बाजार का राज्य और विकास

भविष्य की रूपरेखा:
अर्थव्यवस्था
झारखंड की राजधानी रांची, तीव्र गति से बढ़ रही है और विस्तार कर रही है। वृद्धि हुई आर्थिक गतिविधियों और बुनियादी ढांचे के विकास के कारण व्यापक शहरीकरण हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों का विस्तार हो रहा है। भूमि उपयोग नीतियों में बदलाव के कारण शहर के आसपास के इलाकों में अधिक क्षेत्रों को जोड़ा जा रहा है। रांची को पूंजी की स्थिति के साथ सम्मानित होने के बाद, बढ़ती आबादी की आवश्यकताओं को पूरा करने की आवश्यकता है।
आसानी से उपलब्ध जनशक्ति , प्रतिष्ठित तकनीकी , प्रबंधन और शैक्षिक संस्थानों , अच्छी परिवहन और संचार सुविधाएं और बिजली की स्थिति में सुधार, उद्यमियों के लिए आरआईए (रांची औद्योगिक क्षेत्र) क्षेत्र आकर्षक बनाता है लोगों के लाभ के लिए पर्याप्त रोजगार , ढांचागत और संस्थागत सुविधाओं को उत्पन्न करने के प्रयास किए जा रहे हैं। शहरीकरण के इस युग में, औद्योगिकीकरण और आधुनिकीकरण , वर्तमान पर्यावरण को संरक्षित और संरक्षित करने के लिए नहीं भूलना चाहिए । रांची शहर के लिए एक सतत और पर्यावरण -अनुकूल विकास का तरीका आवश्यक है।
रांची में व्यापार, वाणिज्य और व्यापार
झारखंड की राजधानी होने के नाते रांची राज्य में व्यापार और वाणिज्य का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। उच्च साक्षरता दर , मेहनती लोगों, स्थिर राजनीतिक वातावरण और बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध होने से इस क्षेत्र में व्यवसाय के विकास के लिए एक अनुकूल वातावरण बना है। सरकार रांची शहर में निवेश आकर्षित करने के लिए आकर्षक योजनाएं दे रही है। सभी प्रकार के व्यवसाय छोटे-से-दैनिक ज़रूरत की दुकानों , चिकित्सा दुकानों , उच्च अंत ब्रांडेड स्टोरों के लिए तैयार वस्त्रों से रांची में मिल सकते हैं। कई प्रीमियम ब्रांड, फास्ट-फेड चेन और मल्टीप्लेक्स ने रांची में दुकान लगाई है। उपभोक्ता के बढ़ते खर्च की शक्ति के साथ कई मॉल और मल्टीप्लेक्स भी रांची में अच्छा कारोबार कर रहे हैं। रांची में कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों , सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम और निजी लिमिटेड कंपनियां हैं , जो अच्छे रोजगार के अवसर प्रदान करती हैं। रांची शहर इस प्रकार नए उद्यमियों के लिए पर्याप्त व्यावसायिक अवसर प्रदान करता है कामकाजी पेशेवरों के लिए रोजगार के अवसर .
पूर्वोत्तर के विकास के लिए ‘लुक ईस्ट पॉलिसी’ को ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ में बदला
देश के पूर्वोत्तर भाग में विकास के लिए लुक ईस्ट पॉलिसी काफी समय से अस्तित्व में है। इसके अंतर्गत तमाम पहल लाई गई। पॉलिसी के अस्तित्व में आने से लगभग हर क्षेत्र में विकास देखा जा सकता बाजार का राज्य और विकास है। इस विकास को और त्वरित और उचित गति देने के लिए सरकार ने इस पहल को लुक ईस्ट पॉलिसी से एक्ट ईस्ट पॉलिसी में बदल दिया है, जिससे पूर्वोत्तर क्षेत्र में सर्वांगीण बाजार का राज्य और विकास विकास हुआ है। परिणाम स्वरूप सभी राज्यों को दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के साथ व्यापार सुधार में सहायता मिल रही है।
हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना और पूर्वोत्तर राज्य सरकार के साथ-साथ उत्तर पूर्वी क्षेत्र के सांस्कृतिक परिषद द्वारा आयोजित “सेलिब्रेटिंग कंट्रीब्यूशन ऑफ इंडियाज नॉर्थ ईस्ट रीजन इन नेशन बिल्डिंग” के विषय में चल रहे दो दिवसीय सम्मेलन में यह बात रखी।
पीएम गति शक्ति से विकास को मिलता है बल
प्रधानमंत्री गति शक्ति मास्टर प्लान के बारे में बात करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि उत्तर पूर्व के क्षेत्र में यह योजना आधारभूत सुविधाओं के विकास को बल देगा और उससे विकास कई गुना बढ़ आएगा। सड़क निर्माण, रेल विस्तार या जलमार्ग का सुधार प्रधानमंत्री की शक्ति के माध्यम से मजबूती प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। आगे उन्होंने बताया कि ऊर्जा के क्षेत्र में विशेष रूप से सोलर और हाइडल परियोजनाओं में हमने काफी प्रगति सुनिश्चित की है और हर नुक्कड़ पर आज बिजली पहुंच चुकी है।
रक्षा मंत्री ने न्यू इंडिया के बारे में बात करते हुए कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण, खेल, ग्रामीण विकास, रोजगार और लघु उद्योगों के माध्यम से हम पूर्वोत्तर के हर नागरिक के विकास के लिए प्रतिबंध बाजार का राज्य और विकास है। सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास यह आदर्श वाक्य ही सरकार की मंशा है। इस अवसर पर रक्षा मंत्री ने क्षेत्र के नायक नायिकाओं की साहस और वीरता को भी श्रद्धांजलि दी।
बाजार का राज्य और विकास
विज़न
पोषण, पारिस्थितिकी और आजीविका सुरक्षा में बाजार का राज्य और विकास सुधार के लिए राष्ट्रीय परिवेश में बागवानी के सर्वांगीण एवं त्वरित विकास का दायित्व बागवानी संभाग को सौंपा गया है।
मिशन
बागवानी में प्रौद्योगिकी आधारित विकास
लक्ष्य
बागवानी में राष्ट्रीय स्तर पर अनुसंधान और विकास कार्यक्रम का नियोजन, सहयोग और निगरानी के साथ इस क्षेत्र में ज्ञान रिपोजटिरी की तरह कार्य करना।
संगठनात्मक ढांचा
बागवानी संभाग का मुख्यालय कृषि अनुसंधान भवन-।।, पूसा कैम्पस, नई दिल्ली में स्थित है। इस संभाग में दो कमोडिटी/सबजेक्ट विशिष्ट तकनीकी विभाग (बागवानी । और ।। के अलावा) और प्रशासन विंग, संस्थान प्रशासन-V विभाग है। उपमहानिदेशक (बागवानी) के नेतृत्व में कार्यरत इस संभाग में दो सहायक महानिदेशक, दो प्रधान वैज्ञानिक और एक उपसचिव (बागवानी) भी शामिल हैं। भा.कृ.अनु.प. का बागवानी संभाग 10 केन्द्रीय संस्थानों, 6 निदेशालयों, 7 राष्ट्रीय अनुसंधान केन्द्रों, 13 अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजनाओं और 6 नेटवर्क प्रायोजनाओं/प्रसार कार्यक्रमों के जरिये भारत में बागवानी अनुसंधान पर कार्य कर रहा है।
Stock Market This Week: बाजार में बढ़त का सिलसिला थमा, लेकिन इन स्टॉक्स में हुई कमाई
TV9 Bharatvarsh | Edited By: सौरभ शर्मा
Updated on: Nov 19, 2022 | 1:48 PM
शेयर बाजार में पिछले 4 हफ्तों से जारी बढ़त का सिलसिला इस हफ्ते थम गया है. हफ्ते के दौरान स्टॉक में सीमित दायरे में कारोबार देखने को मिला और हफ्ते के अंत में इंडेक्स नुकसान के साथ बंद हुए हैं. स्टॉक मार्केट में हफ्ते की गिरावट के लिए विदेशी बाजारों के संकेत अहम रहे. विदेशी बाजारों में अनिश्चितता बनी रहने से निवेशकों ने हफ्ते के दौरान सतर्क रुख रखा वहीं. रूस यूक्रेन संकट के पोलैंड की सीमा तक पहुंचने की आशंका से भी हफ्ते के दौरान बाजार पर नकारात्मक असर देखने को मिला. इस दौरान घरेलू बाजार स्टॉक स्पेस्फिक कारोबार दिखा और गिरावट के बीच भी कई स्मॉलकैप स्टॉक्स ऐसे रहे जहां निवेशकों को 10 प्रतिशत से ज्यादा का रिटर्न मिला है.
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दुनिया भर के निवेशकों का उत्तर प्रदेश में स्वागत : योगी
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश को देश के विकास का ग्रोथ इंजन बताते हुये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को यहां कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश एक प्रगतिशील परिवर्तनकारी यात्रा के शिखर पर है।
राष्ट्रीय राजधानी के सुषमा स्वराज प्रवासी भारतीय भवन में आयोजित उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस-2023) की कर्टेन रेज़र सेरेमनी में श्री योगी ने दुनिया भर के औद्योगिक निवेशकों को उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया। जीआईएस 2023 के लोगो का अनावरण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश आज एक प्रगतिशील परिवर्तनकारी यात्रा के शिखर पर है।