ओलंप व्यापार

हेस्टिया: ग्रीक देवी
हेस्तिया के कई चित्रण नहीं हैं, और कुछ लोककथाओं ने सुझाव दिया है कि वह स्वेच्छा से माउंट ओलिंप पर डायनोसस के लिए अपना सिंहासन छोड़ दिया। जब उसे चित्रित किया जाता है, तो उसे विनम्रता से कपड़े पहने और एक घूंघट या स्कार्फ में लिपटा दिया जाता है। पोसोइडन और अपोलो दोनों ने शादी में अपना हाथ मांगा, लेकिन उसने इनकार कर दिया और ज़ीउस से कहा कि वह उसे पवित्र रहने की इजाजत दे।
जबकि ग्रीस में हेस्तिया को समर्पित कोई मंदिर नहीं थे, कभी-कभी देवताओं को बलिदान किए जाने वाले किसी भी बलिदान का पहला हिस्सा भी उन्हें दिया जाता था। इसके अलावा, घरों और मंदिरों में हीरों को अक्सर उनके लिए प्रतीक ओलंप व्यापार माना जाता था माना जाता है कि वह दयालु है, लेकिन समझदार, मनुष्य के साथ उसके व्यवहार में।
हेस्टिया त्वरित संदर्भ
- पातलू बनाने का कार्य
- परिवार
- ओलंप के रॉयल हेर्थ
प्रतीक
उल्लेखनीय मिथकों
- क्रारोन्स का जन्म और उखाड़ फेंकना
- डायनोसस ओलंप व्यापार के लिए ओलिंप में अपनी सीट को ऊपर उठाना
- शाश्वत शुद्धता
इसे अपनी कक्षा में लाओ!
सचित्र मार्गदर्शिका स्टोरीबोर्ड में समझ और प्रतिधारण को प्रोत्साहित करने के लिए एक दृश्य के साथ आसानी से पचाने योग्य जानकारी होती है। Storyboard That छात्र एजेंसी के बारे में भावुक है, और हम चाहते हैं कि हर कोई कहानीकार बनें। स्टोरीबोर्ड छात्रों को क्या सीखा है, और दूसरों को सिखाने के लिए एक उत्कृष्ट माध्यम प्रदान करते हैं।
हेस्टिया: ग्रीक देवी
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हेस्टिया त्वरित संदर्भ
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प्रतीक
उल्लेखनीय मिथकों
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- डायनोसस के लिए ओलिंप में अपनी सीट को ऊपर उठाना
- शाश्वत शुद्धता
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सचित्र मार्गदर्शिका स्टोरीबोर्ड में समझ और प्रतिधारण को प्रोत्साहित करने के लिए एक दृश्य के साथ आसानी से पचाने योग्य जानकारी होती है। Storyboard That छात्र एजेंसी के बारे में भावुक है, और हम चाहते हैं कि हर कोई कहानीकार बनें। स्टोरीबोर्ड छात्रों को क्या सीखा है, और दूसरों को सिखाने ओलंप व्यापार ओलंप व्यापार के लिए एक उत्कृष्ट माध्यम प्रदान करते हैं।
’गेड़ी दौड़, लंगड़ी दौड़, 100 मीटर दौड़ और लंबी कूद के साथ शुरू हुआ 7 दिवसीय जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक’
गौरेला पेंड्रा मरवाही, फिजीकल कॉलेज मैदान पेंड्रा में आज से 7 दिवसीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का शुभारंभ हुआ। विधायक डॉ. के.के ध्रुव शुभारंभ समारोह के मुख्य अतिथि थे। उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़िया ओलंपिक को लेकर ग्राम स्तर से जिला स्तर तक उत्साह का महौल रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आर्थिक विकास के साथ-साथ शारीरिक विकास के लिए छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरूआत किए है। उन्होने खिलाडियों को कमियों में सुधार लाने और खेल भावना से खेलते हुए जिले का नाम रोशन करने के साथ ही आगे की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी।
जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं छत्तीसगढ़ महतारी की छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर राज गीत के साथ हुआ। प्रतियोगिता के पहले दिन गेड़ी दौड़, लंगड़ी दौड़, 100 मीटर दौड़ और लंबी कूद का आयोजन हुआ। जिला स्तरीय प्रतियोगिता मंें तीनों ब्लॉक और दोनो नगर पंचायत से चयनित 892 प्रतिभागी भाग ले रहे है। इनमें 411 महिला और 481 पुरुष प्रतिभागी शामिल है। 18 नवंबर को संखली, बांटी (कंचा), भंवरा एवं गिल्ली-डंडा, 19 नवंबर को खो-खो, बिल्लस एवं पिट्ठुल, 21 एवं 22 नवंबर को कबड्डी, रस्साकसी ओलंप व्यापार एवं फुगडी प्रतियोगिता होगी। 23 नवंबर को समापन समारोह पर फुगडी एवं रस्साकसी का फाइनल प्रतियोगिता होगा। प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य श्रीमती अर्चना पोर्ते ने कहा कि छत्तीसगढ़ की पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने और भावी पीढ़ी को अवगत कराने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरूआत की है। इस ओलंपिक को हर उम्र और हर वर्ग के लोगों ने पसंद किया है। इस आयोजन से एकता, अपनेपन और मेलजोल की भावना को भी बढ़ावा मिला है। उन्होने सभी प्रतिभागियों को अच्छे प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दी। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने जिला प्रशासन की ओर से सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होने कार्यक्रम की रूप रेखा से अवगत कराते हुए कहा कि छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में सभी खेलों में सभी वर्ग के लोगों ने भाग लिया है। उन्होने कहा कि खेल को निजी जीवन मंे अपनाएं, खेल से जुड़े रहे और आगे भी खेलते रहें। उन्होने सभी प्रतिभागियों को अच्छा प्रदर्शन करते हुए संभाग एवं जिला स्तरीय प्रतियोगिता मंे सफल होने की शुभकामनांए दी। परियोजना निदेशक डीआरडीए आर के खूंटे ने स्वागत भाषण दिया। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य श्रीमती हेम कुंवर श्याम, जनपद अध्यक्ष पेंड्रा श्रीमती आशा मरावी, जनपद अध्यक्ष गौरेला सुश्री ममता पैकरा, मनोज गुप्ता, श्रीमती बूंद कुंवर मास्को, इदरीश अंसारी, ज्ञानेंद्र उपाध्याय, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पेंड्रारोड पुष्पेंद्र शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी एन के चंद्रा, जनपद सीईओ पेंड्रा श्रीमती इंदिरा मिश्रा, जनपद सीईओ गौरेला डॉ. संजय शर्मा, जिला खेल अधिकारी सुश्री सीमा डेविड सहित व्यायाम शिक्षक एवं प्रतिभागी उपस्थित थे।