विश्‍व के बाजारों में ट्रेड करें

मुद्रा का दबाव

मुद्रा का दबाव
अन्य प्रमुख विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में मजबूती से रुपये पर दबाव रहा। विश्लेषकों ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में नरमी और विदेशी पूंजी निवेश ने रुपये की गिरावट को सीमित करने का प्रयास किया। प्राथमिक आंकड़ों के अनुसार, बृहस्पतिवार को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने 737.17 करोड़ रुपये की शुद्ध लिवाली की।

One of the highest devaluations of Pak currency in Imran’s tenure

विदेशी मुद्रा भंडार बस दिखाने के लिए नहीं, 'मुद्रा का दबाव बारिश के दिनों' में इसका इस्तेमाल जरूरी: RBI मुद्रा का दबाव गवर्नर शक्तिकांत दास

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने शनिवार 12 मुद्रा का दबाव नंवबर को भारतीय रुपये (Rupee) पर दबाव कम करने के लिए फॉरेन एक्सचेंज मार्केट में केंद्रीय बैंक के हस्तक्षेप को सही बताते हुए उसका बचाव किया। RBI गवर्नर ने कहा कि विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) का इस्तेमाल ठीक ऐसी ही स्थितियों में किया जाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि एक्सचेंज रेट में कोई अनुचित अस्थिरता न आए। 'हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट' में बोलते हुए शक्तिकांत दास ने कहा, "कुछ ऐसे ऑब्जर्वेशन किए थे कि RBI अपने रिजर्व का अंधाधुंध इस्तेमाल कर रहा है। ऐसा नहीं है। जैसा कि मैंने पहले भी कहा है कि बारिश के मौसम में हमें बचाव के लिए छाता उठाना पड़ता है। हमने ऐसे ही बारिश के दिनों में अपने रिजर्व का इस्तेमाल किया है।"

डॉलर की मजबूती के दबाव में रुपए की चाल मुद्रा का दबाव कमजोर

डॉलर की मजबूती के दबाव में रुपए की चाल कमजोर

दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की ताकत का सूचक डॉलर इंडेक्स में मजबूती से अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले देसी मुद्रा पर दबाव बना हुआ है। डॉलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार को सात पैसे की कमजोरी के साथ 70.95 रुपये प्रति डॉलर पर खुलने के बाद रिकवरी के मूड में आया, लेकिन डॉलर की मजबूती मुद्रा का दबाव के दबाव में रुपये की चाल कमजोर बनी रही। डॉलर के मुकाबले देसी मुद्रा 70.93 रुपये प्रति डॉलर पर कारोबार कर रही थी।

एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट (एनजीर् व करेंसी रिसर्च) अनुज गुप्ता ने बताया कि यूरो में आई कमजोरी के कारण डॉलर इंडेक्स लगातार मजबूत हो रहा है और उसे अमेरिका-चीन व्यापारिक टकराव व भूराजनीतिक तनाव से सपोर्ट मिल रहा है।

Explainer : क्‍या सच मुद्रा का दबाव में 'रुपया गिर नहीं रहा- डॉलर मज़बूत हो रहा'?

नई दिल्‍ली. वित्‍तमंत्री निर्मला सीतारमण ने मुद्रा का दबाव पिछले दिनों डॉलर के मुकाबले कमजोर होती भारतीय मुद्रा मुद्रा का दबाव का बचाव करते हुए कहा था- ‘रुपया गिर नहीं रहा- डॉलर मज़बूत हो रहा’. उनके इस बयान के अलग-अलग मायने निकाले गए और विपक्ष ने रुपये की अनदेखी और बढ़ते आर्थिक दबाव को लेकर निशाना भी साधा था. हालांकि, वित्‍तमंत्री के बयान को बड़े कैनवास पर देखा जाए तो यह काफी हद तक सही भी नजर आता है.

दरअसल, अमेरिकी डॉलर में आई मजबूती को अगर सिर्फ भारतीय रुपये के परिपेक्ष्‍य में देखा जाए तो अधूरी तस्‍वीर ही सामने आती है. जरूरी है कि इसे अन्‍य देशों की मुद्राओं से भी तुलना करनी चाहिए और फिर यह देखा जाए मुद्रा का दबाव कि क्‍या वाकई रुपया कमजोर हो रहा. एक तरह से देखा जाए तो रुपया कमजोर हो या डॉलर मजबूत, इसका असर भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था पर बखूबी पड़ेगा ही. लेकिन, हम वित्‍तमंत्री के बयानों का निहितार्थ हालिया आंकड़ों से निकालने की कोशिश करते हैं तो तस्‍वीर कुछ और ही नजर आती है. जनवरी से अब तक करीब 9 फीसदी गिरा है भारतीय रुपया.

चीन की बेल्ट एंड रोड पॉलिसी को टक्कर देने के लिए यूरोपीय संघ ने बनाई निवेश योजना

पहला, खाद्य और वस्तुओं की कीमतों के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ईंधन की कीमतें आसमान छू गईं, और दूसरा, विनिमय दर में मुद्रा का दबाव 30.5 प्रतिशत की गिरावट ने भी पाकिस्तान में उच्च मुद्रास्फीति को जन्म दिया है.

उक्त रिपोर्ट में आगे यह कहा गया है कि, अमेरिकी डॉलर बनाम क्षेत्रीय मुद्राओं के विश्लेषण से यह पता चलता है कि, पाकिस्तानी मुद्रा में अन्य मुद्राओं की तुलना में भारी मूल्यह्रास देखा गया है.

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अन्य क्षेत्रीय मुद्राओं का मूल्य

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 75.मुद्रा का दबाव 39 पर रहा. भारतीय रुपया वर्ष, 2018 में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 70.09 रुपये, दिसंबर, 2019 में 73.66 रुपये, मार्च, 2020 में 74.53 रुपये और अप्रैल, 2021 में 74.57 रुपये पर था.

बांग्लादेश के मामले में, इस अवधि में बांग्लादेशी टका अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 85.76 पर स्थिर था और यह पिछले दो वर्षों में औसतन 84 से 85.9 के आसपास रहा है.

इस बीच, पाकिस्तानी रुपया मूल्य में गिरावट जारी रही और दिसंबर, 2021 में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले यह गिरावट 177 रुपये दर्ज की गई. पाकिस्तानी रुपया पिछले तीन वर्षों और चार महीनों में एक डॉलर के मुकाबले 123 रुपये से 177 रुपये तक तेजी से गिर गया.

पहली बार पाकिस्तान का कर्ज और देनदारियां हुए PKR 50 ट्रिलियन के पार

Take Weekly Tests on app for exam prep and compete with others. Download मुद्रा का दबाव Current Affairs and GK app

एग्जाम की तैयारी के लिए ऐप पर वीकली टेस्ट लें और दूसरों के साथ प्रतिस्पर्धा करें। डाउनलोड करें करेंट अफेयर्स ऐप

Read the latest Current Affairs updates and download the Monthly Current Affairs PDF for UPSC, SSC, Banking and all Govt & State level Competitive exams here.

रेटिंग: 4.87
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 360
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *