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रणनीति व्यापार

रणनीति व्यापार
• कॉर्पोरेट रणनीतियाँ बहुत व्यापक हैं और उद्योग में प्रतिस्पर्धात्मक लाभ प्राप्त करने पर केंद्रित हैं।

कहा जा रहा है कि लम्‍बे समय में इसका नकारात्‍मक असर पड़ सकता है. इसे एक उदाहरण से समझा जा सकता है. मान लीजिए कोई कंपनी ने लिथियम या कंप्यूटर चिप्स के लिए किसी एक देश पर निर्भर करती है तो एक समय के बाद खुद को अलग-थलग महसूस करने लगी क्‍योंकि वो सिर्फ फ्रेंडशोरिंग देश के साथ ही काम कर रही होगी.

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वीडियो: कॉर्पोरेट बनाम व्यापार रणनीति

कॉर्पोरेट रणनीति और व्यावसायिक रणनीति के बीच अंतर यह है कि कॉर्पोरेट रणनीति संगठन के समग्र उद्देश्य से संबंधित है जबकि व्यापार रणनीति एक विशेष व्यवसाय इकाई के बारे में चिंतित है और जिस तरह से इसे बाजार में और अधिक प्रतिस्पर्धी होने की योजना बनाई जानी चाहिए। ये एक व्यापारिक संगठन में रणनीति के स्तर हैं। यह लेख आपको दो अवधारणाओं, कॉर्पोरेट रणनीति और व्यावसायिक रणनीति का एक संक्षिप्त विश्लेषण प्रस्तुत करता है और कॉर्पोरेट रणनीति और व्यावसायिक रणनीति के बीच अंतर को उजागर करता है।

कॉर्पोरेट रणनीति क्या है?

कॉर्पोरेट रणनीति व्यवसायों को अपने दीर्घकालिक उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए दिशानिर्देश प्रदान करती है। एक कॉर्पोरेट रणनीति विकसित करते समय, संगठनात्मक गतिविधियों के उद्देश्य और दायरे को निर्धारित करना आवश्यक है। फिर अपने व्यवसाय की प्रकृति के बारे में उस वातावरण पर विचार करके जिसमें वह संचालित होता है, इसकी बाज़ार स्थिति और प्रतिस्पर्धा का स्तर।

संगठन की दृष्टि के आधार पर कॉर्पोरेट रणनीति बनाई जाती है। यह रणनीति का सबसे महत्वपूर्ण स्तर है क्योंकि यह व्यावसायिक गतिविधियों में निवेशकों से काफी प्रभावित होता है और पूरे कारोबार में रणनीतिक निर्णय लेने का मार्गदर्शन करता है। कंपनी मिशन के बयान में कॉर्पोरेट रणनीति को मौखिक रूप से व्यक्त किया गया है। आमतौर पर, प्रत्येक संगठन में कॉर्पोरेट प्रबंधन की स्थापना के लिए शीर्ष प्रबंधन जिम्मेदार होता है।

व्यापार रणनीति क्या है?

एक रणनीतिक व्यापार इकाई में उत्पाद लाइन, विभाजन रणनीति व्यापार या अन्य लाभ केंद्र शामिल हो सकते हैं जिन्हें कंपनी की अन्य व्यावसायिक इकाइयों से अलग से योजनाबद्ध किया जा सकता है। इस स्तर पर, परिचालन इकाइयों के समन्वय और निर्मित वस्तुओं और सेवाओं के लिए एक स्थायी प्रतिस्पर्धी लाभ के विकास और प्राप्त करने के बारे में कम रणनीतिक मुद्दे हैं।

व्यवसाय स्तर पर रणनीति तैयार करने का चरण निम्न से संबंधित है:रणनीति व्यापार

• प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ व्यवसाय की स्थिति।

• मांग में अपेक्षित बदलाव के अनुसार रणनीति को बदलने की आवश्यकता है।

• ऊर्ध्वाधर एकीकरण और लॉबिंग जैसे राजनीतिक कार्यों के माध्यम से प्रतियोगिता की प्रकृति को प्रभावित करना।

माइकल पोर्टर के अनुसार, तीन सामान्य रणनीतियाँ हैं; वे लागत नेतृत्व, भेदभाव, और फ़ोकस हैं जो कंपनी के लिए एक प्रतिस्पर्धात्मक लाभ बनाने के लिए व्यावसायिक इकाई स्तर पर लागू किए जा सकते हैं।

क्या होती है ‘फ्रेंडशोरिंग’ की रणनीति जिसे अमेरिका ने भारत से अपनाने को कहा?

TV9 Bharatvarsh | Edited By: अंकित गुप्ता

Updated on: Nov 22, 2022, 5:22 PM IST

पहले चीन से फैले कोरोना ने दुनिाभर की अर्थव्‍यवस्‍था पर बुरा असर डाला. और अब रूस और यूक्रेन की जंग ने. दोनों के कारण दुनियाभर में उत्‍पादों की सप्‍लाई लेन पर बुरा असर पड़ा. ऐसे असर को रोकने के लिए दुनियाभर में अब फ्रेंडशोरिंग को बढ़ावा देने की बात कही जा रही है. हाल में भारत आईं अमेरिका की ट्रेजरी सेक्रेटरी जेनेट येलेन ने भी इसकी वकालत की है. उन्‍होंने भारत से फ्रेंडशोरिंग रणनीति को अपनाने की बात कही. जानिए क्‍या होती है फ्रेंडशोरिंग जिसकी दुनियाभर में चर्चा हो रही है.

Krypt व Novigo ने वैश्विक व्यापार और डिजिटल डिलीवरी श्रृंखला की पेशकश में अपने उद्योग अग्रणी विशेषज्ञताओं को एक संयुक्‍त इकाई ArchLynk के तहत लाने के लिए हाथ मिलाया

बॉस्टन , 8 नवंबर, 2022 /PRNewswire/ -- एसएपी (SAP) ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट व ग्लोबल ट्रेड अपनी वैश्विक विशेषज्ञता के साथ NOVIGO और Krypt एक वैश्विक पावरहाउस ArchLynk बनाने के लिए विलय कर रही हैं, जो ग्राहकों को एंड-टू-एंड एसएपी (SAP) डिजिटल सप्लाई श्रृंखला समाधान प्रदान करेगी।

बॉस्टन स्थित प्राइवेट इक्विटी फर्म BV Investment Partners, विलय का समर्थन कर रही वित्तीय प्रायोजक है। Krypt and Novigo की अद्वितीय विशेषज्ञता को एक साथ लाकर ArchLynk, दुनिया के अग्रणी विशेषज्ञों और दक्षता-ड्राइविंग एआई/एमएल (AI/ML) प्रौद्योगिकी को एक छत के नीचे प्रदान कर वैश्विक व्यापार और सप्लाई चेन कंसल्टिंग उद्योगों में हलचल मचा रही है। ग्राहक अब इन क्षमताओं में विशेषज्ञता तक पहुंच प्राप्त कर सकते हैं।

रणनीति में व्यापक बदलाव के तहत क्रांतिकारी व्यापार मॉडल अपनाएगी आईटीसी

वीडियो कांफ्रेस के जरिए आयोजित कंपनी की वार्षिक आम सभा में पुरी ने शेयरधारकों के नाम अपने संदेश में कहा कि कंपनी प्रतिस्पर्धात्मकता के एक नए प्रतिमान को आकार देने, अभिनव व्यापार मॉडल बनाने और नए अवसरों का दोहन करने के लिए अत्याधुनिक डिजिटल प्रौद्योगिकियों में निवेश करके एक गतिशील 'फ्यूचरटेक' उद्यम के निर्माण की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।

पुरी ने कहा कि अपने नये लक्ष्य के तहत कंपनी "सक्रियता से अस्वभाविक अवसरों की तलाश कर रही है", जबकि उसने अपनी वृद्धि की आकांक्षाओं के असंगत व्यापार वर्गों, जैसे लाइफस्टाइल रिटेलिंग कारोबार, का आकार घटा दिया है और बड़े ब्रांड वाले वृद्धि के मौजूदा मंचों का विस्तार किया जाएगा।

चीन से ‘व्यापार घाटा’ घटाने के लिए नई रणनीति जरूरी

यदि हम भारत-चीन विदेश व्यापार के आंकड़ों को देखें तो पाते हैं कि दोनों देशों के बीच 2001-02 में आपसी व्यापार महज 3 अरब डॉलर था जो वर्ष प्रतिवर्ष छलांगें लगाकर आगे बढ़ता गया। पिछले वित्त वर्ष 2018-19 में भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय व्यापार करीब 88 अरब डॉलर रहा। इसमें भारत से चीन को किया गया निर्यात करीब 18 अरब डॉलर रहा तथा चीन से आयात करीब 70 अरब डॉलर रहा। ऐसे में भारत का विदेश व्यापार घाटा 52 अरब डॉलर रहा।

यह बात महत्वपूर्ण है कि अप्रैल 2018 में वुहान वार्ता में चीन ने भारत के साथ व्यापार असंतुलन को कम करने पर ध्यान देने की बात कही थी। इसके रणनीति व्यापार अलावा वर्ष 2018 की शुरूआत से ही अमरीका-चीन ट्रेड वॉर के कारण कई वस्तुएं, जिनका चीन अमरीका से आयात करता था, उनका आयात अमरीका द्वारा लगाए अधिक शुल्क के कारण चीन ने कम कर दिया है तथा ऐसी वस्तुओं का आयात चीन ने भारत से प्रारम्भ कर दिया है। इस कारण चीन को भारत के निर्यात बढ़ गए और वर्ष 2018-19 में पहली रणनीति व्यापार बार चीन के साथ भारत के व्यापार घाटे में वर्ष 2017-18 की तुलना में करीब 10 अरब डॉलर की कमी आई है। इन्हीं कारणों के चलते वर्ष 2019-20 में भी चीन के साथ भारत के व्यापार घाटे में कमी आने का परिदृश्य दिखाई दे रहा है।

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