवत किशन कराड ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि सरकार का हेल्थ इंश्योरेंस के प्रीमियम पर जीएसटी घटाने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा कि जीएसटी का फैसला काउंसिल करती है और यह एक संवैधानिक संस्था है। वर्तमान समय में उसकी तरफ से इस तरह की कोई सिफारिश नहीं की गई है।
देशभर में एटीएम की संख्या 2.13 लाख से ज्यादा
इस साल सितंबर तक देशभर में एटीएम की संख्या 2.13 लाख से ज्यादा थी। 47 प्रतिशत से ज्यादा एटीएम ग्रामीण और अर्द्ध शहरी इलाकों में थे। वित्त राज्यमंत्री भागवत किशन कराड ने यह जानकारी लोकसभा में दी।
19,564 करोड़ रुपये रहा विमानन कंपनियों का घाटा
पिछले वित्त वर्ष के दौरान भारत में विमानन कंपनियों और एयरपोर्ट को क्रमश: 19,564 करोड़ और 5,116 करोड़ रुपये अनुमानित नुकसान हुआ है। यह जानकारी नागरिक विमानन राज्यमंत्री वीके सिंह ने सोमवार को राज्यसभा में दी।
विदेशी मुद्रा भंडार 6.56 अरब डॉलर बढ़कर 531.08 अरब डॉलर पर
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 28 अक्टूबर को समाप्त हफ्ते में 6.56 अरब डॉलर बढ़कर 561.08 अरब डॉलर हो गया। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की तरफ से जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। पिछले दिनों देश के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserve) में गिरावट का रुख देखा गया। इससे पिछले हफ्ते विदेशी मुद्रा भंडार 3.84 अरब डॉलर घटकर 524.52 अरब डॉलर रह गया था। एक साल पहले अक्टूबर, 2021 में देश का विदेश मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के ऑलटाइम हाई पर पहुंच गया था।
देश के मुद्रा भंडार में गिरावट आने का मुख्य कारण यह है कि रुपए की गिरावट को थामने के लिए केन्द्रीय बैंक मुद्रा भंडार से मदद ले रहा है। रिजर्व बैंक द्वारा जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार, 28 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में मुद्रा भंडार का महत्वपूर्ण घटक मानी जाने वाली, फॉरेन करेंसी एसेट्स (FCA) 5.77 अरब डॉलर बढ़कर 470.84 अरब डॉलर हो गई। डॉलर में अभिव्यक्त किए जाने वाली फॉरेन करेंसी एसेट्स में मुद्रा भंडार में रखे यूरो, पौंड और जापानी येन जैसे गैर डॉलर मुद्रा के मूल्य में आई कमी या बढ़त के प्रभावों को दर्शाया जाता है।
आंकड़ों के अनुसार, मूल्य के संदर्भ में देश का गोल्ड रिजर्व 55.6 करोड़ डॉलर बढ़कर 37.76 अरब डॉलर हो गया। केंद्रीय बैंक ने कहा कि विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 18.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 17.62 अरब डॉलर हो गया है।