बिनारियम के पास क्या लाइसेंस है?

सड़कों का रखरखाव : शीला दीक्षित के कार्यकाल के दौरान दिल्ली सरकार ने 60 मीटर से बड़ी सड़कों के रखरखाव की जिम्मेदारी नगर निगम से लेकर पीडब्ल्यूडी को दे दी थी। लेकिन इसके बावजूद अभी भी नगर निगम के पास 32 हजार किमी से अधिक की छोटी सड़कों, गलियां हैं। हजारों की संख्या में पार्क हैं, जिनकी देखभाल नगर निगम करता है।
MCD Polls: क्या है MCD का सुपर-12, वोटिंग से पहले दूर कर लें अपनी सारी कंफ्यूजन
- एमसीडी चुनाव के लिए आज नामांकन का आखिरी दिन
- 250 वॉर्डों के लिए सभी दलों ने किया उम्मीदवारों का ऐलान
- 4 दिसंबर को वोटिंग, 7 दिसंबर को बिनारियम के पास क्या लाइसेंस है? आएंगे सभी वॉर्ड के नतीजे
हर साल मिलता है 1 करोड़ का फंड
पूरे दिल्ली स्तर पर नगर निगम के पार्षद ही मिलकर हाउस में नीति तैयार करते हैं, जिसके आधार पर निगम आयुक्त और अन्य अधिकारी कामकाज करते हैं। नगर निगम के हर पार्षद को सालाना एक करोड़ रुपये का फंड मिलता है। इस राशि से पार्षद अपने इलाके में कुछ भी विकास कार्य करा सकते हैं। वह नगर निगम को अपने इलाके की बड़ी परियोजनाओं के लिए प्रस्ताव भी भेज सकते हैं।
Varanasi: बिना नाव वालों के पास लाइसेंस और नाव वाले दर-दर भटक रहे, क्या है पूरा मामला ?
नगर निगम कार्यालय में संभव के तहत होने वाली जनसुनवाई में बुधवार को नगर आयुक्त प्रणय सिंह को फरियादियों ने समस्याएं बताईं। इस दौरान अतिक्रमण और बिना किसी नाव के लाइसेंस जारी करने आदि समस्याएं आईं। नगर आयुक्त प्रणय सिंह ने समस्याओं से जल्द समाधान का भरोसा दिलाया।
सुंदरपुर निवासी सोमारू ने शिकायत किया कि उनके पड़ोसी ने उनके घर के सामने बने सड़क एवं सार्वजनिक कुआं के आसपास अतिक्रमण कर लिया है। आने-जाने में परेशानी होती है। बताया कि 20 फीट की सड़क अब आठ फीट की हो गई है। इससे पहले दो बार इसकी शिकायत कर चुके हैं। उसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है।
विस्तार
नगर निगम कार्यालय में संभव के तहत होने वाली जनसुनवाई में बुधवार को नगर आयुक्त प्रणय सिंह को फरियादियों ने समस्याएं बताईं। इस दौरान अतिक्रमण और बिना किसी नाव के लाइसेंस जारी करने आदि समस्याएं आईं। नगर आयुक्त प्रणय सिंह ने समस्याओं से जल्द समाधान का भरोसा दिलाया।
सुंदरपुर निवासी बिनारियम के पास क्या लाइसेंस है? सोमारू ने शिकायत किया कि उनके पड़ोसी ने उनके घर के सामने बने सड़क एवं सार्वजनिक कुआं के आसपास अतिक्रमण कर लिया है। आने-जाने में परेशानी होती है। बताया कि 20 फीट की सड़क अब आठ फीट की बिनारियम के पास क्या लाइसेंस है? हो गई है। इससे पहले दो बार इसकी शिकायत कर चुके हैं। उसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है।
वहीं मणिकर्णिका घाट निवासी रमेश चंद्र श्रीवास्तव ने शिकायत किया कि जलासेन घाट व मणिकर्णिका घाट के आसपास रहने वाले कुछ लोगों को बिना नाव के ही लाइसेंस जारी कर दिया गया है। वहीं जिनको जरूरत है उन्हें लाइसेंस जारी नहीं किया जा रहा है। इस बारे में दो बार शिकायत की गई। लेकिन अभी तक समस्या बिनारियम के पास क्या लाइसेंस है? का कोई समाधान नहीं निकाला गया।