निवेशकों के लिए अवसर

“जलवायु परिवर्तन में मैककेनाइट बंदोबस्ती के मूल्य को कम करने की क्षमता है। जलवायु परिवर्तन के दीर्घकालिक समझ - इसके कारणों और इसके समाधानों को शामिल करना - बंदोबस्ती के रिटर्न की रक्षा का हिस्सा है। ”
हम कैसे निवेश करते हैं
यह एक व्यावहारिक ढांचा है जिसे वित्तीय और मानव संसाधनों के आधार पर ऊपर या नीचे बढ़ाया जा सकता है, और यह अपने संपूर्ण बंदोबस्ती की मांसपेशियों को फ्लेक्स करने में अनुभवी प्रभाव निवेशकों की सहायता कर सकता है।
McKnight Foundation सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय रूप से स्थायी समुदायों की ओर निवेशकों के लिए अवसर काम करने वाले गैर-लाभकारी संगठनों का समर्थन करने के लिए प्रति वर्ष $100 मिलियन से अधिक का अनुदान देता है। हम उच्च सकारात्मक प्रभावों के साथ निवेश में कम से कम $200 मिलियन का निवेश करेंगे। और हम अपने मिशन के साथ अपने $3 बिलियन एंडोमेंट का लाभ उठाने के लिए अन्य रोमांचक अवसर ढूंढ रहे हैं। हमारे द्वारा निवेश किए जाने वाले प्रत्येक $3 में से लगभग $1 McKnight के मिशन के अनुरूप है।
हमारा दृष्टिकोण उत्तोलन के चार बिंदुओं के आसपास व्यवस्थित है:
मालिक का मालिक
हम सार्वजनिक और निजी बाजारों में लाखों डॉलर की संपत्ति का मालिक हैं।
वित्तीय सेवाओं का ग्राहक
हम वित्तीय उत्पादों और सेवाओं के एक उपभोक्ता हैं जो पर्यावरण, सामाजिक, और कॉर्पोरेट प्रशासन (ईएसजी) के मुद्दों पर एकीकृत सोच को बढ़ावा दे सकते हैं जो हमारे द्वारा किराए पर लिए गए संपत्ति प्रबंधकों के बीच हैं।
निगमों के शेयरधारक
हम निगमों के एक शेयरधारक हैं जो कंपनी को वोट देते हैं और ईएसजी प्रथाओं, रणनीति और जोखिम प्रबंधन के बारे में सवाल उठाते हैं।
बाजार सहभागी
हम एक संस्थागत निवेशक हैं जो दूसरों के साथ स्रोत सौदों के लिए काम करते हैं, बेहतर बाजार की स्थिति बनाते हैं, और हमारे विभागों से संबंधित सफलताओं और विफलताओं को साझा करते हैं।
एक केंद्रित रणनीति
हमारे प्रभाव निवेश को हमारे दो प्राथमिकता वाले अनुदान क्षेत्रों के लक्ष्यों के साथ निकटता से जोड़ना चाहिए: मिडवेस्ट क्लाइमेट एंड एनर्जी और भवन न्यायसंगत और समावेशी समुदाय मिनेसोटा में।
इस स्तर पर, हम केवल संयुक्त राज्य में निवेश कर रहे हैं।
आंतरिक स्थिति
हमारे द्वारा निर्देशित प्रभाव निवेश नीतिप्रभाव निवेश निवेशकों के लिए अवसर कार्यक्रम कार्यक्रम निदेशक के नेतृत्व में है एलिजाबेथ मैकगवरन। निदेशक मंडल के मिशन निवेश समिति द्वारा निवेश निर्णय लिए जाते हैं, जिसमें निवेश समिति के तीन सदस्य और एक अतिरिक्त निदेशक शामिल होते हैं। यह समिति सभी निवेश विचारों पर अंतिम निर्णय लेती है और पोर्टफोलियो कोऑपरेशन के लिए हमारी निवेश समिति के साथ निकट समन्वय में काम करती है।
भागीदारों
छाप राजधानीगोल्डमैन सैक्स एसेट मैनेजमेंट का एक प्रभाग, हमारा प्राथमिक सेवा प्रदाता है, जो फाउंडेशन को सलाह देता है और सार्वजनिक और निजी निधियों, प्रत्यक्ष निवेशों और कुछ कार्यक्रम-संबंधी निवेशों (पीआरआई) पर उचित परिश्रम करता है। मैकप्रिंट के लिए इम्प्रिंट की टीम एक महत्वपूर्ण विचार साथी के रूप में भी काम करती है। हम अनौपचारिक रूप से और अधिक औपचारिक सहयोग के माध्यम से अन्य नींव और संस्थागत निवेशकों के साथ भी काम करते हैं। विशेष रूप से, जलवायु जोखिम पर निवेशक नेटवर्क जलवायु परिवर्तन पर एक महत्वपूर्ण संसाधन रहा है, जैसा कि है सीडीपी.
“जलवायु परिवर्तन में मैककेनाइट बंदोबस्ती के मूल्य को कम करने की क्षमता है। जलवायु परिवर्तन के दीर्घकालिक समझ - इसके कारणों और इसके समाधानों को शामिल करना - बंदोबस्ती के रिटर्न की रक्षा का हिस्सा है। ”
जम्मू कश्मीर में निवेशकों के लिए नए अवसर : मुख्य सचिव
जम्मू और कश्मीर ब्यूरो
Updated Fri, 11 Nov 2022 08:00 AM IST
जम्मू। मुख्य सचिव डॉ. अरुण कुमार मेहता ने कहा कि जम्मू कश्मीर में निवेशकों के लिए नए अवसर प्रदान किए गए हैं। देश विदेश के लिए निवेश औपचारिकताओं को सरल बनाया गया है। वैश्विक व्यापार बिरादरी के बीच विश्वास पैदा किया गया है। जम्मू कश्मीर औद्योगिक नीति 2021-30 से औद्योगिक क्षेत्र में अभूतपूर्व बदलाव लाए जा रहे हैं। मुख्य सचिव लंदन में हुए लंदन ग्लोबल सम्मेलन 2022 में बोल रहे थे।
मुख्य सचिव ने कहा कि विदेश से निवेशकों को जम्मू कश्मीर में निवेश के लिए आमंत्रित किया है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत भारत को वैश्विक आपूर्ति श्रंखला का केंद्र बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। इस कड़ी में मेक इन इंडिया, वोकल फार लोकल, एक्सपोर्ट हब के रूप में जिले के तहत निर्यात को बढ़ावा देने, घरेलू और वैश्विक मूल्य शृंखलाओं के लिए एमएसएमई उद्योगों के लिए बाजार लिंकेज आदि की पहल की गई है। जम्मू-कश्मीर सरकार ने विकास के रास्ते में बेड़ियों को तोड़ने के लिए साहसिक और निर्णायक कदम उठाए हैं। जम्मू कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के बीच कृत्रिम कानूनी और आर्थिक बाधाओं को हटाया गया है। यहां के बाजार को राष्ट्रीय बाजार और देश के अन्य हिस्सों के साथ पूरी तरह से एकीकृत किया गया है। जम्मू कश्मीर में निवेशकों को प्रोत्साहित करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि जम्मू कश्मीर में रिकॉर्ड पर्यटक पहुंच रहे हैं। जम्मू कश्मीर की एक मजबूत अर्थव्यवस्था कृषि, बागवानी और सेवा क्षेत्र पर केंद्रित है। बुनियादी ढांचे का विस्तार किया जा रहा है। प्रशासन की ओर से नई औद्योगिक भूमि आवंटन नीति और जम्मू कश्मीर निजी औद्योगिक संपदा विकास नीति लाई गई है। सिंगल विंडो पोर्टल पर लगभग 215 सेवाएं सक्रिय हैं। सम्मेलन में कई वैश्विक कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
जम्मू। मुख्य सचिव डॉ. अरुण कुमार मेहता ने कहा कि जम्मू कश्मीर में निवेशकों के लिए नए अवसर प्रदान किए गए हैं। देश विदेश के लिए निवेश औपचारिकताओं को सरल बनाया गया है। वैश्विक व्यापार बिरादरी के बीच विश्वास पैदा किया गया है। जम्मू कश्मीर औद्योगिक नीति 2021-30 से औद्योगिक क्षेत्र में अभूतपूर्व बदलाव लाए जा रहे हैं। मुख्य सचिव लंदन में हुए लंदन ग्लोबल सम्मेलन 2022 में बोल रहे थे।
मुख्य सचिव ने कहा कि विदेश से निवेशकों को जम्मू कश्मीर में निवेश के लिए आमंत्रित किया है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत भारत को वैश्विक आपूर्ति श्रंखला का केंद्र बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। इस कड़ी में मेक इन इंडिया, वोकल फार लोकल, एक्सपोर्ट हब के रूप में जिले के तहत निर्यात को बढ़ावा देने, घरेलू और वैश्विक मूल्य शृंखलाओं के लिए एमएसएमई उद्योगों के लिए बाजार लिंकेज आदि की पहल की गई है। जम्मू-कश्मीर सरकार ने विकास के रास्ते में बेड़ियों को तोड़ने के लिए साहसिक और निर्णायक कदम उठाए हैं। जम्मू कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के बीच कृत्रिम कानूनी और आर्थिक बाधाओं को हटाया गया है। यहां के बाजार को राष्ट्रीय बाजार और देश के अन्य हिस्सों के साथ पूरी तरह से एकीकृत किया गया है। जम्मू कश्मीर में निवेशकों को प्रोत्साहित करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि जम्मू कश्मीर में रिकॉर्ड पर्यटक पहुंच रहे हैं। जम्मू कश्मीर की एक मजबूत अर्थव्यवस्था कृषि, बागवानी और सेवा क्षेत्र पर केंद्रित है। बुनियादी ढांचे का विस्तार किया जा रहा है। प्रशासन की ओर से नई औद्योगिक भूमि आवंटन नीति और जम्मू कश्मीर निजी औद्योगिक संपदा विकास नीति लाई गई है। सिंगल विंडो पोर्टल पर लगभग 215 सेवाएं सक्रिय हैं। सम्मेलन में कई वैश्विक कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
आपदा में अवसर: विशेष फंडों में पैसा लगाकर कमाएं मुनाफा, विषम परिस्थितियों में लंबी अवधि के लिए करें निवेश
कभी-कभी ऐसी स्थितियां आती हैं, जिनका किसी सेक्टर या कंपनी पर विपरीत असर होता है। हालांकि यह असर अस्थायी होता है। इस दौरान कंपनियों के शेयरों में जो गिरावट आती है, उसका असर आपके निवेश पर पड़ता है। विषम परिस्थियों में इस तरह के निवेश पर लाभ उठाने का गणित बताती अजीत सिंह की रिपोर्ट-
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड के मुख्य निवेश अधिकारी एस. नरेन का कहना है कि लंबे समय में विशेष स्थितियों में निवेश काफी अच्छा रिटर्न देता है। कम समय के प्रदर्शन में उतार-चढ़ाव होता है। मध्यम अवधि में जताया निवेशकों के लिए अवसर गया विश्वास इस रणनीति को सफल बनाता है, जिससे मजबूत फायदा मिलता है।
महामारी में कई बार ऐसे विषम हालात बने, जिसे हमने भुनाया और अंत में हमारे निवेशकों के लिए बहुत उत्साहजनक परिणाम आया। हाल में खासकर कोरोना के बाद से यह देखा गया है कि तमाम ऐसे क्षेत्र या कह लें कि पूरे बाजार के साथ अर्थव्यवस्था पर शुरुआत में इसका बहुत असर पड़ा। लेकिन, पिछले दो वर्षों में जिस तरह से अर्थव्यवस्था के साथ-साथ शेयर बाजार और अन्य उद्योगों ने रफ्तार पकड़ी, वह पूरी दुनिया में सबसे तेज रही है।
बेहतर रिटर्न
रिटर्न की बात करें तो एक साल में एक्सिस स्पेशल सिचुएशन फंड ने 18.37 फीसदी का फायदा दिया है। सुंदरम सर्विसेस फंड ने इसी दौरान 35 फीसदी का मुनाफा दिया है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इंडिया अपॉर्च्यूनिटीज फंड ने 42.37 फीसदी का लाभ दिया है। आईसीआईसीआई इंडिया अपोॉर्च्यूनिटीज फंड ने अपने पोर्टफोलियो में ऊर्जा, दूरसंचार, फार्मा, तेल और गैस जैसे क्षेत्रों के शेयरों को चुना है। इन्होंने पिछले एक साल में अच्छा प्रदर्शन किया है। 31 मार्च, 2022 तक इसके शीर्ष-5 क्षेत्र में बैंक, कैपिटल मार्केट, फाइनेंस, बीमा, फार्मा, हेल्थकेयर और ऑटो रहे। फंड का कुल निवेश 44 शेयरों में है। इसमें 75 फीसदी लार्ज कैप में है।
क्या है स्पेशल सिचुएशन फंड
कभी-कभी कुछ ऐसी असाधारण स्थितियां आ जाती हैं, जिनका सामना कंपनियों को समय-समय पर करना पड़ता है। ऐसी परिस्थितियों में निवेशकों के लिए निवेश का एक अवसर आता है, जिसमें वह ऐसे अवसर में छुपे हुए संकेतों को पहचान कर निवेश कर सकता है। हालांकि, यह रणनीति एक कुशल फंड मैनेजर को ही समझ में आती है। किसी भी क्षेत्र, अर्थव्यवस्था या कंपनी में सरकारी कार्रवाई, परिवर्तन, नियामकीय बदलाव या वैश्विक घटनाओं के कारण अस्थायी संकट आ सकता है।
जब विशेष परिस्थितियां आती हैं तो कई ग्रोथ और क्वालिटी फंड उन शेयरों से बाहर निकलना चाहते हैं। यही वह जगह है, जहां इस तरह का निवेशकों के लिए अवसर एक फंड निवेश के अवसर देखता है। ऐसी विशेष परिस्थितियों वाली योजनाएं लाने वाले फंड के पास सभी बाजार चक्र में निवेश करने की सुविधा होती है, जो क्षेत्र के हिसाब से फैसला करते हैं।
3-5 साल के लिए करें निवेश
विशेष स्थिति से मतलब बुनियादी रूप से मजबूत कंपनियों में निवेश करने से है, जो एक निश्चित समय पर किसी विशेष घटना के कारण संघर्ष करती रहती हैं। इस वजह से इन कंपनियों के शेयरों में गिरावट आ सकती है। हालांकि, जैसे-जैसे उन चुनौतियों का समय के साथ समाधान होता जाता है, ऐसे शेयर बहुत अच्छा प्रदर्शन करते हैं। जो निवेशक 3-5 साल की अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं, वे स्पेशल सिचुएशन फंड में पैसा लगाने पर विचार कर सकते हैं। - पंकज मथपाल, सीईओ, आप्टिमा मनी मैनेजर्स
विस्तार
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड के मुख्य निवेश अधिकारी एस. नरेन का कहना है कि लंबे समय में विशेष स्थितियों में निवेश काफी अच्छा रिटर्न देता है। कम समय के प्रदर्शन में उतार-चढ़ाव होता है। मध्यम अवधि में जताया गया विश्वास इस रणनीति को सफल बनाता है, जिससे मजबूत फायदा मिलता है।
महामारी में कई बार ऐसे विषम हालात बने, जिसे हमने भुनाया और अंत में हमारे निवेशकों के लिए बहुत उत्साहजनक परिणाम आया। हाल में खासकर कोरोना के बाद से यह देखा गया है कि तमाम ऐसे क्षेत्र या कह लें कि पूरे बाजार के साथ अर्थव्यवस्था पर शुरुआत में इसका बहुत असर पड़ा। लेकिन, पिछले दो वर्षों में जिस तरह से अर्थव्यवस्था के साथ-साथ शेयर बाजार और अन्य उद्योगों ने रफ्तार पकड़ी, वह पूरी दुनिया में सबसे तेज रही है।
बेहतर रिटर्न
रिटर्न की बात करें तो एक साल में एक्सिस स्पेशल सिचुएशन फंड ने 18.37 फीसदी का फायदा दिया है। सुंदरम सर्विसेस फंड ने इसी दौरान 35 फीसदी का मुनाफा दिया है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इंडिया अपॉर्च्यूनिटीज फंड ने 42.37 फीसदी का लाभ दिया है। आईसीआईसीआई इंडिया अपोॉर्च्यूनिटीज फंड ने अपने पोर्टफोलियो में ऊर्जा, दूरसंचार, फार्मा, तेल और गैस जैसे क्षेत्रों के शेयरों को चुना है। इन्होंने पिछले एक साल में अच्छा प्रदर्शन किया है। 31 मार्च, 2022 तक इसके शीर्ष-5 क्षेत्र में बैंक, कैपिटल मार्केट, फाइनेंस, बीमा, फार्मा, हेल्थकेयर और ऑटो रहे। फंड का कुल निवेश 44 शेयरों में है। इसमें 75 फीसदी लार्ज कैप में है।
क्या है स्पेशल सिचुएशन फंड
कभी-कभी कुछ ऐसी असाधारण स्थितियां आ जाती हैं, जिनका सामना कंपनियों को समय-समय पर करना पड़ता है। ऐसी परिस्थितियों में निवेशकों के लिए निवेश का एक अवसर आता है, जिसमें वह ऐसे अवसर में छुपे हुए संकेतों को पहचान कर निवेश कर सकता है। हालांकि, यह रणनीति एक कुशल फंड मैनेजर को ही समझ में आती है। किसी भी क्षेत्र, अर्थव्यवस्था या कंपनी में सरकारी कार्रवाई, परिवर्तन, नियामकीय बदलाव या वैश्विक घटनाओं के कारण अस्थायी संकट आ सकता है।
जब विशेष परिस्थितियां आती हैं तो कई ग्रोथ और क्वालिटी फंड उन शेयरों से बाहर निकलना चाहते हैं। यही वह जगह है, जहां इस तरह का एक फंड निवेश के अवसर देखता है। ऐसी विशेष परिस्थितियों वाली योजनाएं लाने वाले फंड के पास सभी बाजार चक्र में निवेश करने की सुविधा होती है, जो क्षेत्र के हिसाब से फैसला करते हैं।
3-5 साल के लिए करें निवेश
विशेष स्थिति से मतलब बुनियादी रूप से मजबूत कंपनियों में निवेश करने से है, जो एक निश्चित समय पर किसी विशेष घटना के कारण संघर्ष करती रहती हैं। इस वजह से इन कंपनियों के शेयरों में गिरावट आ सकती है। हालांकि, जैसे-जैसे उन चुनौतियों का समय के साथ समाधान होता जाता है, ऐसे शेयर बहुत अच्छा प्रदर्शन करते हैं। जो निवेशक 3-5 साल की अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं, वे स्पेशल सिचुएशन फंड में पैसा लगाने पर विचार कर सकते हैं। - पंकज मथपाल, सीईओ, आप्टिमा मनी मैनेजर्स
अंतरराष्ट्रीय रियल एस्टेट में भारतीय निवेशकों के लिए कई अवसर: विमल आनंद
आज रियल एस्टेट निवेश, राष्ट्रीय सीमाओं द्वारा प्रतिबंधित नहीं हैं भारतीय रियल एस्टेट बाजार में अवसरों का ध्यान रखते हुए, कई विदेशी निवेशकों और डेवलपर्स ने यहां निवेश करने में रुचि दिखाई है। निवेशकों के लिए अवसर इसी समय, कई भारतीय डेवलपर्स और निवेशक अपने निवेश पोर्टफोलियो को विविधता लाने के लिए विदेशों में अवसर तलाश रहे हैं।
एक नाइट फ्रैंक-आईआरईएक्स (अंतर्राष्ट्रीय रियल एस्टेट एक्सपो) की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीयों ने विदेशों में घरों पर खर्च किया हैकई गुना मैनिफ़ोल्ड। रिपोर्ट के प्रमुख बिंदु हैं:
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा-सरकार ने निवेशकों के लिए उदार नीति बनाई और देश में पूंजी निवेश के लिए प्रोत्साहन दिया है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि महामारी के बाद दुनिया भारत को उम्मीद भरी नजर से देख रही है, क्योंकि भारत निवेशकों को विकास का द्वार प्रदान करता है। श्री मोदी ने आज वीडियो कॉफ्रेंस के जरिए कर्नाटक में राज्य के वैश्विक निवेशक सम्मेलन-इनवेस्ट कर्नाटक 2022 के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में निवेश का मतलब बेहतर, स्वच्छ और पृथ्वी को सुरक्षित बनाये रखने के लिए लोकतंत्र और समावेशिता में निवेश करना है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि सरकार का विशेष ध्यान सही सोच के साथ नीतिगत स्तर की बाधाओं को खत्म करना है। उन्होंने कहा कि सरकार ने निवेशकों को लालफीता शाही से मुक्त किया और रेड कार्पेट के साथ उनको अवसर दिये। श्री मोदी ने कहा कि सरकार ने कानूनों को युक्तिसंगत बनाने, नियमों और विनियमों को कारगर बनाने के लिए कई अहम फैसले लिए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अलग-अलग बंटी दुनिया के बावजूद मजबूत लोकतांत्रिक ढांचें की वजह से दुनिया में भारत का भविष्य उज्जवल है। प्रधानमंत्री ने कहा कि केवल सुधार ही नहीं बल्कि अवसंरचना के मामले में नये भारत की प्रगति अनुपम है।
राष्ट्रीय माल परिवहन नीति और गतिशक्ति योजना को सफलतापूर्वक लागू करने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत आज पूरी दुनिया के लिए उत्पादन करने के लिए तैयार है।
श्री मोदी ने कहा कि सरकार युवाओं के अवसरों को सीमित करने की बजाय उन्हें नये अवसर प्रदान करने के लिए अनुकूल माहौल बना रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार रक्षा, ड्रोन, अंतरिक्ष और भू-स्थानिक मानत्रित्र जैसे क्षेत्रों में निजी निवेशकों को प्रोत्साहन दिया है। इससे पहले इनके लिए अवसर बंद थे। श्री मोदी ने कहा कि पिछले वर्ष भारत को करीब 84 अरब डॉलर का रिकॉर्ड प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राप्त हुआ और इसी वजह से विभिन्न तरह के सुधार कर पाये, जिनका उद्देश्य कारोबार करना सुगम बनाना है। श्री मोदी ने कहा कि भारत ही ऐसा स्थान है जहां संस्कृति और प्रौद्योगिकी दोनों साथ-साथ काम करती हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रतिस्पर्धा और संघवाद की भावना से प्रेरित होकर सभी राज्यों ने मजबूत निवेश नीतियां बनाई और बुनियादी ढांचा तैयार किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि केन्द्र और कर्नाटक में डबल इंजन की सरकार से बैंगलुरू का तेजी से विकास होगा। उन्होंने कारोबार को सुगम बनाने में शीर्ष स्थान पर रहने और विदेशी प्रत्यक्ष निवेश आकर्षित करने के लिए कर्नाटक की सराहना की।
उन्होंने जानकारी दी कि एक सौ यूनीकॉर्न में से 40 कर्नाटक के हैं। श्री मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि वैश्चिक निवेश सम्मेलन से कर्नाटक को लाखों-करोड़ों का निवेश प्राप्त होगा।
सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई, वित्तमंत्री सीतारामन, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी, कौशल विकास और उद्मिता राज्यमंत्री राजीव चन्द्र शेखर, कर्नाटक के भारी और मझौले उद्योगमंत्री डॉ. मुरूगेश आर. निरानी भी मौजूद थे।
सम्मेलन का उद्देश्य सम्भावित निवेशकों को आकर्षित करना और अगले दशक के लिए विकास का एजेंडा तय करना है। सम्मेलन चार नवम्बर तक चलेगा। इसमें, अस्सी से अधिक वक्ता हिस्सा लेंगे।