क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार

क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार
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क्रिप्टोकरेंसी - ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या है?
बिना किसी वित्तीय मध्यस्थता के आधार पर वित्तीय लेन-देन का रिकॉर्ड रखने वाला एक डेटाबेस
क्रिप्टोकरेंसी शब्द आज के वक्त में बहुत ज्यादा पॉपुलर हो गया है, इसके पीछे ब्लॉकचैन टेक्नॉलजी का ही हाथ है।क्रिप्टोकरेंसी की लोकप्रियता वित्त में ब्लॉकचेन की उपयोगिता को साबित कर रही है। यह बिना किसी वित्तीय मध्यस्थता के आधार पर वित्तीय लेन-देन का रिकॉर्ड रखने वाला एक डेटाबेस है। यह एक ऐसा सिस्टम है, जिसमें जानकारी को रिकॉर्ड करके रखने में मदद मिलती है। इस सिस्टम में जानकारी कुछ इस प्रकार रिकॉर्ड की जाती है कि न तो इसे क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार कोई हैक कर सकता है और न ही इसमे कोई बदलाव कर सकता है। ब्लॉकचेन एक स्पेसिफिक टाइप का डेटाबेस है जो हर ट्रांजैक्शन को स्टोर रखता है, ब्लॉकचेन में जो ब्लॉक होते हैं वह मॉनिटरी ट्रांजैक्शंस के डाटा को स्टोर करते हैं!
आखिर इसको ब्लॉकचैन का नाम क्यों दिया गया? : जिस प्रकार हजारों-लाखों कंप्यूटरों को आपस में एक साथ जोड़कर इंटरनेट की शुरुआत हुई , ठीक उसी प्रकार से डाटा ब्लॉकों को जोड़कर ब्लॉकचैन की शुरूआत हुई। इस टेक्नोलॉजी में डाटा ब्लॉक में स्टोर किया जाता है जो एक तरीके का डेटा का चेन बनाते हैं, और ये ब्लॉक्स एक-दूसरे से जुड़े होते हैं। इसी लिए इसे ब्लॉकचेन का नाम दिया गया है।
ब्लॉकचैन कितना सुरक्षित है? : ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी एक विकेन्द्रीयकरण (de-centralized) प्रणाली पर काम करती है। विकेन्द्रीयकरण (de-centralized) प्रणाली का मतलब यह है कि इस पर किसी व्यक्ति या विशेष का कंट्रोल नहीं होता। क्रिप्टोग्राफिक सिस्टम लेन-देन को अपरिवर्तनीय बनाता है – जिसमें किसी तरह का बदलाव नहीं हो सकता है। जब कोई ट्रांससेशन होता है तो उसकी कॉपी पूरे नेटवर्क के पास उपलब्ध होती हे, हर ब्लॉक अपने से पीछे वाले ब्लॉक की हेश आईडी रखता है। यदि ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के एक हिस्से को हैक कर लिया जाए तो इससे दूसरे हिस्से प्रभावित नहीं होते! दूसरे शब्दों में, एक बार श्रृंखला पर बनाए गए ब्लॉक को बदला नहीं जा सकता है। दुनिया भर में इसके लाखों नोड हैं जो सिस्टम पर होने वाले सभी ट्रांजैक्शन का ट्रैक रिकॉर्ड रखते हैं। इसका उदाहरण नीचे देखा जा सकता है।
बैंकिंग क्षेत्र - ब्लॉकचेन तकनीक भुगतान भेजने का एक सुरक्षित और सस्ता तरीका प्रदान करती है जो तीसरे पक्ष से सत्यापन की आवश्यकता को कम करती है और पारंपरिक बैंक हस्तांतरण के लिए प्रसंस्करण समय को मात देती है। ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के जरिये देश या विदेश में कुछ ही मिनटों में पैसा भेजा जा सकता है। ब्लॉकचेन बैंकिंग और उधार सेवाओं को सरल कर सकता है, प्रतिपक्ष जोखिम को कम कर सकता है। प्रमाणित दस्तावेज और केवाईसी/एएमएल डेटा, परिचालन जोखिमों को कम करने और वित्तीय दस्तावेजों के वास्तविक समय सत्यापन की पिरक्रिया में बहुत तेजी ला सकता है।
वोटिंग के लिए - चुनावों में वोट देने और उनकी गणना के लिए ब्लॉकचैन लागू किया क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार जा सकता है। इसी साल अमेरिका के चुनावों की गणना में एक हफ्ते का समय लग गया था। ब्लॉकचैन टेक्नॉलजी के माध्यम से इस प्रक्रिया को आसान बनाया जा सकता है। भविष्य में ब्लॉकचेन तकनीक का प्रयोग कर इन सब को और मजबूती देना संभव हो सकता है। लेकिन इसके लिये सही दिशा में सही समय पर सही कदम उठाना जरूरी होगा।
नॉन-फंजिबल टोकन (NFT) : NFT एक तरीके के डिजिटल टोकन होते हैं, जिन्हें असली चीजों यानी कि किसी पेंटिंग, गेम, म्यूजिक, मीम, कार्ड्स वगैरह चीजों से असाइन किया जाता है। कोई भी क्रिएटिव शख्स अपनी NFT क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार बना कर बेच सकता हैं। हाल ही में सलमान खान ने अपनी खुद की NFT को बाजार में बेचना सुरु किया है।
शिक्षा (Education) : शिक्षा के क्षेत्र में भी ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी बहुत बड़ा बदलाव ला सकती है। कोई भी यूनिवर्सिटी अपने विद्यार्थियों के सारे रिकॉर्ड ब्लॉकचैन के ऊपर क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार स्टोर कर सकती है। हाल ही में CBSE बोर्ड ने ब्लॉकचैन का उपयोग किया है। ऐसे में ब्लॉकचैन का इस्तेमाल करके फर्जी कागजातों और डिग्रियों को रोका जा सकता है।
अर्थव्यवस्था और गवर्नेंस में ब्लॉकचेन : भारत के प्रधानमंत्री ने हमेशा डिजिटल इंडिया को बढ़ावा दिया है। उन्होंने कई बार ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के बारे में ट्वीट भी किये हैं। अर्थव्यवस्था में डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का उपयोग हो सकता है।
पुष्पेंद्र सिंह SmartViewAi.com के संस्थापक हैं जो भारत में क्रिप्टो और ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के प्रति अपने यूट्यूब चैनल (PUSHPENDRA SINGH DIGITAL) के जरिये लोगों को जागरूक कर रहे हैं। आईटी की दुनिया से आने वाले पुष्पेंद्र सिंह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी/डेफी के महत्व को समझते हैं और इससे परिचित हैं। उन्हें ब्लॉकचैन और क्रिप्टोक्यूरेंसी बाजार से लेकर सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट का 10 से अधिक वर्षों का अनुभव है। अपने खाली समय में, उन्हें ब्लॉकचैन जागरूकता YouTube लाइव वीडियो हिंदी में बनाने में मज़ा आता है। उनके चैनल को हर महीने लाखों में व्यूज मिलते हैं।
Investment in Crypto Currencies: BitCoin में निवेश का स्टेपवाइज प्रॉसेस, इन तीन चार्जेज के बारे में भी जानकारी है जरूरी
Investing in Crypto Currencies: भारत में बिटक्वाइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर निवेशक आकर्षित हुए हैं लेकिन अधिकतर के मन में यह सवाल रहता है कि इसकी शुरुआत कैसे की जाए.
दुनिया भर में निवेशकों के बीच बिटक्वाइन (BitCoin) जैसी क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है.
Investing in Crypto Currencies: भारत समेत दुनिया भर में निवेशकों के बीच बिटक्वाइन (BitCoin) जैसी क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है. पिछले कुछ वर्षों में इसने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है. क्रिप्टोकरेंसी एक प्रकार की वर्चुअल करेंसी है जिसे कंप्यूटर पर जटिल समीकरणों को हल कर माइन किया जाता है. इसे माइन करने वाले यानी माइनर्स को रिवार्ड के तौर पर क्रिप्टो करेंसी मिलती है लेकिन जिन्हें तकनीकी समझ नहीं है, वे भी क्रिप्टो हासिल कर सकते हैं. जिस प्रकार कंपनी के शेयरों की बीएसई और एनएसई जैसे एक्सचेंजों पर खरीद-बिक्री होती है, वैसे ही क्रिप्टो एक्सचेंजों पर बिटक्वाइन जैसे क्रिप्टो की खरीद-बिक्री होती है यानी कि आपको अगर बिटक्वाइन में निवेश करना है तो किसी एक्सचेंज पर जाकर आसानी से इसमें पैसे लगा सकते हैं.
इस प्रकार कर सकते हैं क्रिप्टो में निवेश
क्रिप्टों में निवेश के लिए वजीरएक्स (WazirX), क्वाइनडेक्स (Coindex), जेबपे Zebpay, क्वाइनस्विच कुबेर (Coin Switch Kuber) और यूनोकॉइन UnoCoin जैसे एक्सचेंज हैं. क्रिप्टो में निवेश के लिए पहले आपको एक्सचेंज की साइट पर जाकर पर्सनल डिटेल्स के जरिए रजिस्ट्रेशन करना होगा.
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- क्रिप्टो करेंसी की वेबसाइट पर जाकर साइन अप करिए.
- फिर ई-मेल वेरिफिकेशन के बाद सिक्योरिटी पेज आएगा जिसमें ऐप, मोबाइल एसएमएस या कोई सिक्योरिटी विकल्प न चुनने का विकल्प आएगा.
- सिक्योरिटी विकल्स को ओके करने के बाद देश चुनने और केवाईसी चुनने का विकल्प मिलेगा. केवाईसी के तहत पर्सनल और कंपनी में से किसी एक को चुनना होता है जो बाय डिफॉल्ट पर्सनल पर होता है.
- केवाईसी के लिए अपनी व्यक्तिगत जानकारियां जैसे कि नाम, जन्म तिथि, पता, पैन कार्ड, आधार (ड्राइविंग लाइसेंस या पासपोर्ट) की डिटेल्स के साथ पैन कार्ड की फोटो, आधार कार्ड के फ्रंट व बैक साइड के साथ सेल्फी अपलोड करनी होती है.
- अकाउंट वेरिफाई होने के बाद आप क्रिप्टो में खरीदारी कर सकते हैं और इसका भुगतान अपने बैंक खाते से करना होगा.
क्रिप्टो ट्रेडिंग पर ये हैं चार्जेज
- एक्सचेंज फीस: क्रिप्टो खरीद या बिक्री ऑर्डर को पूरा करने के लिए एक्सचेंज फीस चुकानी होती है. भारत में अधिकतर क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज का फिक्स्ड फीस मॉडल है, लेकिन ट्रांजैक्शन की फाइनल कॉस्ट उस प्लेटफॉर्म पर निर्भर होती है जिस पर ट्रांजैक्शन पूरा हुआ है. ऐसे में इसे लेकर बेहतर रिसर्च करनी चाहिए कि कौन सा क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज सबसे कम ट्रांजैक्शन फीस ले रहा है. फिक्स्ड फीस मॉडल के अलावा क्रिप्टो एक्सचेंज में मेकर-टेकर फी मॉडल भी है. क्रिप्टो करेंसी बेचने वाले को मेकर कहते हैं और इसे खरीदने वाले को टेकर क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार कहते हैं. इस मॉडल के तहत ट्रेडिंग एक्टिविटी के हिसाब से फीस चुकानी होती है.
- नेटवर्क फीस: क्रिप्टोकरेंसी माइन करने वालों को नेटवर्क फीस चुकाई जाती है. ये माइनर्स शक्तिशाली कंप्यूटर्स के जरिए किसी ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करते हैं और ब्लॉकचेन में जोड़ते हैं. एक्सचेंज क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार का नेटवर्क फीस पर सीधा नियंत्रण नहीं होता है. अगर नेटवर्क पर भीड़ बढ़ती है यानी अधिक ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करना होता है तो फीस बढ़ जाती है. आमतौर पर यूजर्स को थर्ड पार्टी वॉलेट का प्रयोग करते समय ट्रांजैक्शन फीस को पहले से ही सेट क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार करने की छूट होती है. लेकिन एक्सचेंज पर इसे ऑटोमैटिक एक्सचेंज द्वारा ही सेट किया जाता है ताकि ट्रांसफर में कोई देरी न हो. जो यूजर्स अधिक फीस चुकाने के लिए तैयार हैं, उनका ट्रांजैक्शन जल्द पूरा हो जाता है और जिन्होंने फीस की लिमिट कम रखी है, उनके ट्रांजैक्शन पूरा होने में कुछ समय लग सकता है. माइनर्स को इलेक्ट्रिसिटी कॉस्ट और प्रोसेसिंग पॉवर के लिए यह फीस दी जाती है.
- वॉलेट फीस: क्रिप्टो करेंसी को ऑनलाइन बैंक खाते के समान एक डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है. अधिकतर वॉलेट में क्रिप्टो करेंसी के डिपॉजिट और स्टोरेज पर कोई फीस नहीं ली जाती है, लेकिन इसे निकालने या कहीं भेजने पर फीस चुकानी होती है. यह मूल रूप से नेटवर्क फीस है. अधिकतर एक्सचेंज इन-बिल्ट वॉलेट की सुविधा देते हैं. क्रिप्टो वॉलेट्स सिस्टमैटिक क्रिप्टो करेंसी खरीदने का विकल्प देते हैं और इसके इंटीग्रेटेड मर्चेंट गेटवे के जरिए स्मार्टफोन व डीटीएस सर्विसेज को रिचार्ज कराया जा सकता है.
(यहां दी गई जानकारी एक्सचेंजों की वेबसाइट से ली गई है. निवेश शुरू करने की जो प्रक्रिया है, वह अलग-अलग एक्सचेंज पर थोड़ी भिन्न हो सकती है. लेख के जरिए आपको निवेश की कोई सलाह नहीं दी जा रही है और यह महज जानकारी के लिए है. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर संपर्क कर लें.)
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कई क्रिप्टोकरेंसी को पीछे छोड़ कर 2021 में सबसे लोकप्रिय हुई यह करेंसी
राज एक्सप्रेस। क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एक ऐसी करेंसी है, जो ज्यादातर सुर्ख़ियों में बनी रहती है। इसको क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार लेकर कई नियम निर्धारित किए गए हैं। क्योंकि, कई देशों में इसे इल्लीगल माना जाता है। क्रिप्टोकरेंसी में सबसे ज्यादा नाम जो सुना जाता है वो बिटकॉइन (Bitcoin) का है और बिटकॉइन आज कल काफी ट्रैंड में चल रहा है। आज कल आपने हर किसी को बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने की बात कहते सुना होगा, लेकिन अब एक और क्रिप्टोकरेंसी शीबा इनु काफी लोकप्रिय और चर्चा में नजर आरही है और इस मामले में शीबा इनु (SHIB) ने अन्य क्रिप्टोकरेंसी को पीछे छोड़ दिया है।
शीबा इनु बनी लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी :
इन दिनों मुख्य क्रिप्टोकरेंसी सुनते ही शीबा इनु (क्रिप्टोकरेंसी क्या है और उनके प्रकार SHIB) का नाम दिमाग में आएगा क्योंकि, इन दिनों सबसे ज्यादा लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी शीबा इनु हो चुकी है। बता दें, यह क्रिप्टोकरेंसी एक डॉग मीम से शुरू हुई है और इसे 'डोजकॉइन किलर' के तौर पर लाया गया था और इस क्रिप्टोकरेंसी ने अन्य सभी क्रिप्टोकरेंसी को पीछे छोड़ दिया है। प्राइस-ट्रैकिंग वेबसाइट कॉइनमार्केटकैप के अनुसार, शीबा इनु ने Bitcoin और Ethereum जैसी क्रिप्टोकरेंसी को पीछे छोड़ दिया है। इस प्रकार SHIB साल 2021 की सबसे ज्यादा देखी गई क्रिप्टोकरेंसी बन गई है।
SHIB पर आए व्यूज :
कॉइनमार्केटकैप द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पिछले 12 महीनों में SHIB क्रिप्टोकरेंसी पर 18.8 करोड़ से ज्यादा व्यूज आए हैं। वहीं, एपेक्स की क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन इस दौरान 14.5 करोड़ व्यूज के साथ दूसरी पोजीशन पर रही। हालांकि, इसकी लोकप्रियता का तात्पर्य मार्केट पोजीशन से नहीं है। बता दें, SHIB दुनिया की 13वीं सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है, जिसका मार्केट कैप 20 अरब डॉलर से ज्यादा का है। बता दें, SHIB के सर्कुलेशन का लगभग 70.52% सर्कुलेशन केवल आठ व्हेल अकाउंट्स के नियंत्रण में है।
टॉप-5 में हुई शामिल :
साल 2021 में क्रिप्टोकरेंसीज में निवेश करने वाले निवेशकों की संख्या में तेजी से बढ़त दर्ज की गई है। इस साल जिन क्रिप्टोकरेंसीज में सबसे ज्यादा इन्वेस्ट किया गया है। इस लिस्ट में सबसे टॉप पर सबसे ज्यादा देखी जाने वाली क्रिप्टोकरेंसीज डोजकॉइन रही इसके 10.7 करोड़ व्यूज के साथ यह तीसरे स्थान पर रही। जबकि, चौथे स्थान पर कार्डनो को लगभग 8.6 करोड़ व्यू के साथ रही। वहीं, 8.1 करोड़ व्यूज के साथ ईथेरम क्रिप्टोकरेंसी पांचवे स्थान पर रही। इनके बाद इस लिस्ट में सेफमून, सोलाना, कार्डनो और बाइनेंस जैसी क्रिप्टोकरेंसी के नाम रहे।
शीबा इनु के नाम का मतलब :
बताते चलें, 'शीबा इनु' कुत्तों की एक प्रजाति का नाम है, जिससे जुड़ा मीम वायरल हो रहा था। केवल मजाक में इस क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत हुई थी जो कि, एक कुत्ते के नाम पर की गई थी, लेकिन हैरान कर देने वाली बात यह है कि, इसमें सबसे ज्यादा शेयर वाले आठ व्हेल अकाउंट्स को किए गए निवेश का आठ गुना फायदा हो चुका है।
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