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स्विंग ट्रेडिंग को समझना

स्विंग ट्रेडिंग को समझना

Swing Trading कैसे करे | Swing Trading Strategies in Hindi

आज के इस लेख में हम आपको Swing trading in Hindi, Swing trading strategy in Hindi आदि के बारे में पूरी जानकारी दी है। जिस किसी को नहीं पता है की स्विंग ट्रेडिंग क्या है ? उसे इस लेख को पूरा पढ़ना चाहिए। लंबे समय के निवेश के लिए अधिक रिटर्न मिलता है लेकिन इंतजार भी अधिक करना होता है । कई बार तो 4–5 वर्ष का इंतजार भी करना होता है। इसमें रिस्क रेश्यो भी कम होता है लेकिन निवेश के लिए अधिक पैसों की जरूरत होती है।

स्विंग ट्रैडिंग क्या है [What is Swing Trading in Hindi]

स्विंग ट्रेडिंग के केवल एक ही उद्देश है की शेयर की कीमत को गिराबट या बढ़ोतरी को देखकर अपनी पोजीशन को होल्ड करना होता है। इसका समय 24 घंटे से लेकर कुछ हफ्तों और तक का होता है। लेकिन लंबे समय के निवेशों में अधिक

मुनाफा कमाने के लिए अधिक समय तक इंतजार करना होता है। Swing trading के माध्यम से निवेशक छोटे–छोटे मुनाफा प्राप्त करते है क्योंकि कम अवधि में अच्छा मुनाफा कमा सकते है। मार्किट में शेयर की कीमत का अनुमान लगाने के लिए ज्यादातर सभी ट्रेडर टेक्निकल एनालिसिस का उपयोग करते है जिससे हमे शेयर की सही स्थिति का अनुमान लग जाता है।

स्विंग ट्रैडिंग कैसे करे [Swing trading strategy in Hindi ]

Swing trading करने के लिए आपको सबसे पहले अकाउंट खोलना होगा। कुछ कंपनियां डेमो अकाउंट भी देती है जिसके उपयोग से ट्रेडिंग को समझने में आसानी होती है और लाइव ट्रेडिंग करने से पहले कुछ अनुभव भी हो जाता है।

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के बाद एनालिसिस की जरूरत होती है, इसमें मदद के लिए financial tools उपलब्ध होते है जिससे हमे उचित रास्ता मिलता है।

स्विंग ट्रैडिंग के लिए शेयर कैसे चुने ?

जब आप समझ चुके है की Swing trading in Hindi क्या है। अब आप अपनी जरूरत के हिसाब से जोखिम उठाने के लिए तैयार हो जाएं , क्योंकि अब आपको एक ऐसे शेयर की खोज करनी होगी जो आपके रिस्क सहने के हिसाब से हो।

रिस्क मैनेज कैसे करे?

ऐसा जरूरी नहीं हैं कि आपके द्वारा लिया गया निर्णय सही साबित हो और आपको हमेशा मुनाफा हो, कई बार आपका अनुमान और स्ट्रेटजी अचानक उलट जाती है। आपको अपनी financial risk के अनुसार मुनाफा और हानि दोनों के लिए तैयार रहना चाहिए। Swing trading in Hindi

अपनी ऐसेट को मॉनिटर कैसे करे?

आपको अपने शेयर की कीमत को समय–समय पर देखते रहना है कि का वह अच्छा प्रदर्शन कर रहा है या नही। फायदा दिखते ही मार्केट से शेयर को बेचकर बाहर निकलना ठीक रहता है क्योंकि ज्यादा कीमत बढ़ने के लालच में नुकसान भी हो जाता है। मार्केट में लाभ के अलावा नुकसान भी होता है कभी–कभी नुकसान होने के बाद भी मार्केट से शेयर को बेचकर बाहर निकलना होता है।
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स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुनें?

मार्केट ट्रेडिंग के लिए बेहतरी स्टॉक को कैसे चुने। ज्यादातर ट्रेडर्स मार्केट की स्थिति के अनुसार ही शेयर को खरीदते हैं। स्विंग ट्रेडिंग के लिए एक अच्छे स्टॉक को चुनने के लिए, आपको उससे जुड़ी हुई सभी खबरों पर ध्यान देना होगा। आपकी पूरी कोशिश हो कि शेयर अच्छा प्रदर्शन करता हो।

मार्केट ट्रेंड : बहुत से ऐसे ट्रेडर होते है जो मार्केट के ट्रेंड के अनुसार ही शेयर को चुनते है। कंपनी की स्थति जानने के लिए, उससे जुड़ी हुई सभी खबरों को समझना होगा। स्टॉक को किसी भी तरह से चुने लेकिन वह प्रदर्शन अच्छा कर रहा होना चाहिए।

लिक्विडिटी स्टॉक : इस लिक्विडिटी स्टॉक का मतलब होता है कि वह शेयर जो ट्रेडिंग मार्केट में अधिक मात्रा में खरीदे या बेचे जाते है। इनका प्रदर्शन कुछ इस तरह का होता है कि मार्केट में उस शेयर की जरूरत काफी अधिक है। बेहतर लिक्विडिटी वाले शेयर में कम मात्रा में रिस्क होता है।

दूसरे स्टॉक के साथ तुलना:

बेहतर स्टॉक को चुनने के लिए, आपको उसी सेक्टर से संबंधित अन्य स्टॉक के साथ तुलना करनी होती है इससे हमे ये पता लगता है कि किस शेयर का प्रदर्शन अच्छा है और किसका खराब है।

स्टॉक का ट्रैडिंग पैटर्न जरूर देखे : आपको जिस स्टॉक का प्रदर्शन अच्छा लग रहा हो, उसके बाद आप स्टॉक के पुराने ट्रेंडिंग पैटर्न को देखना काफी जरूरी होता है इससे हमे stock के भविष्य में कीमत के उतार-चढ़ाव के बारे में अनुमान लग जाता है। एक चीज और देखनी है शेयर की कीमत में थोड़ा ज्यादा उतार-चढ़ाव होगा तो समझो शेयर उतना ही अच्छा होता है।

कम बदलाव वाले स्टॉक: कुछ ट्रेडर अधिक उतार-चढ़ाव वाले शेयर को पसंद नही करते है क्योंकि उसमे पैटर्न को समझने में समस्या होती है। वह उन शेयर में निवेश करते जिसमे सामान्य रूप से कम उछाल या गिरावट दिखती है क्योंकि इससे उनको पैटर्न को समझने में आसानी होती है।

स्विंग ट्रेडिंग क्या होती है? (What is Swing Trading?)

स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading) ट्रेडिंग की एक शैली है जो कुछ दिनों से लेकर कई हफ्तों तक स्टॉक (या किसी भी वित्तीय साधन) में लघु से मध्यम अवधि के लाभ को पकड़ने का प्रयास करती है। व्यापार के अवसरों की तलाश के लिए स्विंग व्यापारी मुख्य रूप से तकनीकी विश्लेषण का उपयोग करते हैं।

मूल्य प्रवृत्तियों और पैटर्न का विश्लेषण करने के अलावा स्विंग व्यापारी मौलिक विश्लेषण का उपयोग कर सकते हैं।

प्रमुख बिंदु :

स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading) में एक प्रत्याशित मूल्य चाल से लाभ के लिए कुछ दिनों से लेकर कई महीनों तक चलने वाले ट्रेडों को शामिल किया जाता है।स्विंग ट्रेडिंग एक व्यापारी को रात भर और सप्ताहांत के जोखिम के लिए उजागर करती है, जहां कीमत में अंतर हो सकता है और बाजार अगले सत्र को काफी अलग कीमत पर खुल सकता है।

स्विंग ट्रेडर्स स्टॉप लॉस (Stop Loss) और प्रॉफिट टारगेट के आधार पर एक स्थापित जोखिम/इनाम अनुपात का उपयोग करके लाभ ले सकते हैं, या वे तकनीकी संकेतक या मूल्य कार्रवाई आंदोलनों के आधार पर लाभ या हानि ले सकते हैं।

स्विंग ट्रेडिंग को समझना ( Understanding Swing Trading)

आमतौर पर, स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading) में एक से अधिक ट्रेडिंग सत्र के लिए या तो लंबी या छोटी स्थिति धारण करना शामिल होता है, लेकिन ये आमतौर पर कई हफ्तों या कुछ महीनों से अधिक नहीं होता है। यह एक सामान्य समय सीमा है, क्योंकि कुछ ट्रेड कुछ महीनों से अधिक समय तक चल सकते हैं, फिर भी व्यापारी उन्हें स्विंग ट्रेडों पर विचार कर सकते हैं। स्विंग ट्रेड एक ट्रेडिंग सत्र के दौरान भी हो सकते हैं, हालांकि यह एक दुर्लभ परिणाम है जो अत्यंत अस्थिर परिस्थितियों के कारण होता है।

स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading) का लक्ष्य संभावित मूल्य चाल के एक हिस्से पर कब्जा करना है। जबकि कुछ व्यापारी बहुत सारे आंदोलन के साथ अस्थिर स्टॉक की तलाश करते हैं और कुछ अन्य व्यापारी अधिक शांत स्टॉक पसंद कर सकते हैं। किसी भी मामले में, स्विंग ट्रेडिंग यह पहचानने की प्रक्रिया है कि किसी परिसंपत्ति की कीमत आगे बढ़ने की संभावना है और स्टॉक एक स्थिति में प्रवेश कर रहा है, और फिर उसमे व्यापारी को लाभ दिख रहा है।

सफल स्विंग ट्रेडर केवल अपेक्षित मूल्य चाल के एक हिस्से पर कब्जा करना चाहते हैं, और फिर अगले अवसर पर आगे बढ़ते हैं।

स्विंग ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान ( Advantages and Disadvantages of Swing Trading)

कई स्विंग ट्रेडर ट्रेडों का मूल्यांकन जोखिम/इनाम के आधार पर करते हैं। एक परिसंपत्ति के चार्ट का विश्लेषण करके वे निर्धारित करते हैं कि वे कहां प्रवेश करेंगे, जहां वे स्टॉप लॉस (Stop Loss) रखेंगे, और फिर अनुमान लगाएंगे कि वे लाभ के साथ कहां से बाहर निकल सकते हैं। यदि वे एक सेटअप पर ₹ 1 प्रति शेयर का जोखिम उठा रहे हैं जो उचित रूप से ₹ 3 लाभ उत्पन्न कर सकता है, तो यह एक अनुकूल जोखिम/इनाम अनुपात है। दूसरी ओर, केवल ₹1 को जोखिम में डालकर ₹ 0.75 बनाना उतना अनुकूल नहीं है।

ट्रेडों की अल्पकालिक प्रकृति के कारण, स्विंग व्यापारी स्विंग ट्रेडिंग को समझना मुख्य रूप से तकनीकी विश्लेषण का उपयोग करते हैं। विश्लेषण को बढ़ाने के लिए मौलिक विश्लेषण का उपयोग किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, यदि एक स्विंग ट्रेडर किसी स्टॉक में तेजी की स्थिति देखता है, तो वे यह सत्यापित करना चाहते हैं कि परिसंपत्ति के मूल तत्व अनुकूल दिखते हैं या इसमें सुधार भी हो रहा है।

स्विंग ट्रेडर्स अक्सर दैनिक चार्ट पर अवसरों की तलाश करेंगे और सटीक प्रविष्टि, स्टॉप लॉस (Stop Loss) और टेक-प्रॉफिट स्तर खोजने के लिए 1-घंटे या 15-मिनट के चार्ट देख सकते हैं।

स्विंग ट्रेडिंग की योग्यता :

इसे दिन के कारोबार की तुलना में व्यापार करने के लिए कम समय की आवश्यकता होती है।

यह बाजार के बड़े उतार-चढ़ाव पर कब्जा करके अल्पकालिक लाभ क्षमता को अधिकतम करता है।

व्यापारी विशेष रूप से तकनीकी विश्लेषण पर भरोसा कर सकते हैं, व्यापार प्रक्रिया को सरल बना सकते हैं।

स्विंग ट्रेडिंग के दोष :

व्यापार की स्थिति रातोंरात और सप्ताहांत बाजार जोखिम के अधीन हैं।

बाजार में अचानक उलटफेर से काफी नुकसान हो सकता है।

स्विंग ट्रेडर्स अक्सर शॉर्ट-टर्म मार्केट मूव्स के पक्ष में लंबी अवधि के रुझानों को याद करते हैं।

Swing Trading क्या है – शेयर मार्किट में स्विंग ट्रेडिंग क्या होती है पूरी जानकारी हिंदी में

शेयर मार्केट में कई प्रकार की ट्रेडिंग होती है जिसमे Swing Trading निवेशकों को ज्यादा पसंद आती है. एक निवेशक हमेशा शेयर मार्केट में धैर्य के साथ ट्रेडिंग करता है.

शेयर मार्केट में लोग ज्यादा तर Intraday Trading और Scalping Trading करते है. लेकिन सही राणनीति और धैर्य के साथ लोग Swing Trading में इंट्राडे और सकैलपिंग ट्रेडिंग से ज्यादा पैसे कमा लेते है.

तो चलिए सबसे पहले Swing Trading शब्द के बारे में जानते है, ताकि स्विंग ट्रेडिंग को समझने में आसानी हो.

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Swing Trading Meaning In Hindi ?

Swing Trading का मतलब = “झुलाना व्यापार” होता है. इसे आसान भाषा मे समझने तो ऐसा व्यापार करना जिसे झूले की तरह आगे पीछे झुलाते रहें.

Swing Trading Kya Hai ?

स्विंग ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जिसमे शेयर को शेयर मार्केट के खुलने पर खरीद लिया जाता है और शेयर की कीमत टारगेट तक पहुँच जाने पर उसे बेच कर मुनाफा कमाया जाता है.

स्विंग ट्रेडिंग में दरअसल खरीदे गए शेयर की Delivery ले ली जाती है. इसी कारण इसे Delivery Trading भी कहते है.

चलिए अब स्विंग ट्रेडिंग को एक उदाहरण से समझते है.

Swing Trading In Hindi ?

स्विंग ट्रेडिंग करने से पहले हम एक Strategy बनाते है जिसके हिसाब से हम Share चुनते है और फिर उसपर ट्रेडिंग करते है.

सबसे पहले तो एक ऐसी कंपनी के शेयर को चुनेंगे जिसमे स्विंग होता हो. यानी कि उतार-चढाब ज्यादा होता हो.

अब उस शेयर का हम ग्राफ देखेगे की इसके शेयर की कीमत में 3 दिन , 7 दिन, 2 हफ्ते या 1 महीने के अंदर कितनी बढ़ी या घटी है .

मान लेते है कि एक कंपनी Reliance के शेयर में 7 दिन के अंदर 50 रुपये प्रति शेयर का उतार-चढाब होता है.

अब अपने देखा कि अभी शेयर की कीमत घाट रही है और अब यहां से बढ़ना शुरू होगी . तो अब आप उस कंपनी के शेयर मार्किट के खुलने से बंद होने के बीच खरीद लेंगे.

अब यहाँ एक बात ध्यान देने वाली है कि आपको स्विंग ट्रेडिंग में मार्जिन मनी का उपयोग नही करना है.

क्योंकि आप जो शेयर खरीद रहे है उनकी डिलेवरी लेंगे तो उसके लिए आपको शेयर के पूरे पैसे चुकाने होंगे.

मान लेते है अपने 123 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर 10,000 रुपये के शेयर खरीदे और 10,000 रुपये पूरे खर्च करके शेयर को रख लिया.

अब आपको अपने शेयर पर stop loss और target लगाना है. Stop loss अपने खरीदे हुए शेयर की कीमत से जितना ज्यादा कम हो सके उतना कम लगाए.

ताकि अगर शेयर की कीमत ज्यादा कम होकर बढ़े तो आपको नुकसान न हो.

Stop Loss क्या है और कैसे लगाए यह जानने के लिए नीचे दी गई पोस्ट पढ़े.

और अब आप अपने analysis के अनुसार sell का टारगेट लगाए. मान स्विंग ट्रेडिंग को समझना लेते है कि आपके शेयर की कीमत 7 दिन के अंदर 40 रुपये बढ़ेगी. तो आपका sell target होगा. 163 रुपये प्रति शेयर.

अब जैसे ही आपके शेयर की कीमत टारगेट तक पहुचेगी आपके शेयर अपने आप बिक जाएंगे और मुनाफा आपके खाते में होगा.

Swing Trading से ज्यादा मुनाफा कमाने की Strategy और Swing Trading कैसे करे जानने के लिए नीचे दी गई पोस्ट पढ़े.

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What is Swing Trading in Hindi: जानिए क्या होती है स्विंग ट्रेडिंग? और क्‍या हैं इसके फायदे?

Swing Trading in Hindi: इस लेख में, हम ऐसी एक स्ट्रेटेजी को कवर करेंगे जिसे स्विंग ट्रेडिंग कहा जाता है। तो आइए जानते है कि स्विंग ट्रेडिंग क्या है? (What is Swing Trading in Hindi) और स्विंग ट्रेडिंग के फायदें क्या है? (Benefits of Swing Trading in Hindi)

Swing Trading in Hindi: शेयर मार्केट में अपना पैसा निवेश करना सामान्य प्रकार के पैसिव इनकम में से एक है जिसके माध्यम से हम आपके धन को अधिकतम कर सकते हैं। अगर सही स्ट्रेटेजी और कार्यों के साथ किया जाए तो निवेश करना बहुत आसान हो सकता है। इस लेख में, हम ऐसी एक स्ट्रेटेजी को कवर करेंगे जिसे स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading) कहा जाता है। तो आइए जानते है कि स्विंग ट्रेडिंग क्या है? (What is Swing Trading in Hindi), स्विंग ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते है? (Types of Swing trading in hindi) और स्विंग ट्रेडिंग के फायदें क्या है? (Benefits of Swing Trading in Hindi)

स्विंग ट्रेडिंग क्या है? | Swing Trading Kya Hai? | What is Swing Trading in Hindi

जब कोई ट्रेडर कम से कम 1 दिन और एक सप्ताह तक पोजिशन रखता है तो यह स्विंग ट्रेडिंग के अभ्यास को संदर्भित करता है। स्विंग ट्रेडर पोजीशन में प्रवेश करने और उनमें से रिटर्न बनाने के लिए टेक्निकल एनालिसिस का उपयोग करते हैं।

(टेक्निकल एनालिसिस रुझानों की पहचान करने और भविष्यवाणियां करने के लिए पैटर्न का उपयोग करने की एक प्रक्रिया है)

स्विंग ट्रेडिंग का मतलब (Swing Trading Meaning in Hindi) स्टॉक की कीमत में उतार-चढ़ाव से मुनाफा कमाना है। सीधे शब्दों में कहें तो यह वह प्रक्रिया है जिसमें व्यापारी यह पहचानते हैं कि किसी एसेट की कीमत आगे कहां बढ़ सकती है, पोजीशन दर्ज करें और उस प्राइस मूवमेंट से मुनाफा बुक करें।

यह ट्रेंड ट्रेडिंग और डे ट्रेडिंग से कैसे अलग है?

ट्रेंड ट्रेडिंग में, ट्रांजैक्शन की मात्रा कम होने के कारण व्यापारी लंबी अवधि के लिए पोजीशन धारण करते हैं लेकिन प्रॉफिट प्रति पोजीशन पर अधिक हो सकता है।

डे ट्रेडिंग में, व्यापारी एक दिन या उससे भी कम समय के लिए पोजीशन रखते हैं और यहां प्रॉफिट सबसे कम होता है।

लेकिन Swing Trading के मामले में, व्यापारी लंबी अवधि के लिए और न ही छोटी अवधि के लिए पोजीशन धारण कर रहे हैं, यह प्रॉफिट अमाउंट डे ट्रेडिंग और ट्रेंड ट्रेडिंग के दौरान अर्जित प्रॉफिट अमाउंट के बीच है।

स्विंग ट्रेडिंग के प्रकार | Types of Swing Trading in Hindi

1) काउंटर ट्रेंड स्विंग ट्रेडिंग (Counter trend swing trading) - जब कोई ट्रेडर वर्तमान, व्यापक ट्रेंड के खिलाफ ट्रेडिंग करके मुनाफा कमाने का प्रयास करता है तो यह एक काउंटर-ट्रेंड है।

2) ट्रेंड फॉलोइंग स्विंग ट्रेड (Trend following swing trade) - यह एक ट्रेडिंग स्टाइल है जहां ट्रेडर्स ट्रेंड स्विंग ट्रेडिंग को समझना नीचे जाने पर बेचते हैं और ऊपर जाने पर खरीदते हैं।

स्विंग ट्रेडिंग और डे ट्रेडिंग के बीच अंतर | Difference between Swing Trading and Day Trading

स्विंग ट्रेडिंग में, व्यापारी एक दिन या एक सप्ताह के लिए पोजीशन रखते हैं। जबकि डे ट्रेडिंग के मामले में एक दिन से अधिक समय तक पोजीशन पर बने रहना संभव नहीं है।

डे ट्रेडिंग की तुलना में स्विंग ट्रेडिंग का अधिक प्रॉफिट नहीं होता है।

स्विंग ट्रेडिंग के मामले में, डे ट्रेडिंग की तुलना में ट्रांजैक्शन की संख्या कम होती है क्योंकि स्विंग ट्रेडर प्रक्रिया के माध्यम से एक स्टॉक चुनते हैं जबकि डे ट्रेडर एक ही दिन में कई स्टॉक चुनते हैं।

डे ट्रेडिंग की तुलना में Swing Trading के मामले में समय की आवश्यकता अधिक नहीं है। और यही कारण है कि स्विंग ट्रेडर्स को पार्ट-टाइम ट्रेडर्स के रूप में जाना जाता है जबकि डे ट्रेडर्स को फुल-टाइम ट्रेडर्स के रूप में जाना जाता है।

Swing Trading के लिए उच्च मार्जिन की आवश्यकता होती है। जबकि डे ट्रेडिंग के लिए उच्च मार्जिन की आवश्यकता नहीं होती है।

आइये कुछ और मानदंडों के आधार पर स्विंग ट्रेडिंग और डे ट्रेडिंग में अंतर समझते है-

स्विंग ट्रेडिंग - मिनिमम - 1 दिन, अधिकतम - कुछ सप्ताह

डे ट्रेडिंग - एक दिन से ज्यादा नहीं या उससे भी कम हो सकता है

स्विंग ट्रेडिंग - दिन के कारोबार की तुलना में कम लीवरेज

डे ट्रेडिंग - अत्यधिक लाभदायी

समय की आवश्यकता

स्विंग ट्रेडिंग - कम (पार्ट टाइम ट्रेडिंग के रूप में जाना जाता है)

डे ट्रेडिंग - अधिक (फुल टाइम ट्रेडिंग के रूप में जाना जाता है)

स्विंग ट्रेडिंग - मार्जिन की उच्च आवश्यकता

डे ट्रेडिंग - मार्जिन की कम आवश्यकता

स्विंग ट्रेडिंग कैसे काम करती है? | How does Swing trading work?

स्विंग ट्रेड में फुटप्रिंट का एनालिसिस करने और प्राइस चार्ट को पढ़ने के स्किल का कॉम्बिनेशन होता है। स्विंग ट्रेडिंग को तीन भागों में वर्गीकृत किया गया है जो इस प्रकार हैं:

अपना स्टॉक चुनें - पहला हिस्सा हमेशा उन शेयरों को चुनना होगा जिनके माध्यम से आप अच्छे रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं। एक स्विंग ट्रेडर के रूप में, आपको एक टेक्निकल एनालिसिस करना चाहिए ताकि मजबूत स्टॉक ढूंढना आसान हो सके।

चार्ट का एनालिसिस - मौलिक रूप से मजबूत स्टॉक का चयन करने के बाद आप अपने चयनित स्टॉक के चार्ट के एनालिसिस के लिए आगे बढ़ सकते हैं। मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डाइवर्जेंस (MACD), रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI), ट्रेंड लाइन और वॉल्यूम आदि जैसे विभिन्न संकेतकों का एनालिसिस करें और चयनित कंपनियों के बारे में दैनिक लेख और समाचार भी पढ़ें।

सेटअप - अंतिम भाग सेट किया जाएगा जिसमें टार्गेट प्राइस एंट्री प्राइस से ऊपर निर्धारित किया जाएगा और एंट्री प्राइस के नीचे अपना स्टॉप-लॉस ऑर्डर दिया जाएगा। और इस तरह आप बाजार में लगे झूलों से रिटर्न कमा सकते हैं।

स्विंग ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी | Swing trading strategies

अगर आप अपनी निवेशित राशि पर रिटर्न कमाना चाहते हैं तो आपको स्विंग ट्रेडर के रूप में कुछ स्ट्रेटेजी को लागू करने की आवश्यकता है। भारत में स्विंग ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी निम्नलिखित हैं-

टी-लाइन ट्रेडिंग - उपलब्ध चार्ट के आधार पर निर्णय लेने के लिए व्यापारियों द्वारा टी-लाइन का उपयोग किया जा सकता है। जब कोई सिक्योरिटी इस रेखा के नीचे बंद हो जाती है तो यह एक संकेत है कि कीमत में गिरावट जारी रहेगी। जबकि अगर यह लाइन के ऊपर बंद हो जाता है तो संकेत है कि कीमत स्विंग ट्रेडिंग को समझना में वृद्धि जारी रहेगी।

जापानी कैंडलस्टिक - यह बाजार में सभी व्यापारियों के बीच आम है। चूंकि इसकी व्याख्या करना आसान है और इसे समझा जा सकता है, अधिकांश व्यापारी इसे पसंद करते हैं

स्विंग ट्रेडिंग के फायदें | Benefits of Swing Trading in Hindi

जैसा कि आप जानते हैं कि स्विंग ट्रेडर चार्ट पढ़ने और पैटर्न का एनालिसिस करने से संबंधित हैं जो आटोमेटिक रूप से रुझानों और पैटर्न का पालन करके उनके लिए अच्छा रिटर्न अर्जित करने के अवसर पैदा करता है।

काम के घंटे का लचीलापन- एक स्विंग ट्रेडर के रूप में, आपको लचीलेपन का लाभ मिलता है जो आपके पास लंबे समय तक व्यापार करने के लिए नहीं होता है, आप इसे पार्ट टाइम आधार पर करते हुए आसानी से लाभ कमा सकते हैं।

उच्च मार्जिन - स्विंग ट्रेडिंग आपको एक सप्ताह के भीतर उच्च मार्जिन अर्जित करने में मदद करेगी। चूंकि लेनदेन कम है, प्रति लेनदेन लाभ की दर भी यहां अधिक है।

कम जोखिम - स्विंग ट्रेडर्स टेक्निकल एनालिसिस के बारे में चिंतित हैं और चूंकि शामिल संकेतक सुरक्षित हैं और अधिकांश स्विंग व्यापारियों द्वारा उपयोग किए जाते हैं, कोई भी आसानी से उन पर भरोसा कर सकता है और स्विंग ट्रेडिंग को कम जोखिम भरा मान सकता है।

स्विंग ट्रेडिंग फुल वीडियो कोर्स |

स्विंग ट्रेडिंग वीडियो कोर्स में बेसिक से एडवांस लेवल तक समझाया गया है जो आपको एक्सपर्ट बना देगा जिससे आप स्विंग ट्रेडिंग में आसानी से ट्रेड कर सकते हैं | इस कोर्स में आपको जो वीडियो मिलेंगे वह आपको एक अच्छा ट्रेडर और इन्वेस्टर बनाने में मदद करेंगे |

Introduction

इस स्विंग ट्रेडिंग वीडियो कोर्स में आपको बेसिक से एडवांस लेवल तक समझाया गया है जो आपको स्विंग ट्रेडिंग में एक्सपर्ट बना देगा| जिससे आप स्विंग ट्रेडिंग को आसानी से ट्रेड कर सकते हैं, १००% सेफ स्ट्रेटेजी के साथ.

About the Trainer

Pankaj Jain

Pankaj has 9 years experience in Stock Market & Commodity training for analysis, Day-trading & Dynamic broking. Master of Trading Psychology & Risk management.

Objective

  • शेयर बाजार कभी भी एक जैसा नहीं होता है कभी ये ऊपर होता है तो कभी नीचे| इसको ठीक तरह से जानने और समझने की जरूरत होती है जो आपको हमारे वीडियो कोर्स के द्वारा पूरा सिखा दिया जाता है|
  • जिसके द्वारा जो लोग शेयर मार्केट में अपना करियर बनाना चाहते हैं वह आसानी से इसको सीख कर, समझ कर इस फील्ड में अपना कैरियर बना सकते हैं |

Benefits

  • इस कोर्स को करने के बाद आप स्विंग ट्रेडिंग में अपनी कैपिटल का २०-२५% प्रॉफिट कर सकते हैं और उन सभी चीजों को इतनी अच्छी तरह से समझ सकते हो जो आपके ट्रेड्स को हर अप डाउन में सेफ बना सकता है |
  • यह कोर्स उन लोगों के लिए भी बहुत अच्छा हे जो ट्रेड करना चाहते हैं, इस कोर्स को करने के बाद आप अपना प्रॉफिट आसानी से बुक कर सकते हैं क्योंकि इसमें हम आपको इतना सीखा देते है कि आपको किसी भी टिप्स या कॉल की जरूरत नहीं रहेगी |
  • आप अपना ट्रेड सिर्फ १ घंटे में पूरा करो और लाइफ टाइम इससे अपना प्रॉफिट कमाते रहो |

Topics Covered

स्विंग ट्रेडिंग फुल वीडियो कोर्स लिस्ट :

1. लॉसेस को कम करने के लिए स्विंग ट्रेडिंग के ७ रूल्स

2. कैपिटल एंड मंथली सेफ टारगेट कैलकुलेटेड फॉर स्विंग ट्रेडिंग

3. डेली चर्निंग कोर्स

4. फंडामेंटल एनालिसिस

5. हाओ टु चूज बेस्ट स्टॉक फॉर स्विंग ट्रेडिंग (दर्वास स्क्रीनर )

6. टेक्निकल एनालिसिस कोर्स

7. इंट्राडे स्विंग ट्रेड रिपेयर फायर फाइटिंग

Intended Participants

यह वीडियो कोर्स उन लोगों के लिए है जो शेयर बाजार के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी रखते हैं या उसे सीखने में रुचि रखते हैं बिगिनर्स और ट्रेडर्स दोनों आसानी से इसे समझ सकते हैं !

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