वित्तीय नवाचार

भारत सबसे तेजी से बढ़ता फिनटेक बाजार, वित्तीय नवाचार में अमेरिका से आगे: सीनेटर स्टीव डेंस
वाशिंगटन, 11 जून (भाषा) रिपब्लिक पार्टी के सीनेटर स्टीव डेंस ने कहा कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला फिनटेक बाजार है और वित्तीय नवाचार के मामले में अमेरिका से काफी आगे है। मोंटाना के सांसद ने कहा कि अमेरिका को चीन से एक चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, जिसने डिजिटल युआन की पेशकश की है, और उन्हें लगता है कि यह एक दिन दुनिया की प्रमुख आरक्षित मुद्रा के रूप में डॉलर की जगह ले लेगी। उन्होंने केंद्रीय बैंक की डिजिटल मुद्रा नीति पर सीनेट की बैंकिंग, आवास और शहरी मामलों की उपसमिति के समक्ष कहा,
मोंटाना के सांसद ने कहा कि अमेरिका को चीन से एक चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, जिसने डिजिटल युआन की पेशकश की है, और उन्हें लगता है कि यह एक दिन दुनिया की प्रमुख आरक्षित मुद्रा के रूप में डॉलर की जगह ले लेगी।
उन्होंने केंद्रीय बैंक की डिजिटल मुद्रा नीति पर सीनेट की बैंकिंग, आवास और शहरी मामलों की उपसमिति के समक्ष कहा, ‘‘डिजिटल युआन वित्तीय नवाचार के अलावा भी ये कोई छिपी हुई बात नहीं है कि चीन और कई अन्य देश वित्तीय नवाचार के मामले में हमसे बहुत आगे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते फिनटेक बाजारों में से एक है। वास्तव में, भारत द्वारा 2020 में किया गया कुल तत्काल भुगतान चीन की तुलना में लगभग 10 अरब अमेरिकी डॉलर अधिक था। यह आंकड़ा भारत में 25.5 अरब डॉलर और चीन में 15.7 अरब डॉलर रहा।’’
डेंस ने कहा कि भारत और चीन की तुलना में अमेरिका में सिर्फ 1.2 अरब डॉलर का तत्काल भुगतान किया गया।
फिनटेक ऐसी वित्तीय कंपनियां हैं, जो काम में तेजी लाने और लागत में कटौती के लिए तकनीक का इस्तेमाल कर रही हैं।
वित्तीय नवाचार
व्य वसायीकरण के चरण में पहुँच चुकी अपशिष्ट प्रबंधन की नवाचारी स्वदेशी प्रौद्योगिकी विकसित करने वाली भारतीय कंपनियों को अब अपनी प्रौद्योगिकी को अगले चरण में ले जाने के लिए वित्तीय सहायता प्राप्त करने का अवसर मिल सकता है। भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के वैधानिक निकाय प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड (टीडीबी) ने अपशिष्ट प्रबंधन से जुड़ी प्रौद्योगिकी के व्यवसायीकरण के आवेदन आमंत्रित किए हैं।
अपशिष्ट प्रबंधन से जुड़ी आवश्यकता को पूरा करने में सक्षम और स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित करने वाले क्षेत्रों में नवाचारी/स्वदेशी प्रौद्योगिकी विकसित करने वाली कंपनियां इस पहल के अंतर्गत आवेदन कर सकती हैं। नगरपालिका ठोस अपशिष्ट, प्लास्टिक अपशिष्ट, वित्तीय नवाचार निर्माण एवं तोड़फोड़ से निकला मलबा, कृषि अपशिष्ट, जैव चिकित्सा अपशिष्ट, ई- अपशिष्ट, औद्योगिक खतरनाक एवं गैर-खतरनाक अपशिष्ट, बैटरी अपशिष्ट, रेडियोधर्मी अपशिष्ट के निस्तारण के लिए बेहतर प्रौद्योगिकीय समाधान प्रदान करने वाली कंपनियाँ इसके लिए प्रस्ताव भेज सकती हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित समाधान भी प्रौद्योगिकी नवाचारों में शामिल हो सकते हैं।
व्यवसायीकरण के चरण में पहुँच चुकी अपशिष्ट प्रबंधन की नवाचारी स्वदेशी प्रौद्योगिकी विकसित करने वाली भारतीय कंपनियों को अब अपनी प्रौद्योगिकी को अगले चरण में ले जाने के लिए वित्तीय सहायता प्राप्त करने का अवसर मिल सकता है। भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के वैधानिक निकाय प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड (टीडीबी) ने अपशिष्ट प्रबंधन से जुड़ी प्रौद्योगिकी के व्यवसायीकरण के आवेदन आमंत्रित किए हैं।
देश के बड़े शहरों को कचरा मुक्त रखने और कचरे से धन उत्पन्न करने की चुनौती का समाधान प्रदान करने के उद्देश्य से टीडीबी ‘वेस्ट टू वेल्थ’ नामक शीर्षक के अंतर्गत प्रस्ताव आमंत्रित किए गए हैं। प्रौद्योगिकी व्यवसायीकरण के लिए चयनित भारतीय कंपनियों को टीडीबी की ओर से वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। चयन के लिए मूल्यांकन वैज्ञानिक, तकनीकी, वित्तीय और वाणिज्यिक योग्यता के आधार पर किया जाएगा। वित्तीय सहायता ऋण, इक्विटी और/या अनुदान के रूप में प्रदान की जाएगी। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा जारी वक्तव्य में यह जानकारी प्रदान की गई है।
विश्व स्तर पर सबसे ज्यादा कचरा भारत में पैदा होता है। यदी तत्काल उपाय नहीं किए जाते तो कचरे की मात्रा वर्ष 2050 तक दोगुने स्तर पर पहुँच सकती है। अपशिष्ट या कचरे के प्रबंधन में अभिनव प्रौद्योगिकी की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। लेकिन, उत्कृष्ट प्रौद्योगिकी नवाचार भी पर्याप्त वित्तीय नवाचार सहयोग एवं संसाधनों के अभाव में व्यवसायीकरण के चरण में पहुँचने से पहले ही दम तोड़ देते हैं। प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड (टीडीबी) की यह पहल ऐसी प्रौद्योगिकीयों के समुचित उपयोग को सुनिश्चित करने में मददगार हो सकती है।
भारत सबसे तेजी से बढ़ता फिनटेक बाजार, वित्तीय नवाचार में अमेरिका से आगे: सीनेटर स्टीव डेंस
भारत सबसे तेजी से बढ़ता फिनटेक बाजार, वित्तीय नवाचार में अमेरिका से आगे: सीनेटर स्टीव डेंस
वाशिंगटन, 11 जून रिपब्लिक पार्टी के सीनेटर स्टीव डेंस ने कहा कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला फिनटेक बाजार है और वित्तीय नवाचार के मामले में अमेरिका से काफी आगे है।
मोंटाना के सांसद ने कहा कि अमेरिका को चीन से एक चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, जिसने डिजिटल युआन की पेशकश की है, और उन्हें लगता है कि यह एक दिन दुनिया की प्रमुख आरक्षित मुद्रा के रूप में डॉलर की जगह ले लेगी।
उन्होंने केंद्रीय बैंक की डिजिटल मुद्रा नीति पर सीनेट की वित्तीय नवाचार बैंकिंग, आवास और शहरी मामलों की उपसमिति के समक्ष कहा, ‘‘डिजिटल युआन के अलावा भी ये कोई छिपी हुई बात नहीं है कि चीन और कई अन्य देश वित्तीय नवाचार के मामले में हमसे बहुत आगे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते फिनटेक बाजारों में से एक है। वास्तव में, भारत द्वारा 2020 में किया गया कुल तत्काल भुगतान चीन की तुलना में लगभग 10 अरब अमेरिकी डॉलर अधिक था। यह आंकड़ा भारत में 25.5 अरब डॉलर और चीन में 15.7 अरब डॉलर रहा।’’
डेंस ने कहा कि भारत और चीन की तुलना में अमेरिका में सिर्फ 1.2 वित्तीय नवाचार अरब डॉलर का तत्काल भुगतान किया गया।
फिनटेक ऐसी वित्तीय कंपनियां हैं, जो काम में तेजी लाने और लागत में कटौती के लिए तकनीक का इस्तेमाल कर रही हैं।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
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Q15) हाल ही में, बैंक इंडोनेशिया ने वित्तीय नवाचार भुगतान प्रणाली, डिजिटल वित्तीय नवाचार, एंटी–मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद के वित्तपोषण (एएमएल–सीएफटी) का वित्तीय नवाचार मुकाबला करने के लिए निम्नलिखित में से किसके साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं?
Q16) नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस प्रत्येक वर्ष निम्नलिखित में से किस दिन मनाया जाता है?
Q17) हाल ही में, ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंद ने पैरासिन ओपन ‘ए’ शतरंज टूर्नामेंट 2022 जीता है। यह निम्नलिखित में से किस देश में आयोजित किया गया था?
Q18) हाल ही में, निम्नलिखित में से किस तेल कंपनी ने शिमला के पास शोगी में एक बाइकर्स कैफे लॉन्च किया है?
एक वित्तीय मंच जो लैटिन कंपनियों का एक बड़ा सहयोगी है
यह वादा कि स्टार्टअप क्षेत्रीय और देश-विशिष्ट वित्तीय बुनियादी ढांचे पर भरोसा नहीं करते हैं, स्पष्ट है।
FILE PHOTO: A tv screen is seen at a cafe which has dozens of screens showing the latest trends and prices on various cryptocurrencies for their वित्तीय नवाचार crypto investors' customers in Nakhon Ratchasima, Thailand, January 21, 2022. REUTERS/Soe Zeya Tun/File Photo
स्टार्टअप्स, छोटे व्यवसाय, एसएमई वित्तीय नवाचार आदि जैसी कंपनियां लैटिन अमेरिकी अर्थव्यवस्था के प्रमुख तत्व हैं। संदर्भ में, तथाकथित MSMEs 99% कंपनियों, नियोजित आबादी का 60%, और लैटिन अमेरिकी और कैरिबियन GDP का लगभग 25% (COVID-19, IDB, छोटे व्यवसायों के लिए वित्तीय उत्पाद, लैटिन अमेरिका में एसएमई और 2020 के दौरान कैरिबियन) का गठन करते हैं। फिर भी, वे स्थायित्व और विकास के मूल सिद्धांतों से संबंधित महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करते हैं, जैसे कि धन, साथ ही इनपुट, योग्य प्रतिभा, प्रौद्योगिकी तक पहुंच, आदि।
दुर्भाग्य से, एक उद्यम (किसी भी प्रकार, राष्ट्रीयता या मूल) के लिए वित्तीय संसाधन प्राप्त करना हमेशा निम्नलिखित असुविधाओं से जुड़ा होता है: यह केवल गारंटी या अंतहीन अनुबंध नहीं है, बल्कि एक बोझिल प्रक्रिया है; और इससे भी अधिक आर्थिक सुधार के समय जो चारों ओर चल रहा है आज की दुनिया।
महामारी ने हमें बहुत कुछ ला दिया है, लेकिन अगर एक चीज है जो निश्चित रूप से सकारात्मक है, तो यह खुद को डिजिटाइज़ करने का दायित्व है, और इसके साथ अनगिनत संभावनाएं हैं। यद्यपि हमारे पास पहले से ही था, आज इसे एक क्लिक के साथ एक करीबी और गतिशील विकल्प के रूप में प्रस्तुत किया गया है। यह वित्तीय प्लेटफार्मों या फिनटेक का मामला है, और प्रौद्योगिकी का उपयोग इसे क्षेत्र के आर्थिक संसाधनों के लिए एक रणनीतिक उद्यम दृष्टिकोण के रूप में रखता है।
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय की पहली वैश्विक वैकल्पिक वित्तीय बाजार बेंचमार्किंग रिपोर्ट छोटे व्यवसायों के लिए वैकल्पिक वित्तीय सहायता/क्राउडफंडिंग के संदर्भ में महत्वपूर्ण परिणाम दिखाती है, और लैटिन अमेरिका व्यापार क्षेत्र पर केंद्रित है; एक वैकल्पिक वित्तीय बाजार जो मुख्य रूप से MSMEs के लिए संसाधन उपलब्ध कराता है।
इससे पता चलता है कि यह एक वास्तविकता है कि फिनटेक कंपनियां स्टार्टअप्स के लिए महत्वपूर्ण सहयोगी बन गई हैं क्योंकि वे न केवल अपनी वित्तपोषण जरूरतों को पूरा करने में मदद करते हैं, बल्कि कंपनियों के विकास में भी योगदान करते हैं, कई देशों में परिचालन लागत को कम करते हैं, और चुस्त, तत्काल और वैश्विक वितरित करते हैं। शक्ति पर जोर दें और निर्णय लेने की गति जो इस उपकरण के लिए संभव है जो एक नज़र में सब कुछ प्रदान और स्वचालित करता है। यह वादा कि स्टार्टअप क्षेत्रीय और देश-विशिष्ट वित्तीय अवसंरचना पर निर्भर नहीं वित्तीय नवाचार हैं, स्पष्ट है।
सहानुभूति का एक हिस्सा है जिसे हम उजागर कर सकते हैं। आखिरकार, चूंकि फिनटेक व्यवसाय वित्तीय नवाचार में शामिल लोग उद्यमी और उद्यमी हैं, जिनके पास अपने स्वयं के व्यवसायों को शुरू करने, संचालित करने और बढ़ाने का प्रत्यक्ष अनुभव है, हम वर्तमान वित्तीय प्रस्ताव के अवसरों के क्षेत्रों को समझते हैं और जानते हैं, और हमारे पास नवाचार के आधार पर सुधार करने के विकल्प हैं और तकनीक।
हालांकि यह सच है कि लैटिन अमेरिका स्टार्टअप्स और एसएमई के बीच फिनटेक संबंधों के मामले में एक बहुत ही मधुर क्षण का अनुभव कर रहा है, जो आज वित्तीय मंच से संबंधित हैं, उनके पास उन कंपनियों को जोड़कर बाधाओं को तोड़ना जारी रखने की एक बड़ी प्रतिबद्धता है जो सीमाओं के बिना काम करती हैं, अन्य चीजों के अलावा, सेवा कंपनियों को सरल और प्रत्यक्ष तरीके से पूंजी का उपयोग करने और क्षेत्र में वित्तीय समावेशन के मार्ग पर जारी रखने के लिए सशक्त बनाना।