निवेश उपकरण

निवेश उपकरण
Please Enter a Question First
वे वस्तुएँ, जो या तो उपभोग अथव .
अत्य वस्तुएँ गिफन वस्तुएँ निम्न-स्तरीय वस्तुएँ मध्यवर्ती वस्तुएँ
Solution : उपभोक्ता द्वारा उपभोग की जाने वाली हर वस्तु या फ़र्मों द्वारा निवेश की जाने वाली हर वस्तु को अंत्य वस्तु कहते हैं। ये अंतिम उपयोग किए जाने वाले अन्त्य वस्तुएँ होती हैं। इन वस्तुओं का न तो पुनर्विक्रय किया जाता है और ना ही इनका उत्पादन के अगले चरणों में इस्तेमाल किया जाता है। अंत्य वस्तु के उदाहरण हैं: कार, टीवी सेट, कपड़ा, भोजन, मशीनरी, उपकरण आदि।
कम्प्यूटर का निवेश उपकरण है (a) फ्लॉपी डिस्क (b) चुम्बकीय टेप (c) कुंजी पटल (d) उपर्युक्त सभी।
Please log in or register to add a comment.
Please log in or register to answer this question.
1 Answer
Please log in or register to add a comment.
Find MCQs & Mock Test
Related questions
Welcome to Sarthaks eConnect: A unique platform where students can interact with teachers/experts/students to get solutions to their queries. Students (upto class 10+2) preparing for All Government Exams, CBSE Board Exam, ICSE Board Exam, State Board Exam, JEE (Mains+Advance) and NEET can ask questions from any subject and get quick answers by subject teachers/ निवेश उपकरण experts/mentors/students.
निवेश उपकरण
अस्वीकरण :
इस वेबसाइट पर दी की गई जानकारी, प्रोडक्ट और सर्विसेज़ बिना किसी वारंटी या प्रतिनिधित्व, व्यक्त या निहित के "जैसा है" और "जैसा उपलब्ध है" के आधार पर दी जाती हैं। Khatabook ब्लॉग विशुद्ध रूप से वित्तीय प्रोडक्ट और सर्विसेज़ की शैक्षिक चर्चा के लिए हैं। Khatabook यह गारंटी नहीं देता है कि सर्विस आपकी आवश्यकताओं को पूरा करेगी, या यह निर्बाध, समय पर और सुरक्षित होगी, और यह कि त्रुटियां, यदि कोई हों, को ठीक किया जाएगा। यहां उपलब्ध सभी सामग्री निवेश उपकरण और जानकारी केवल सामान्य सूचना उद्देश्यों के लिए है। कोई भी कानूनी, वित्तीय या व्यावसायिक निर्णय लेने के लिए जानकारी पर भरोसा करने से पहले किसी पेशेवर से सलाह लें। इस जानकारी का सख्ती से अपने जोखिम पर उपयोग करें। वेबसाइट पर मौजूद किसी भी गलत, गलत या अधूरी जानकारी के लिए Khatabook जिम्मेदार नहीं होगा। यह सुनिश्चित करने निवेश उपकरण के हमारे प्रयासों के बावजूद कि इस वेबसाइट पर निहित जानकारी अद्यतन और मान्य है, Khatabook किसी भी उद्देश्य के लिए वेबसाइट की जानकारी, प्रोडक्ट, सर्विसेज़ या संबंधित ग्राफिक्स की पूर्णता, विश्वसनीयता, सटीकता, संगतता या उपलब्धता की गारंटी नहीं देता है।यदि वेबसाइट अस्थायी रूप से अनुपलब्ध है, तो Khatabook किसी भी तकनीकी समस्या या इसके नियंत्रण से परे क्षति और इस वेबसाइट तक आपके उपयोग या पहुंच के परिणामस्वरूप होने वाली किसी भी हानि या क्षति के लिए उत्तरदायी नहीं होगा।
We'd love to hear from you
We are always available to address the needs of our users.
+91-9606800800
भारत ने दवा, चिकित्सा उपकरण क्षेत्र में निवेश के लिए अमेरिकी दवा कंपनियों से संपर्क किया
Opioid epidemic, drug abuse concept with closeup on two heroin syringes or other narcotics surrounded by scattered prescription opioids. Oxycodone is the generic name for a range of opioid painkillers
Washington : भारत ने अमेरिका की शीर्ष दवा कंपनियों से संपर्क कर देश के दवा एवं चिकित्सा उपकरण क्षेत्र में निवेश का अनुरोध किया. भारत में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर इस क्षेत्र में आपात जरूरत की स्थिति पैदा हो गयी है.
अमेरिका के लिए भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने फाइजर कंपनी के सीईओ अल्बर्टा बुर्ला, मार्क कैस्पर के सीईओ थर्मो फिशर, एंटीलिया साइंटिफिक के चेयरमैन और सीईओ बर्न्ड ब्रस्ट और पाल लाइफ साइंसेज के सीईओ जोसेफ रेप के साथ डिजिटल बैठक की.
उन्होंने साइटिवा के सीईओ एवं अध्यक्ष एमैनुएल लिंजर से भी बात की. दवा कंपनियों के साथ बातचीत के दौरान संधू ने इस बात का जिक्र किया कि भारत दवा निर्माण एवं चिकित्सकीय उपकरणों के क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देना चाहता है.
उन्होंने कहा कि भारत ने हाल में एक उत्पादन आधारित निवेश उपकरण प्रोत्साइन योजना शुरू की है जो अमेरिकी कंपनियों को निवेश के लिए नए अवसर उपलब्ध करायेगा. पिछले सप्ताह बुर्ला के साथ बैठक के बाद संधू ने कहा था, ‘‘फाइजर भारत में टीका निर्माण समेत स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग कर सके और महामारी के प्रति हमारी जिम्मेदारी को मजबूती मिल सके, ऐसे कई मुद्दों पर बात हुई.’’
बुर्ला ने सोमवार को कहा कि फाइजर भारत में कोविड-19 की गंभीर स्थिति को लेकर चिंतित है और उनकी कंपनी संभावित मदद के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. इसके अलावा कंपनी ने घोषणा की कि निवेश उपकरण अगले 90 दिन में भारत में हर सरकारी अस्पताल में कोविड-19 के प्रत्येक मरीज की दवाओं तक निवेश उपकरण पहुंच सुनिश्चित करने के लिए कंपनी सात करोड़ डॉलर मूल्य की अपनी दवाएं दान में देगी.
थर्मो फिशर के सीईओ मार्क कैस्पर के साथ बैठक में संधू ने महामारी के खिलाफ लड़ाई में कंपनी की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया. साथ ही कोविशील्ड टीका तथा रेमडेसिविर जैसी जरूरी दवाओं के लिए भारत को कच्चा माल उपलब्ध कराने का भी जिक्र किया. इसके अलावा संधू ने एंटीलिया साइंटिफिक के चेयरमैन और सीईओ बर्न्ड ब्रस्ट और पाल लाइफ साइंसेज के सीईओ जोसेफ रेप से भी बात कर दवा क्षेत्र में सहयोग तथा निवेश का अनुरोध किया.