कौन से दलाल सबसे भरोसेमंद हैं

Most Awaited Bollywood Couple Marriage: वरुण धवन(Varun Dhawan) और नताशा दलाल(Natasha Dalal) बीते 24 जनवरी को शादी के पवित्र बंधन में तो बंध गए, मगर इसके बाद से बॉलीवुड(Bollywood) के उन लव बर्ड्स के सात फेरे लेते हुए देखने का इंतजार उनके फैन्स को बेसब्री से होने लगा है, जो हमेशा अपने रिश्ते और रोमांटिक फोटोज के कारण सुर्खियां बटोरते रहते हैं।
84 दिनों तक मोबाइल रिचार्ज की टेंशन खत्म, फ्री Unlimited Calling और हाई-स्पीड इंटरनेट का मिलेगा मजा
Unlimited Calling: एयरटेल का ये प्लान ग्राहकों को तीन महीने तक धुआंधार बेनिफिट्स ऑफर करता है जिसमें आपको रिचार्ज करवाने के झंझट से छुटकारा मिल जाता है. ये प्लान किफायती होने के साथ ही दमदार भी है.
Airtel 84 Days Plan: Airtel के प्रीपेड प्लान्स काफी किफायती कौन से दलाल सबसे भरोसेमंद हैं तो हैं ही साथ ही इनमें अच्छे-खासे बेनिफिट्स भी मिल जाते हैं जो यूजर्स की जरूरतों को पूरा करते हैं. अगर आपको भी अपना प्रीपेड प्लान हर महीने रिचार्ज करवाने में समस्या होती है तो आज हम आपके लिए एयरटेल का एक ऐसा प्लान लेकर आई हैं जिसे एक बार रिचार्ज करवाने के बाद आपको 3 महीनों तक दुबारा रिचार्ज करवाने के बारे में सोंचना नहीं पड़ता है. अगर आप भी इस प्लान के बारे में जानना चाहते हैं तो आज हम आपको इस प्लान में मिलने वाले बेनिफिट्स के साथ ही इस प्लान की कीमत भी बताने जा रहे हैं.
इंदौर के इन दो डॉक्टरों पर तत्काल रासुका की कारवाई होनी चाहिए कलेक्टर साहब !
इंदौर। प्रायवेट अस्पताल प्रबंधन को धोखे में रखकर एक एमबीबीएस, एमडी डॉक्टर और दूसरा तथाकथित जो एमबीबीएस नहीं है? ने मिलकर कोरोना संक्रमित मरीज का फर्जी इलाज, फर्जी मेडिकल बिल के माध्यम से मरीज के परिजनों से दो लाख रुपए वसूले! एमबीबीएस और एमडी डॉक्टर वल्लभ गुप्ता, दूसरा तथाकथित डॉक्टर विजेंद्र वैष्णव ये दोनों हैं फर्जी इलाज के मास्टरमाइंड डॉक्टर।
आज के युग में किसी मरीज के लिए डॉक्टर भगवान के बाद इस धरती पर सबसे भरोसेमंद शख्स है! जिस पर मरीज और उसके परिजन आंख बंद कर विश्वास करते है! और यदि यही डॉक्टर पैसों की लालच में आपके साथ सीधे धोखाधड़ी कर आप का फर्जी ईलाज करे और आपको मौत की नीद सुला दे तो आप इसे क्या कहेंगे! पिशाच, जल्लाद, दलाल या अपराधिक धूर्त!?
बिहार का एक क्लर्क को कालेधन का कुबेर बन गया
पटना। घोटालेबाजों का अखाड़ा बन चुके बिहार में अब तक कई ऐसे घोटाले सामने आए हैं जिससे पूरे देश में बिहार को शर्मिंदगी झेलनी पड़ी है लेकिन हर कौन से दलाल सबसे भरोसेमंद हैं घोटाले में राजनीतिक कनेक्शन देखने को जरूर मिला है। बिहार के चर्चित टॉपर घोटाले में भी राजनेताओं के संरक्षण की बात कही जा रही थी जिसकी जांच के बाद सभी बेनकाब हुए थे। इसी तरह एक बार फिर बिहार में प्रश्न पत्र लीक का मामला सामने आया है। इसमें भी घोटाले के मास्टरमाइंड का कनेक्शन राजनीतिक नेताओं के साथ होने की बात कही जा रही है। वहीं इस मामले की जांच बारीकी से की जा रही है। इस जांच में शुक्रवार से ये अनुमान लगाया कौन से दलाल सबसे भरोसेमंद हैं जा रहा है कि अगर सही जांच हुई, तो इसमें बहुत नामवारों और रसूखदारों पर आंच आएगी जिसमें सत्ता के करीबी, जनप्रतिनिधि, ऊंचे पदों पर बैठे और शिक्षा माफिया सब शामिल है।
सुष्मिता सेन- रोहमन शॉल(Sushmita Sen and Rohman Shawl)
रोहमन शॉल(Rohman Shawl) के कौन से दलाल सबसे भरोसेमंद हैं साथ सुष्मिता सेन(Sushmita Sen) की जोड़ी उनके फैन्स को खूब भा रही है। इनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर इनकी खूबसूरत तस्वीरें हमेशा देखने के लिए मिल जाती हैं। इनके फैंस को अब इनकी शादी का बेसब्री से इंतजार है।
लंबे वक्त से दोनों एक दूसरे के साथ रिश्ते कौन से दलाल सबसे भरोसेमंद हैं में हैं। साथ में दोनों को छुट्टियां मनाते हुए भी कौन से दलाल सबसे भरोसेमंद हैं देखा जाता है। इनकी भी शादी का इनके फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
फरहान अख्तर- शिबानी दांडेकर(Farhan Akhtar and Shibani Dandekar)
वर्ष 2018 से ही कौन से दलाल सबसे भरोसेमंद हैं ये दोनों अपने रिलेशनशिप की वजह से सुर्खियां बटोर रहे हैं। दोनों को अक्सर साथ में घूमते हुए भी देखा जाता है। इन दोनों की शादी का भी इनके फैंस लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं।
इस तरह से ये रोमांटिक कपल्स जितनी जल्दी शादी के बंधन में बंध जाएं, उनके प्रशंसकों को उतनी ही खुशी होगी।
मकान मालिक और किराएदार का रिश्ता
जब आप बैंक से लॉकर लेते हैं तो आपके और बैंक के बीच, बैंक और ग्राहक का रिश्ता नहीं होता, ये रिश्ता मकान कौन से दलाल सबसे भरोसेमंद हैं मालिक और किराएदार के जैसा हो जाता है. जिस तरह मकान मालिक अपना मकान किराए पर देता है, लेकिन किराएदार के सामान के लिए उसकी कोई जिम्मेदारी नहीं होती है, ठीक उसी तरह बैंक अपने लॉकर को किराए पर देता है, लेकिन उसमें रखे सामान की जिम्मेदारी बैंक की नहीं होती है. यही कारण है कि बैंक का लॉकर लेने वाले को कहीं भी ऐसी बाध्यता नहीं होती है कि उसे लॉकर में रखे पैसों, जेवर या कीमती सामान की कीमत बैंक को ये बताना पड़े. जब बैंक को ये पता नहीं होता कि लॉकर में क्या सामान और कितना सामान रखा है, तो उस सामान की चोरी या नुकसान होने पर बैंक आसानी से पल्ला झाड़ लेते हैं.
जब भी कोई व्यक्ति बैंक का लॉकर लेता है तो बैंक और लॉकर लेने वाले व्यक्ति के बीच एक एग्रीमेंट होता है. इसे 'Memorandum of Letting’ कहते हैं. इसमें स्पष्ट रूप से लिखा होता है- ' बारिश, आग, भूकंप, बाढ़, बिजली, नागरिक विद्रोह, युद्ध, दंगे वगैरह या फिर ऐसा कोई कारण, जोकि बैंक के नियंत्रण से बाहर हो, ऐसे किसी मामले में आपके लॉकर में रखे सामान के लिए बैंक जिम्मेदार नहीं होगा.' इस एग्रीमेंट में ये भी लिखा होता है कि आपके सामान की सुरक्षा के लिए बैंक पूरी सावधानी बरतेगा और बेहतर इंतजाम करेगा, लेकिन कौन से दलाल सबसे भरोसेमंद हैं लॉकर में रखे सामान के लिए बैंक जिम्मेदार नहीं होगा.