RSI क्या है

What is RSI Indicator in Hindi? RSI Indicator Buy and Sell Signals कैसे पता करे?
आप सब ने बहुत से एक्सपर्ट को न्यूज़ चैनल या यूट्यूब पर बताते हुए सुना होगा की यदि आप शेयर मार्केट या स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करते है तो आपको शेयर खरीदने या बेचने से पहले आपको उस शेयर का RSI जरूर देखना चाहिए क्या आपको पता है की RSI Indicator Kya Hai? (What is RSI Indicator in Hindi?), Rsi Indicator Buy and Sell Signals कैसे पता करे?, How to Use RSI Indicator in Hindi अगर आप नहीं जानते है की RSI क्या है? (What is RSI in Hindi) तो आइये जानते है की RSI Kya Hai
RSI Indicator Kya Hai? (What is RSI Indicator in Hindi)
RSI शेयर मार्केट में ट्रेड करने के लिए एक टेक्निकल एनालिसिस टूल है जो शेयर के वर्तमान मूल्य की ताकत (Strength) को उस शेयर के ट्रेंड के साथ संबंध को बताता है की आगे इसका मूल्य ऊपर जाने वाला है या नीचे।
(RSI Indicator Full Form = Relative Strength Index) RSI किसी शेयर के वर्तमान समय RSI क्या है में हो रही खरीदारी एवं बिकवाली के मजबूती को दर्शाता है की शेयर में कितना ज्यादा खरीदारी हुई या कितनी ज्यादा बिकवाली हुई। शेयर में बहुत ज्यादा खरीदारी से शेयर का भाव ऊपर जाकर एक समय रिवर्स होता है और भाव गिरने लगता है। शेयर में जब बहुत ज्यादा बिकवाली हो जाती है तब एक समय शेयर का भाव नीचे जाकर फिर से ऊपर की ओर बढ़ने लगता है।
RSI Indicator Buy and Sell Signals कैसे पता करे?
RSI प्राइस चार्ट पर 0 से 100 के बीच घूमता रहता है यह एक तरह का सूचक है RSI में दो रेखाएं होती है ऊपर की रेखा 70 की तथा दूसरा नीचे की ओर 30 की होती है।
अगर RSI 70 की रेखा को पार कर ऊपर जाता है तो ये दर्शाता है की शेयर Oversold की स्थिति में है यानी शेयर की बहुत ज्यादा खरीदारी हो चुकी है Overbought से मार्केट Bearish होने का संकेत मिलता है अब लोगो को लगता है की शेयर का भाव यहाँ से गिरेगा इसलिए लोग प्रॉफिट बुकिंग के लिए ट्रेडर भारी मात्रा में शेयर बेचने लगते है और जिससे शेयर का भाव गिरने लगता है। Overbought की स्थिति में ट्रेडर्स पोजीशन को शार्ट सेलिंग करने की तलाश में होते है।
अगर RSI 30 की रेखा पार कर नीचे की ओर जाता है तो ये दर्शाता है की शेयर Oversold की स्थिति में यानी शेयर की बहुत ज्यादा बिकवाली हो चुकी Oversold से मार्केट Bullish होने का संकेत मिलता है जिससे लोगो को लगता है शेयर का भाव यहाँ से बढ़ेगा इसलिए लोग यहाँ पर नयी एंट्री लेते है और ट्रेडर भारी मात्रा में शेयर खरीदने लगते जिससे शेयर का भाव बढ़ने लगता है। Oversold की स्थिति में ट्रेडर्स पोजीशन को लांग करने की तलाश में होते है।
RSI निकालने का फार्मूला क्या होता है? (How to Calculate RSI in Stock) 
Formula of RSI
RSI = 100 – [100 / (1 + RS)] RSI क्या है
जहाँ RS का मतलब है Relative Strength
RS = औसत लाभ / औसत हानि
जैसे हमें अडानी पावर के शेयर का RSI (What is RSI Indicator in Hindi) पता लगाना है यदि अडानी पावर शेयर का प्राइस आज 100 रुपये है और और पिछले 14 दिन का प्राइस कुछ इस तरह है –
Share का औसत लाभ (Average Gain) कैसे निकालें
जितने दिन के RSI का पता लगाना है उसमें पिछले दिन के बाद शेयर के भाव में ऊपर की तरफ होने वाली बढ़त का औसत निकालते है।
औसत लाभ = Total Up Price / 14 Days
Share का औसत हानि (Average Loss) कैसे निकाले
जितने दिन के RSI का पता लगाना है उसमें पिछले दिन के बाद शेयर का भाव जितने दिन कम हुआ है उसका औसत निकालते है।
औसत हानि = Total Down Price / 14 Days
RS = औसत लाभ / औसत हानि = 1.5 / 0.7857 = 1.909
RSI = 100 – [100/(1+1.909)] = 65.62
यदि RSI 50 से 70 वाली रेखा के बीच है तो यह दर्शाता है की शेयर का ट्रेंड Bullish है।
यदि RSI 50 से 30 वाली रेखा के बीच है तो यह दर्शाता है की शेयर का ट्रेंड Bearish है।
यदि RSI 80 से 100 वाली रेखा के बीच है तो यह दर्शाता है की शेयर का ट्रेंड Overbought के स्थिति में है इसलिए sell करो।
यदि RSI 0 से 20 वाली रेखा के बीच है तो यह दर्शाता है की शेयर का ट्रेंड Oversold के स्थिति में है इसलिए फ्रेश एंट्री ले सकते है और buy करो।
RSI के अनुसार खरीदारी के संकेत (RSI Buy Signal)
जब RSI एक अन्य संकेतक के संयोजन के साथ 50 से ऊपर चला जाता है जैसे कि वॉल्यूम में वृद्धि और EMA (8) और EMA (21) की Moving Average क्रॉसओवर हो और कीमत EMA (50) से ऊपर कारोबार कर रही है तो यह खरीदारी का संकेत होता है।
लाभ कैसे पाए (Profit Booking): जब प्राइस कैंडल EMA (8) के नीचे हो या बेयरिश EMA (8) & EMA (21) के ऊपर हो तब पिछले कैंडल के न्यूनतम प्राइस पर स्टॉप लॉस लगाए और Buy करे।
RSI के अनुसार बेचने के संकेत (RSI Sell Signal)
जब RSI मूविंग एवरेज के संयोजन के साथ 50 के नीचे चला जाता है और EMA (8) और EMA (21) क्रॉसओवर हो और कीमत EMA (50) के नीचे कारोबार कर रही है तो यह बेचने का संकेत होता है।
लाभ कैसे पाए (Profit Booking): जब प्राइस कैंडल EMA (8) के ऊपर हो या बुलिश EMA (8) & EMA (21) के ऊपर हो तब पिछले कैंडल के उच्चतम प्राइस पर स्टॉप लॉस लगाए और Sell करे।
RSI के फायदे
- RSI एक Momentum Indicator जिससे आपको शेयर के चार्ट का मोमेंटम पता चल जाता है ।
- यह अगर शेयर में औसत से ज्यादा खरीददारी हो जाती है तो यह आपको पहले से ही Overbought का Signal दे देता है ।
- इससे आपको स्टॉक के रिवर्सल का ट्रेंड पता चल जाता है जिससे आप Short Selling कर मुनाफा कमा सकते है ।
- अगर शेयर में औसत से ज्यादा बिकवाली हो जाती है RSI क्या है तब ये आपको Share के Over Sold होने का Signal दे देता है जिससे रिवर्सल ट्रेंड पहचानकर आप शेयर खरीद सकते है ।
RSI की सावधानियां
आप हमेशा RSI को ही सही मानकर ट्रेड नहीं कर सकते इसलिए आपको और भी टेक्निकल टूल्स जैसे – Bollingerband, Mooving Average, Volume, Resistance, Support आदि का इस्तेमाल करना चाहिए और शेयर का फंडामेंटल एनालिसिस और लेटेस्ट न्यूज़ को पढ़ना चाहिए। क्योकि कोई भी टूल शत प्रतिशत सही नहीं हो सकता।
अगर किसी शेयर का आरएसआई (What is RSI Indicator in Hindi) बहुत दिनों से 70 के ऊपर ट्रेंड कर रहा है तो उसमे बहुत जल्द कोई रिवर्स नहीं मिलने वाला हो सकता है वो उसी पर कई दिनों तक रहे और भाव नीचे न गिरे।
इसी प्रकार किसी शेयर का RSI बहुत दिनों से 30 के नीचे ट्रेंड कर तो उसमे भी कोई बहुत जल्दी रिवर्स नहीं मिलने वाला और भाव बढ़ने के बजाय उसी पर स्थिर रहे क्योकि अपवाद हर जगह होता है।
निष्कर्ष
How to Use RSI Indicator इससे पता चलता है शेयर के Bullish और Bearish ट्रेंड के Reversal का पता चलता है की शेयर को Buy करना है या Sell करना है लेकिन आपको इसके साथ साथ और भी इंडिकेटर का इस्तेमाल करना चाहिए कन्फर्म करने के लिए क्योकि कोई भी इंडिकेटर 100% सही Signal नहीं देता, और ट्रेड करने के लिए इसे Candle Stick Chart पर लगाना जरूरी होता है, इसके साथ ही Price Action और Candle Stick Chart पैटर्न का इस्तेमाल करते है
तो इस आर्टिकल के माध्यम से आपने जाना की RSI Indicator क्या है? ( What is RSI Indicator in Hindi), RSI Indicator Buy and Sell Signals का इस्तेमाल कैसे करते है, RSI Indicator का इस्तेमाल कैसे करते है, RSI Indicator in Hindi के फायदे क्या है, RSI Full Form, RSI Meaning in Hindi, RSI Formula कैसे निकालते है इन सभी के बारे में जानकारी मिली अगर आपको ये आर्टिकल RSI क्या है (What is RSI Indicator in Hindi) पसंद आया हो तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताये और इसे आगे शेयर करे
Relative Strength Index (RSI) क्या है?
Relative Strength Index एक तकनीकी संकेतक है जिसका उपयोग वित्तीय बाजारों के विश्लेषण में किया जाता है। इसका उद्देश्य हाल की व्यापारिक अवधि के समापन मूल्यों के आधार पर किसी शेयर या बाजार की वर्तमान और ऐतिहासिक ताकत या कमजोरी को चार्ट करना है। संकेतक को सापेक्ष शक्ति के साथ भ्रमित नहीं होना चाहिए।
रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स क्या है? [What is Relative Strength Index?In Hindi]
Relative Strength Index या आरएसआई एक तकनीकी उपकरण है जिसका उपयोग गति निवेश में किया जाता है। आरएसआई को एक थरथरानवाला के रूप में दर्शाया गया है, जो दो चरम सीमाओं के साथ एक रेखा ग्राफ है। RSI का मान 0 और 100 के बीच होता है, जिसकी गणना हाल के मूल्य आंदोलनों (Movement) को ध्यान में रखकर की जाती है। 7० से अधिक का आरएसआई मूल्य स्टॉक के अधिक खरीदे गए क्षेत्र में होने का संकेत है और इसलिए इसका अधिक मूल्य है, जबकि ३० से कम मूल्य स्टॉक के ओवरसोल्ड क्षेत्र में होने का संकेत है और इसलिए इसका मूल्यांकन नहीं किया गया है। आरएसआई के आधार पर कार्रवाई करने के लिए, निवेशकों को प्रचलित प्रवृत्ति की पुष्टि करने के लिए एक अन्य संकेतक को ध्यान में रखना चाहिए।
'सापेक्ष शक्ति सूचकांक' की परिभाषा [Definition of "Relative Strength Index"In Hindi]
रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (संक्षिप्त रूप से आरएसआई) स्टॉक के तकनीकी विश्लेषण के दायरे में सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले मोमेंटम ऑसिलेटर्स में से एक है। इसे जून 1978 में वेल्स वाइल्डर द्वारा पेश किया गया था और इसकी गणना को उनकी पुस्तक न्यू कॉन्सेप्ट्स इन टेक्निकल ट्रेडिंग सिस्टम में विस्तार से समझाया गया है। मोमेंटम थरथरानवाला एक सुरक्षा के मूल्य आंदोलनों के वेग और परिमाण को मापता है। आरएसआई एक पूर्व निर्धारित समय अवधि में अपनी ताकत और कमजोरी के बारे में निष्कर्ष निकालने के लिए औसत लाभ और औसत नुकसान की तुलना करता है।
आरएसआई खरीदें सिग्नल क्या है? [What is RSI(Relative Strength Index) Buy Signal? In Hindi]
कुछ व्यापारी इसे "Buy Signal" मानेंगे यदि सुरक्षा की आरएसआई रीडिंग 30 से नीचे चली जाती है, इस विचार के आधार पर कि सुरक्षा को ओवरसोल्ड कर दिया गया है और इसलिए एक पलटाव के लिए तैयार है। हालांकि, इस संकेत की विश्वसनीयता समग्र संदर्भ पर आंशिक रूप से निर्भर करेगी। यदि सुरक्षा एक महत्वपूर्ण डाउनट्रेंड में फंस जाती है, तो यह कुछ समय के लिए ओवरसोल्ड स्तर पर व्यापार करना जारी रख सकती है। उस स्थिति में व्यापारी तब तक खरीदारी में देरी कर सकते हैं जब तक कि वे अन्य पुष्टिकरण संकेत नहीं देखते। Record Date क्या है?
What is RSI Technical indicator? - RSI क्या है? ( Relative Strength Index )
दोस्तों अभी कुछ दिन पहले मुझसे क्वोरा पर और मेरे टेलीग्राम चेंनल पर कुछ लोगों ने मुझसे पूछा था कि What is RSI technical indicator? - ( Relative Strength Index ) और उन्होंने मुझसे आग्रह भी किया था कि आप You Tube पर विडिओ भी बनायें किन्तु मै क्षमा चाहती हूँ कि वक़्त की कमी की वजह से मै वीडियो तो नहीं बना सकती
किन्तु आपको अपने ब्लॉग के जरिये इसको अच्छे से समझा अवश्य सकती हूँ अगर आपको कहीं भी किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत हो या समझने में परेशानी हो तो कमेंट करके पूछ सकते हैं तो चलिए शुरू करते हैं जानना कि RSI इंडिकेटर क्या है
RSI इंडेक्स का फुल फॉर्म है Relative Strength Index और स्टॉक मार्किट में चार्ट में सबसे ज्यादा उपयोग में लाया जाता है इसको विकसित करने वाले व्यक्ति का नाम जे. वेल्स वाइल्डर है RSI एक ऐसा इंडिकेटर है जो ट्रेड के रिवर्सल की पहचान करता है और हमें मार्किट में सही एंट्री और एग्जिट को बताता है
RSI इंडिकेटर जीरो से सौ ( ० से १०० ) के बीच में ही रहता है और इसके द्वारा बाजार की दिशा का अनुमान लगाया जाता है ये ट्रेडर के बीच काफी लोकप्रिय है क्योंकि ये साइड वेज मार्किट में भी और बिना ट्रेड वाली मार्किट में भी बहुत मजबूत संकेत देता है
RSI की गणना कैसे करें
RSI की गणना को आप निम्न प्रकार से कर सकते हैं
शायद आपको समझने में कुछ दिक्कत हो रही हो तो आपको मै थोड़ी सरल भाषा में और चार्ट के द्वारा समझाने कि कोशिश करती हूँ नीचे जो मैंने एक चार्ट दिखाया है उसमे GAIN और LOSS अपने पिछले दिन के क्लोज प्राइस में गेन और लोस्स को दिखा रहा है मै कुछ भाषा में इसको एक उदाहरण से समझाती हूँ
मानलीजिए कि आज का क्लोज ११८ और कल का क्लोज ११४ था तो बढ़त ४ पॉइंट की होगी और नुक्सान जीरो क्योंकि मार्किट कल के बंद से आज ऊपर बंद हुआ और इसी प्रकार अगर आज का क्लोज ११४ और कल का क्लोज ११८ था तो अब ४ पॉइंट गिरावट यानि की नुक्सान होगा और बढ़त जीरो होगी इसमें ध्यान दें कि हार की गणना सकारात्मक मान के रूप में करते हैं
आप देख सकते हैं कि हमने यहाँ गणना के लिए १४ डाटा बिंदुओं को लिया है जो कि चार्ट के सॉफ्टवेयर में डिफ़ॉल्ट सेटिंग है और प्रति घंटा वाले चार्ट में डिफ़ॉल्ट अवधि १४ घंटे और दिन के एक दिन के चार्ट में ये अवधि १४ दिन की होती है पहला कदम जो होता है वो है RS की गणना करना जिसको RSI फेक्टर भी कहते हैं जैसा कि आप ऊपर दिए गए फार्मूला में भी देख सकते हैं कि RS का मतलब औसत नुक्सान और औसत बढ़त होती है
POINT में औसत नुक्सान = १० / १४ = ०.८१४
POINT में औसत बढ़त = २९ / १४ = २.०७
RS = २.०७ / ०.७१४ = २.८९९१
अगर इस फार्मूला में RS को डाला जाये तो
१०० - ( १०० / ३.८९९१ )
१०० - २५.६४६९ = ७४.३५३१ ( RSI )
RSI को हम ट्रेड रिवर्सल का सिग्नल इसलिए कहते हैं क्योंकि ये मुख्य रूप से ओवर बॉट और ओवर सोल्ड का दर्शाता है और ये हमारे लिए इसीलिए महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इसके द्वारा हमें पता चल जाता है किस समय मार्किट ओवर बॉट है और कब ये ओवर सोल्ड तो हमें कब खरीदारी करनी चाहिए और कब बिकवाली करनी चाहिए
हालांकि ये कभी कभी काफी समय तक ओवर बॉट या ओवर सोल्ड रह सकता है किन्तु ऐसे समय पर भी स्टॉक में ट्रेड किया जा सकता है इसको एक उदाहरण से समझते हैं मानलीजिए किसी शेयर की कीमत ५०० थी और वो पिछले एक महीने से बढ़ते - बढ़ते ६५० तक पहुँच गया है और RSI हमें सिग्नल दे रहा है कि स्टॉक अब ओवर बॉट है
तब हमें इसमें कुछ पैरामीटर जैसे मैंने पहले भी आपको बताया था मूविंग एवरेज और एक्सपोनेंसिअल मूविंग एवरेज के बारे में भी और अगर ऐसे में स्टॉक थोड़ा और ऊपर भी जाता है तो आपका नुक्सान भी सीमित ही होगा क्योंकि जैसा कि आप जानते ही होंगे कि स्टॉक सीधे एक ही तरफ नहीं जाता है और ये पहले ही ५०० से ६५० तक हो चूका है वो भी एक महीने में तो और कितना भागेगा
ओवर बॉट बताता है कि खरीद का मोमेंटम इतना अधिक है कि ये अब लम्बे समय तक टिक नहीं सकता और कभी भी करेक्शन आ सकता है और ओवर सोल्ड में भी इसके विपरीत कि बिकवाली का मोमेंटम इतना अधिक है कि किसी भी समय खरीदार आ सकते हैं
वैसे मेरी सलाह ये रहेगी कि जब स्टॉक ओवर सोल्ड हो और वो क़्वालिटी स्टॉक हो तो ऐसे में आप खरीदारी करके चलें तो ज्यादा बढ़िया रहेगा और आपका नुक्सान न के बराबर होगा
क्योंकि बढ़िया स्टॉक और वो भी ओवर सोल्ड जब वो बढ़िया ही है तो उसकी बिकवाली कभी भी रुक सकती है और खरीदारों का प्रवेश कभी भी हो सकता है क्योंकि लम्बे समय में मार्किट हमेशा ऊपर ही जाता है हो सकता है कि अच्छा स्टॉक कुछ समय तक साइड वेज रहे किन्तु उसमे रैली कभी भी आ सकती है
कुछ और ध्यान रखने योग्य बातें :-
१. एक स्टॉक जो निरंतर ऊपर जा रहा है ( याद रहे कि ये ट्रेंड कुछ हफ़्तों तक या महीनो तक भी चल सकता है ) ऐसे में ये ओवर बॉट काफी लम्बे समय तक ओवर बॉट में फंस सकता है मै इसको एक चित्र में दिखाती हूँ
उसका कारण ये है की RSI ओवर बॉट को १०० के ऊपर ले कर नहीं जा सकता इसलिए ये १०० पर ही फंसा रहेगा इसीलिए मैंने बताया कि किसी भी एक पैरामीटर का प्रयोग ना करें स्टॉक जितने अधिक पैरामीटर पर खरा उतरे उतना बढ़िया होता है
२. एक स्टॉक जो लगातार नीचे जा रहा है ऐसे में ये ओवर सोल्ड काफी लम्बे समय तक ओवर सोल्ड में अटक सकता है RSI क्या है उसका कारण ये है की RSI ओवर सोल्ड को ० ( जीरो ) के नीचे ले कर नहीं जा सकता इसलिए ये जीरो पर ही फंसा रहेगा और ये कुछ समय तक बना रह सकता है
दोस्तों RSI एक ऐसा पैरामीटर है जिसका उपयोग लगभग सभी करते हैं वो चाहे शार्ट टर्म ट्रेडर्स हों या इन्वेस्टर लेकिन इसका प्रयोग इंट्राडे में नहीं करना चाहिए
तो मेरे हिसाब से अब आपको RSI का मतलब समझ में आ गया होगा अगर आपको कहीं भी कोई डॉउट हो या आपका कोई सवाल हो तो आप मुझसे पूछ सकते हैं आप चाहें तो मुझे क्वोरा पर भी फॉलो कर सकते हैं और यहां भी ताकि मेरी नयी आने वाली पोस्ट का आपको नोटिफिकेशन मिल जाये मै आपको शेयर मार्किट की नयी - नयी जानकारी देती रहूंगी - धन्यवाद
Relative Strength Index RSI Formula In Hindi
RSI अगर लंबे समय से 70 से ऊपर है तो ये शेयर में खरीदारी की स्थिति को दर्शाता है। अगर RSI 70 तक आता है एवम पुने ऊपर चला जाता है तो ये किसी भी शेयर के बुलिश होने का संकेत देता है जबकि RSI 70 क्रॉस करके लगातार नीचे आता है तो इसका अर्थ है शेयर में ट्रेंड रिवर्स हो गया है।
जबकि RSI अगर लंबे समय से 30 के नीचे है तो ये शेयर में बिकवाली की स्थिति को दर्शाता है। अगर RSI 30 तक आता है एवम पुने निचे चला जाता है तो ये किसी भी शेयर के बेयरिश होने का संकेत देता है जबकि RSI 30 क्रॉस करके लगातार ऊपर आता है तो इसका अर्थ है शेयर में ट्रेंड रिवर्स हो गया है।
अलग अलग टाइम फ्रेम के अनुसार RSI भी अलग अलग होता है RSI को किसी भी टाइम फ्रेम मे देखा जा सकता है अगर RSI दीर्घकालीन स्तिथि में 70 से ऊपर है तो ये शेयर के लम्बी समय तक बुलिश रहने की स्तिथि को दर्शाता है।
रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स RSI (आरएसआई) Formula
रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स RSI (आरएसआई) की Excel में गणना
रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स RSI (आरएसआई) की गणना किसी भी शेयर के Closing Price के आधार पर की जाती है।
एक्सेल में RSI की गणना करने के लिए सबसे पेहले शेयर के डेट वाइज Closing Price को लिया है। फिर दूसरे कोलम प्राइस में हुवे बदलावों को लिखा है। शेयर में हुए दिन प्रतिदिन के बदलावों को हमने GAIN और LOSS दो अलग - अलग कोलम में लिखा है। तत्पश्चारत हमने 14 पीरियड का शेयर का एवरेज गेन और लॉस कैलकुलेट किया।
RS को कैलकुलेट करने के लिए हमने RS = Average Gain / Average Loss सूत्र का उपयोग किया। अंत में RSI को कैलकुलेट करने के लिए निमन सूत्र का उपयोग किया
RSI को कैलकुलेट करने के लिए किसी भी इनपुट पीरियड का उपयोग कर सकते है लकिन अगर हम चार्ट को डे वाइज देख रहे है तो 14 टाइम पीरियड सबसे अच्छा है।
RSI INDICATOR KYA HAI
RSI indicator एक ऐसा टूल जिसे सिख कर आप market के मोमेंटम(Momentum) को आसानी से समझ सकते है और इसे सिख कर अच्छा खासा मुनाफा भी कमा सकते है। आज इस पोस्ट में हम जानेंगे RSI indicator kya hai। RSI एक इंडिकेटर है जो किसी स्टॉक में आने वाली तेजी या मन्दी को आसानी से भांप सकता है ।
आज के इस पोस्ट में हम RSI इंडिकेटर को हिंदी में यानि हमारे राष्ट्र भाषा में समझेंगे। जैसा की हम देख रहे है निफ़्टी आज के समय में अपने जीवन के सबसे ऊपर के स्तर पे आ गयी है। निफ़्टी ने 17 हजार पार करके और ऊपर उड़ रही है। निफ़्टी हो या कोई स्टॉक हर एक instrument में RSI काम करता है। RSI इंडिकेटर हमें हमारे ब्रोकर दिला देते है। अगर आप स्टॉक मार्किट में नए है तो निचे के पोस्ट को आप पढ़ कर बेसिक बातें स्टॉक मार्किट की जान ले , इससे आपको ब्रोकर,दमत,Squareoff जैसे सब्द नए नहीं लगेंगे।
Post रिलेटेड तो बेसिक ऑफ़ स्टॉक market
RSI Meaning
RSI एक ऐसा इंडिकेटर या टूल है जिसकी मदद से हम एक स्टॉक या पुरे इंडेक्स की मोमेंटम को समझ सकते है। RSI का full form होता है Relative Strength index. RSI indicator एक ऐसा technical इंडिकेटर है जिसकी मदद से मार्किट की मोमेंटम पता करते है। इस टूल को हम टेक्निकल एनालिसिस के लिए इस्तेमाल करते है। RSI recent price change को मापने के लिए oversold या overbought जानने में मदद करता है। ये इंडिकेटर दो लाइन के बिच में ऊपर निचे करता है।
ऊपर के लाइन को जब cross करेगा तो overbought कहते है और अगर निचे के लाइन को cross करे तो oversold कहते है । एक लाइन ग्राफ बनता है इन दोनों लाइन के बिच में लाइन ग्राफ बनता है और उसमे एक divergence होता है, जिसे RSI divergence कहते है। पहले के समय में 70 और 30 के दो लाइन होते RSI क्या है थे। 70 का लाइन ऊपर होता है जिसके ऊपर लाइन ग्राफ जाने से overbought कहा जाता है।
RSI Signal:
जे वेल्स वाइल्डर द्वारा विकसित रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (आरएसआई), एक प्राइस के गति को मापने के काम आता है। जो मूल्य आंदोलनों की गति और परिवर्तन को मापता है। परंपरागत रूप से आरएसआई को 70 से ऊपर और 30 से नीचे होने पर ओवरसोल्ड माना जाता है। विचलन और विफलता स्विंग की तलाश करके सिग्नल उत्पन्न किए जा सकते हैं।
RSI of Nifty:
Nifty में भी RSI का इस्तेमाल करके हम लोग इस्तेमाल करके आसानी से निफ़्टी के मोमेंटम को जान कर पुरे मार्किट की आने वाली समय में कैसा परफॉर्म करेगा पता कर सकते है। निफ़्टी एक इंडेक्स है जिसमे भारत की 50 टॉप कंपनी की सूचि होती है। मैंने Nifty 50 कंपनी की लिस्ट और निफ़्टी के बारे में पहले से लिखा है , आप उसे एक बार पढ़ ले। निफ़्टी के chart को dekhne से jitna समझ ni aaega तो RSI indic
RSI full form:
RSI का फुल फॉर्म है Relative Strength इंडेक्स। इसकी मदद से हम लोग मार्किट में प्राइस के strength यानि ताकत को समझते है। RSI हमें स्टॉक मार्किट में किसी भी स्टॉक की सही वैल्यू क्या चल रही है वो बताता है।
RSI in share market:
शेयर मार्किट में RSI नाम के इंडिकेटर को हम किसी भी सेगमेंट में उसे कर सकते है । RSI क्या है NIFTY 50 इंडेक्स हो या कोई भी कंपनी का स्टॉक । रसी हमें बताने में सक्छम है की उस तत्कालीन समय में उस इंस्ट्रूमेंट की कीमत क्या है।
RSI मार्किट को तीन भाग में बाँट कर बताता है, सबसे पहले ये जान ले की RSI इंडिकेटर में दो लेवल बनते है और जब भी इनदोनो लेवल में से कोई भी एक लेवल को प्राइस काट कर ऊपर या निचे निकलता है तब हम उस स्टॉक को OVERbought या OverSOLD कहते है। निचे इन दोनों का मतलब समझने के लिए पढ़े।
overbought का मतलब है जब भी किसी एक स्टॉक को ज्यादा ख़रीदा गया है जिसके वजह से उस स्टॉक की कीमत बढ़ गयी है, लेकिन एक निश्चित दुरी पे जाके अब उसकी बिकवाली शुरू हो सकती है।
Oversold यानि की किसी भी एक स्टॉक की बिकवाली बहुत अधिक हो गयी है जिसकी वजह से उस स्टॉक की कीमत बहुत गीत चुकी है और इससे से ज्यादा नहीं गिर सकती , इसे हम ओवरसोल्ड कहते है।
RSI indicator tool:
हर broker जैसे की Zerodha Upstox GROWW ALICEBLUE आदि आपको जब दमत अकाउंट ओपन करके देते है तब आपके RSI क्या है ट्रेडिंग डैशबोर्ड में ये इंडीकेटर्स मुफ्त में दिए जाते है।
आपको करना इतना है की आप इंडीकेटर्स के मेनू से इसको अपने चार्ट में जोड़ लेना है। मैंने ज़ेरोढा प्लेटफार्म पे कैसे RSI को अपने चार्ट में ऐड करना है निचे दिए वीडियो में बताया है RSI क्या है । पुरे वीडियो को देखिये कैसे RSI का उसे करके और उसमे कुछ परिवर्तन करके हम इसको बेहतरीन तरीके से उसे कर सकते है।
जैसे मैंने बताया एक free RSI इंडिकेटर है जिसके लिए हमें कोई पैसेँदेनेकी जरुरत नहीं है , अगर आपके पास demat अकाउंट नहीं है to आप निचे दिए गए लिंक से खोल सकते है। अगर आप दूसरे वेबसाइट पे भी जाकर RSI उसे करना chahte है तो मेरे पास उसका भी उपाय है rsi indicator website की लिंकक निचे दी है आप वह जाके भी RSI इंडिकेटर को अपने चार्ट में उसे कर सकते है ।
ध्यान रहे ऊपर के वीडियो में मैंने RSI में जरुरी चेंज और लेवल जो मई इस्तेमाल करता हु बताया है तो वीडियो जरूर पूरी देखे।
RSI indicator meaning
RSI इंडिकेटर दो लेवल में बाट कर बनाया गया है , हम इसको बनाने नहीं जा रहे इसलिए हम लोग ज्यादा इसके अंदर घुसने के बजाये इसको कैसे इस्तेमाल करे वो समझेंगे। इस इंडिकेटर को 0 से लेकर 100 के बिच में रखा गया है । आम तौर पे अगर देखे तो 30 के निचे जब लाइन जाता है तो oversold खा जाता है। और जब 70 के ऊपर जाता है तो overbought लेकिन समय के साथ जैसे बदलाव जरुरी है वैसे ही इस system में भी हमें परिवर्तन की जरुरत है । मैंने अपने यूट्यूब वीडियो में लाइव दिखाया है कैसे इन लेवल को चेंज करना है और कितने पे इसलिए एक बार आप ऊपर के वीडियो को देख ले ।
How to use RSI indicator
RSI इंडिकेटर को हम इस्तेमाल बड़े ही होसियारी से करेंगे। जब भी इंडिकेटर के लाइन मेरे बताये गए लेवल के ऊपर जाएगा हम लोग BUY करेंगे शेयर को और जब भी निचे जाएगा तो हम लोग SELL करेंगे। मार्किट में हम ट्रेड तब लेते है है एक ट्रेंड फॉलो कर रहा हो मार्किट । मार्किट में जैसा मैंने पहले बताया है की दो ट्रेंड है जो इस प्रकार है :
हम RSI क्या है लोग अपट्रेंड और downtrend में ट्रेड करते है बस सिडेवेस में मार्किट अटका रहता है इसलिए हम ट्रेड नहीं करते । इतना समझ लीजिए की अगर रसी में 30-70 के बिच में लाइन है तो हम ट्रेड नहीं करेंगे।
RSI indicator in zerodha
ज़ेरोढा हो या कोई RSI क्या है दूसरी ब्रोकर की प्लेटफार्म सबमे RSI को एक ही तरीका से देखना है, सबसे पहले अकाउंट में लॉगिन करना है और अगर अकाउंट नहीं है तो ओपन करा ले बस 15 मिनट में अकाउंट ओपन हो जाता है। उसके बाद किसी भी शेयर की चार्ट को खोले और ऊपर मेनू में इंडिकेटर पे क्लिक करके RSI सर्च करे और उसे add कर ले अपने चार्ट में।
OPEN ACCOUNT IN ZERODHA
RSI trading Strategy
RSI ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी को और अच्छे से समझने के लिए आप वीडियो को देखे और फिर एक स्टॉक buy या Sell करके RSI ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी को देखे कितना काम कर रहा है । कभी भी नयी स्ट्रेटेजी सीखे तो अपना पूरा कैपिटल लगा कर ट्रेड नहीं करे। स्ट्रेटेजी बहुत होती है आपको जो समझ आये और आसान लगे उसका इस्तेमाल किया करे और उसमे पारंगत हो जाए।
Summary
हमने सीखा की कैसे हम स्विंग ट्रेडिंग करके हफ्ते का अच्छा पैसा कमा सकते है। RSI indiactor Kya Hai के इस पोस्ट में हमने सीखा की हमारी RSI की मदद से हमारी ट्रेडिंग की स्ट्रेटेजी क्या होगी और हम स्विंग ट्रेडिंग के rules को बिना भूले ट्रेडिंग करना है। आपको इस पोस्ट से जुडी को डाउट हो तो हमें निचे कमेंट में लिख कर पूछ सकते है। आपको ये पोस्ट कैसा लगा हमें कमेंट करके बताये। अआप अपने सगे सम्बन्धियों , दोस्तों को ये पोस्ट भेज कर जागरूक बनने में सहायता करे।