शुरुआती के लिए विकल्प ट्रेडिंग

Cryptocurrency बाजार कैसे काम करता हैं

Cryptocurrency बाजार कैसे काम करता हैं
आज से शुरू हुए वित्त वर्ष 2023 में क्रिप्टो में निवेश पर हुई कमाई पर फ्लैट 30 फीसदी का टैक्स चुकाना होगा लेकिन इसे अभी लीगल स्टेटस नहीं मिला है. (Image- Pixabay)

बिटकॉइन क्या है और कैसे काम करता है (Bitcoin Kya Hai)

Bitcoin क्या है?

BITCOIN KYA HAI – आजकल लोग बिटकॉइन के बारे में बहुत सारी बातें करते हैं, बिटकॉइन वास्तव में क्या है, यह कैसे काम करता है, बिटकॉइन कैसे खरीदें और बिटकॉइन किस देश की मुद्रा है?

बिटकॉइन क्या है (BITCOIN KYA HAI IN HINDI)

BITCOIN – एक विकेन्द्रीकृत डिजिटल CURRENCY है जिसे आप बैंक जैसे मध्यस्थ के बिना सीधे ऑनलाइन खरीद, बेच और विनिमय कर सकते हैं। बिटकॉइन के निर्माता, सतोशी नाकामोतो है, बिटकॉइन को मूल रूप से “An Electronic Payment System Based on Cryptographic Evidence Rather than Trust” की आवश्यकता का वर्णन किया था।

BITCOIN KYA HAI IN HINDI – बिटकॉइन विकेंद्रीकृत है, यह किसी भी बैंक या सरकार द्वारा नियंत्रित नहीं है, और क्रिप्टोक्यूरेंसी या बिटकॉइन को वर्ष 2008 में पेश किया गया था। बिटकॉइन इसलिए बनाया गया था ताकि लोग ऑनलाइन या कंप्यूटर नेटवर्किंग के आधार पर भुगतान कर सकें।

बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है, एक वर्चुअल करेंसी है जिसे लोग देख नहीं सकते, छू नहीं सकते हैं. इसे केवल डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है, जिसे कोई भी लोग खरीद सकते हैं और एक दूसरे से भेज सकते हैं।

बिटकॉइन कैसे काम करता है?

बिटकॉइन क्या है और कैसे काम करता है – बिटकॉइन मूल रूप से एक “COMPUTER FILE” है जिसे स्मार्टफोन या कंप्यूटर पर “DIGITAL WALLET APP” में स्टोर किया जाता है। लोग आपके डिजिटल वॉलेट में बिटकॉइन भेज सकते हैं, और आप भी अपनी बिटकॉइन को अन्य लोगों के वॉलेट में भेज सकते हैं। इस लेन-देन को ब्लॉकचेन कहा जाता है और हर एक लेन-देन एक सार्वजनिक सूची में दर्ज किया जाता है।

बिटकॉइन कितने प्रकार के होते हैं?

जानें आखिर बिटकॉइन कितने प्रकार की होते हैं.

बाजार में 18,000 से अधिक प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी उपलब्ध हैं। इन क्रिप्टो सिक्कों का उपयोग निवेश वाहनों, मूल्य के भंडार के रूप में किया जाता है जिन्हें क्रिप्टो एक्सचेंजों पर खरीदा, बेचा या कारोबार किया जा सकता है।

उनमे से कुछ पॉपुलर बिटकॉइन का नाम हैं जैसे १. Bitcoin (BTC), २. Ethereum (ETH), ३. Tether (USDT)

सबसे ज्यादा पॉपुलर क्रिप्टोकोर्रेंसी कौन सी है

इस मार्केट में Bitcoin सबसे ज्यादा पॉपुलर कॉइन है और इसकी कीमत दूसरे कॉइन से ज्यादा है. लेकिन इसके अलावा कई क्रिप्टो हैं जो आजकल बहु पॉपुलर है. उनकी लिस्ट निचे दिया गया है.

  1. Bitcoin (BTC)
  2. Bitcoin Cash
  3. Ethereum (ETH)
  4. Tether (USDT)
  5. Cardano (ADA)
  6. Binance Coin (BNB)
  7. XRP (XRP)
  8. Solana (SOL)
  9. USD Coin (USDC)
  10. Ripple

यह है 10 क्रिप्टो करेंसी, सबसे ज्यादा निवेश किए जाने वाले कॉइन, सबसे ज्यादा पॉपुलर इसलिए है क्योंकि पूरी दुनिया Cryptocurrency बाजार कैसे काम करता हैं के लोग इन कॉइन में इन्वेस्ट करना पसंद करते हैं।

बिटकॉइन की शुरुआती कीमत क्या थी?

Bitcoin की कीमत 50 लाख तक पहुंच गई है, लेकिन इसकी कीमत हमेशा बदलती रहती है।

बिटकॉइन की शुरुआती कीमत लगभग 1 डॉलर या उससे कम थी. बिटकॉइन के बारे में लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं थी और बिटकॉइन पर ज्यादा भरोसा नहीं थी. क्योंकि कई बार कई देशों में सरकार द्वारा बिटकॉइन को रॉक भी लग चुकी थी.

FAQs: बिटकॉइन क्या है और कैसे काम करता है

Bitcoin को लेकर के लोगों को मन में जो सवाल उठता है उसका Answer देने की कोशिश की है.

बिटकॉइन किस देश की करेंसी है?

बिटकॉइन को सबसे पहले जापान के एक व्यक्ति ने बनाया था। लेकिन बिटकॉइन को किसी एक देश की करेंसी नहीं कहा जाता है। क्योंकि यह एक डिजिटल करेंसी है और इसे किसी देश के भी व्यक्ति ऑनलाइन खरीद और बेच सकता है।

Cryptocurrency Kaise Kharide?

Bitcoin खरीदना और भेजना बहुत आसान हो चुकी है, मोबाइल से बिटकॉइन खरीद सकते हैं, उसके लिए Bitcoin Trading App मोबाइल में इंसटाल करना है और अकाउंट बनाना है.

बिटकॉइन किस देश की करेंसी है

बिटकॉइन को किसी एक देश की मुद्रा नहीं कहा जा सकता क्योंकि यह एक डिजिटल मुद्रा है और इसे ऑनलाइन खरीदा या बेचा जा सकता है और इसे कोई भी ऑनलाइन इस्तेमाल कर सकता है। बिटकॉइन के मालिक जापान के सातोशी नाकामोतो हैं। उनका जन्म 5 अप्रैल 1975 को जापान में हुआ था।

बिटकॉइन के नुकसान

बिटकॉइन किसी भी प्राधिकरण द्वारा नियंत्रित नहीं है और इसका उपयोग अवैध चीजें खरीदने के लिए किया जा सकता है। बिटकॉइन उन लोगों के लिए एक अच्छा निवेश है जो फिनटेक पर एक मौका लेना चाहते हैं जिसमें दुनिया को बदलने की क्षमता है और उन लोगों के लिए अच्छा नहीं है जो इसमें अपनी छोटी राशि का निवेश करना चाहते हैं।

बिटकॉइन का भविष्य 2022

क्रिप्टोक्यूरेंसी बाजार का कुल मार्केट कैप $ 2.36 ट्रिलियन है, जिसमें बिटकॉइन का कुल मूल्य $ 900 बिलियन है। 2023-24 बिटकॉइन के लिए बहुत अच्छा साल साबित होना चाहिए। लेकिन 2022 में भारत में क्रिप्टो से जुड़े कुछ नए नियम भी लागू हुए हैं जो कि टैक्स है। क्रिप्टो लेनदेन में क्रिप्टो आयकर 30 प्रतिशत और 1 प्रतिशत टीडीएस का प्रावधान।

Summary: इस पोस्ट में मैं बिटकॉइन के बारे में जानकारी देने की खोशिस की है. क्योंकि आजकल लोग बिटकॉइन के बारे में ज्यादा चर्चा करते हैं. जैसे Bitcoin Kya Hai, वास्तव में बिटकॉइन क्या है? कैसे काम करता है? बिटकोइन को कैसे खरीदे? बिटकॉइन कौन से देश की मुद्रा है? बिटकॉइन कितने प्रकार की होती है?

अगर बिटकॉइन और क्रिप्टोकोर्रेंसी के बारे में कोई सवाल है और जानकारी पाना चाहते हैं तो जरूर कमेंट करें।

Crypto Investing Tips: क्रिप्टो में निवेश से पहले इन पांच बातों का रखें ध्यान, पोर्टफोलियो में कितना हिस्सा रखें इसका, एक्सपर्ट्स ने दी ये सलाह

Crypto Investing Tips: क्रिप्टो में निवेश से पहले कुछ बातों का ख्याल रखना जरूरी है ताकि घाटे को कुछ कम किया जा सके.

Crypto Investing Tips: क्रिप्टो में निवेश से पहले इन पांच बातों का रखें ध्यान, पोर्टफोलियो में कितना हिस्सा रखें इसका, एक्सपर्ट्स ने दी ये सलाह

आज से शुरू हुए वित्त वर्ष 2023 में क्रिप्टो में निवेश पर Cryptocurrency बाजार कैसे काम करता हैं हुई कमाई पर फ्लैट 30 फीसदी का टैक्स चुकाना होगा लेकिन इसे अभी लीगल स्टेटस नहीं मिला है. (Image- Pixabay)

Crypto Investing Tips: भारत में BitCoin जैसी क्रिप्टोकरेंसीज के प्रति निवेशकों का रूझान बढ़ता जा रहा है. हालांकि अब स्थिति थोड़ी बदल चुकी है क्योंकि चालू वित्त वर्ष 2022-23 में अलग तरह की अनिश्चितता शुरू हो सकती है. आज से शुरू हुए वित्त वर्ष 2023 में क्रिप्टो में निवेश पर हुई कमाई पर फ्लैट 30 फीसदी का टैक्स चुकाना होगा लेकिन इसे अभी लीगल स्टेटस नहीं मिला है. इसके अलावा क्रिप्टो के लेन-देन पर 1 फीसदी टीडीएस भी निवेशकों का सेंटिमेंट प्रभावित कर सकता है. इस अनिश्चितता के बीच क्रिप्टो में निवेश से पहले कुछ बातों का ख्याल रखना जरूरी है ताकि घाटे को कुछ कम किया जा सके. एक्सपर्ट्स अपने पोर्टफोलियो में इसे अधिकतम 5 फीसदी तक ही रखने की सलाह दी रहे हैं.

बिना सोचे-समझे निवेश न करें

अगर आप किसी ऐसे एसेट्स में पैसे लगाते हैं जिसके बारे में आपको पर्याप्त जानकारी नहीं है तो भारी नुकसान हो सकता है. अगर आप क्रिप्टो एसेट में पैसे लगाना चाहते हैं तो पहले इसके बारे में पर्याप्त जानकारी हासिल कर लें. अगर आपको लग रहा है कि किसी खास क्रिप्टोकरेंसी में आगे ग्रोथ की बेहतर संभावना है, तभी उसमें पैसे लगाएं. ब्लॉकचेन डेवलपमेंट कंपनी थिंकचेन के फाउंडर और सीईओ दिलीप सेनबर्ग (Dileep Seinberg) के मुताबिक क्रिप्टो प्रोजेक्ट को समझने के लिए इसकी तकनीक और यह कैसे काम करता है, इसे समझना जरूरी है. अगर इसे समझने में दिक्कत आ रही है तो किसी भरोसेमेंद सलाहकार से संपर्क करें.

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अधिक पैसे न लगाएं

किसी क्रिप्टो टोकन के बारे में अच्छे से समझ लिया है तो भी इसमें अधिक पैसे लगाने से बचें. आईआईएफएल ग्रुप के स्ट्रेटजी हेड यश उपाध्याय 30 फीसदी के क्रिप्टो टैक्स और 1 फीसदी टीडीएस के चलते क्रिप्टो एसेट्स का आकर्षण कम हुआ है. इसके अलावा भविष्य में इसे लेकर सरकारी नीतियों की अनिश्चितता बनी हुई है. इसके चलते यश का मानना है कि अभी इसमें अधिक पूंजी लगाने का सही समय नहीं है. इसके अलावा 7प्रॉस्पर फाइनेंशियल प्लानर्स के फाउंडर अनमोल गुप्त के मुताबिक क्रिप्टो में निवेश स्माल-कैप स्टॉक्स से भी अधिक रिस्की है तो ऐसे में वह मौजूदा परिस्थितियों में लांग टर्म इंवेस्टमेंट्स के रूप में क्रिप्टो को 5 फीसदी से अधिक पोर्टफोलियो में शामिल करने की सलाह नहीं देंगे.

लंबे समय के लिए करें निवेश

क्रिप्टो के लेन-देन पर 1 फीसदी के टीडीएस को एक्सपर्ट्स क्रिप्टो इंवेस्टमेंट ट्रेंड के लिए निगेटिव मान रहे हैं. गुप्त के मुताबिक ऐसे में सबसे बेहतर यह होगा कि अच्छे टोकन में पैसे लगाए जाएं और शॉर्ट टर्म की बजाय लांग टर्म के लिए पैसे लगाए जाएं जैसे कि 5-10 साल के लिए.

क्रिप्टो को सुरक्षित स्थान पर करें होल्ड

अगर आप ट्रेडिंग नहीं कर रहे हैं तो अपने क्रिप्टो को सुरक्षित स्थान पर रखना सही है. जैसे कि लांग टर्म में पैसे लगाने पर क्रिप्टो को हार्डवेयर वॉलेट्स में रखें. ब्लॉकचेन आधारित आइडेंटिटी मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म अर्थआईडी (EarthID) के वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) शरत चंद्र के मुताबिक इन्हें रखने के लिए सबसे सुरक्षित ठिकाना सेल्फ-होस्टेड, नॉन-कस्टोडियल वॉलेट्स हैं. चंद्र के मुताबिक डिजिटल एसेट्स की कुंजी अपने पास रखना बेहतर है और इसका बैकअप भी रखें.

टैक्स देनदारी छिपाने की कोशिश न करें

आज नए वित्त वर्ष 2023 में नए टैक्स रूल्स लागू हो गए हैं. क्रिप्टो निवेशकों को ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए जिससे वे कर अधिकारियों के रडार पर आ जाएं. चंद्र के मुताबिक क्रिप्टो निवेशकों को टैक्स छिपाने को लेकर कोई कदम नहीं उठाना चाहिए और ऐसे लोगों से भी दूर रहना चाहिए जो इसकी सलाह देते हैं.

Cryptocurrency से आरबीआई की Digital Currency अलग कैसे? किसमें निवेश फायदेमंद, कौन डुबाएगा लुटिया

Cryptocurrency vs Digital Currency: अगर आप डिजिटल करेंसी को भी क्रिप्टोकरेंसी समझने की भुल करते हैं तो आपको जान लेना चाहिए कि दोनों में क्या अंतर है और डिजिटल करेंसी किन मायनों में क्रिप्टोकरेंसी से अलग है।

Vikash Tiwary

Edited By: Vikash Tiwary @ivikashtiwary
Published on: November 06, 2022 19:38 IST

Cryptocurrency से आरबीआई की Digital Currency अलग कैसे?- India TV Hindi News

Photo:INDIA TV Cryptocurrency से आरबीआई की Digital Currency अलग कैसे?

Cryptocurrency vs Digital Currency: क्रिप्टोकरेंसी और केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) दोनों ने पूरे भारत में लाखों लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। डिजिटल एसेट्स के रूप में सामान्य स्थिति के बावजूद दोनों में काफी अंतर है। पूर्व वित्त सचिव एससी गर्ग का मानना है कि सीबीडीसी डीमैटरियलाइज्ड बैंक नोट की तरह होता है, और उसका क्रिप्टोकरेंसी से कोई लेना-देना नहीं है।

सीबीडीसी डिजिटल कॉइन क्रिप्टो का भविष्य

क्रिप्टोकरेंसी को दुनिया मुद्रा के रूप में स्वीकार नहीं कर सकती है। हालांकि, सीबीडीसी जैसे रेगुलेटेड डिजिटल कॉइन क्रिप्टो का भविष्य हो सकते हैं। मैकिन्से ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में स्टेबल कॉइन के प्रचलन में तेजी से वृद्धि के साथ केंद्रीय बैंकों ने अपनी स्टेबल डिजिटल करेंसी का पता लगाने के प्रयास तेज कर दिए हैं।

आरबीआई द्वारा जारी किया गया डिजिटल टोकन

सीबीडीसी या भारतीय ई-रुपया आरबीआई द्वारा जारी किया गया एक डिजिटल टोकन है और यह देश की फिएट करेंसी से जुड़ा हुआ है। ब्लॉकचैन विशेषज्ञों के एक समूह ब्लॉकचैन काउंसिल का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के विकास ने कैशलेस सोसाइटी और डिजिटल करेंसी में रुचि बढ़ा दी है, जिसके चलते दुनिया भर की सरकारें और केंद्रीय बैंक सरकार समर्थित डिजिटल करेंसी के उपयोग पर विचार कर रहे हैं।

सीबीडीसी के ये हैं बड़े फायदे

सीबीडीसी का प्राथमिक उद्देश्य कंपनियों और उपभोक्ताओं को गोपनीयता, हस्तांतरणीयता, सुगमता और वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। काउंसिल का कहना है, सीबीडीसी एक जटिल वित्तीय प्रणाली के लिए आवश्यक रखरखाव को भी कम करता है, सीमा पार लेनदेन लागत में कटौती करता है और उन लोगों को कम लागत वाले विकल्प देता है जो अब दूसरे धन हस्तांतरण विधियों का उपयोग करते हैं।

क्रिप्टोकरेंसी और डिजिटल करेंसी में ये है अंतर

केंद्रीय बैंकों द्वारा जारी डिजिटल करेंसी अपने मौजूदा स्वरूप में डिजिटल मुद्राओं के उपयोग से जुड़े खतरों को भी कम करती है। दूसरी ओर क्रिप्टोकरेंसी बहुत अस्थिर है, उनका मूल्य हर समय बदलता रहता है। उपयोग के मामलों के संदर्भ में क्रिप्टोकरेंसी को संपत्ति और मुद्रा दोनों के रूप में वगीर्कृत किया जाता है। क्रिप्टोकरेंसी के प्राइस पर अटकलें लगाने के लिए व्यक्ति निवेश बाजारों में हिस्सा ले सकता है। वे खुद को मुद्रास्फीति और आर्थिक अस्थिरता से Cryptocurrency बाजार कैसे काम करता हैं बचाने के लिए बिटकॉइन जैसी विशेष परियोजनाओं का भी उपयोग कर सकते हैं।

बिटकॉइन और एथेरियम का उपयोग कोई भी लेनदेन और भुगतान करने के लिए कर सकता है। काउंसिल के अनुसार, आज पहले से कहीं अधिक व्यापारी और स्टोर क्रिप्टोकरेंसी पेमेंट स्वीकार करते हैं। सीबीडीसी और क्रिप्टोकरेंसी के बीच कई विरोधाभास हैं।

क्या है ज़ीरो ट्रांजैक्शन फीस वाला क्रिप्टो कॉइन, भारत में कहां कर सकते हैं TRON में निवेश?

bitcoin

नई दिल्ली: क्रिप्टो (crypto coin) इकोसिस्टम लगातार बड़ा होता जा रहा है. क्रिप्टोकरेंसी ने निवेशकों को निवेश के लिए बहुत से अलग-अलग विकल्प पेश किए हैं. Bitcoin और Ethereum से लेकर बाजार में असंख्यक क्रिप्टो कॉइन्स और टोकन्स उपलब्ध हैं. इनमें हर कॉइन की कई खूबियां हैं तो कई कमियां भी हैं. TRON ऐसा ही एक अपेक्षयाकृत नया कॉइन है. इसकी सबसे बड़ी खूबी ट्रेडिंग शुरू करने में लगने वाला खर्च कम होना है. इस कॉइन में ट्रेडिंग के लिए निवेशकों को कम खर्च करना पड़ता है. सबसे ज्यादा चर्चा इसकी है कि इसके निवेशकों को ट्रांजैक्शन पर कोई फीस नहीं देनी होती है. क्रिप्टो मार्केट के इनवेस्टर, भागीदार और शौकिया लोग इसकी संभावनाओं को लगातार भुना रहे हैं.

खबर में खास
  • Tron भी ब्लॉकचेन पर आधारित
  • Tron नेटवर्क काम कैसे करता है
  • भारत में कैसे करे TRON में निवेश?
  • Tron नेटवर्क की वेबसाइट के अनुसार
Tron भी ब्लॉकचेन पर आधारित

आंत्रप्रेन्योर जस्टिन सन ने इसे साल 2017 में डेवलप किया था. Tron भी ब्लॉकचेन पर आधारित डिसेंट्रलाइज्ड डिजिटल प्लेटफॉर्म है. इसका नेटिव कॉइन Tronix (TRX) है. 10 जनवरी, 2022 को दोपहर TRON की कीमत 0.68 प्रतिशत की तेजी के साथ 5.41 रुपये चल रही थी.

Tron नेटवर्क काम कैसे करता है

Tron स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स को अलाऊ करता है, जिससे कि डेवलपर्स को ऐसे डिसेंट्रलाइज्ड ऐप्लीकेशंस तैयार करने और इश करने में मदद मिलती है, जिनको किसी भी उद्देश्य के लिए डिजाइन किया जा सके. Tron का सबसे पहला गोल ये है कि नेटवर्क पर कंटेंट बिना किसी रोक के एक्सेस किया जा सके. नेटवर्क पर किसी मिडिलमैन को जगह नहीं है. नेटवर्क का नेटिव कॉइन TRX रखने वाले यूजर्स कंटेंट क्रिएटर्स को इस कॉइन में पैसे चुकाकर उनका कंटेंट एक्सेस कर सकते हैं.

भारत में कैसे करे TRON में निवेश?

भारत में कई बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज पर ये करेंसी मौजूद है. WazirX, Zebpay, CoinSwitch Kuber और CoinDCX पर यह कॉइन खरीदी जा सकती है.

Tron नेटवर्क की वेबसाइट के अनुसार

Tron नेटवर्क की वेबसाइट के अनुसार, इस नेटवर्क के 70.83 मिलियन से ज्यादा अकाउंट हैं. ये करेंसी मार्केट कैप के लिहाज से अब टॉप 20 क्रिप्टोकरेंसीज़ की लिस्ट में शामिल हो चुकी है. इसे सिंगापुर के नॉन प्रॉफिट संगठन Tron Foundation का समर्थन मिला हुआ है.

What is Cryptocurrency? | क्रिप्टो करेंसी क्या होती है और यह कैसे काम करती है, जानिए इससे जुडी सभी अहम जानकारियां

Cryptocurrency: क्रिप्टो करेंसी बिल्कुल भारतीय रुपये और अमेरिकी डॉलर के समान वित्तीय लेन-देन का एक जरिया है। अंतर सिर्फ इतना है कि यह Virtual Currency (आभाषी) है और दिखाई नहीं देती, न ही आप इसे छू सकते हैं। इसलिए इसे डिजिटल करेंसी भी कहते हैं।

Cryptocurrency

Table of Contents

क्या होती है क्रिप्टो करेंसी? (What is Cryptocurrency?)

क्रिप्टो करेंसी (Cryptocurrency) या डिजिटल करेंसी भारतीय रुपये और अमेरिकी डॉलर के समान ही वित्तीय लेन-देन का एक जरिया है। यह एक तरह का Digital Asset होता है जिसका इस्तमाल चीज़ों की खरीदारी या Services के लिए किया जाता है। इसका पूरा कारोबार ऑनलाइन माध्यम से ही होता है।

जहां एक ओर किसी भी देश की करेंसी के लेन-देन के बीच में एक मध्यस्थ होता है, जैसे भारत में केंद्रीय बैंक, लेकिन क्रिप्टो के कारोबार में कोई मध्यस्थ नहीं होता और इसे एक नेटवर्क द्वारा ऑनलाइन संचालित किया जाता है। यही कारण है कि इसे अनियमित बाजार के तौर पर जाना जाता है, जो पल में किसी को अमीर बना देता है और एक झटके में उसे जमीन पर गिरा देता है। लेकिन बावजूद इस उतार चढ़ाव के इसको लेकर लोकप्रियता बढ़ती ही जा रही है।

बिटक्वाइन क्या है? (What is Bitcoin?)

वर्तमान में दुनिया की सबसे ज्यादा मूल्यवान और सबसे अधिक लोकप्रिय क्रिप्टो करेंसी बिटक्वाइन है। इसके बाद दूसरी पसंदीदा क्रिप्टो करेंसी की बात करें तो नाम आता है इथेरियम का। वहीं टॉप 10 डिजिटल मुद्राओं की बात करें तो इनमें पोल्काडॉट, टेथर, लाइटक्वाइन, डॉजक्वाइन समेत अन्य शामिल हैं।

शुरुआत में बिटक्वाइन का ही क्रिप्टो बाजार में दबदबा था लेकिन समय के साथ Cryptocurrency बाजार कैसे काम करता हैं ये बाजार बढ़ता गया और हजारों की संख्या में डिजिटल मुद्राएं चलन में आ गईं। आज क्रिप्टो के कारोबार का दायरा लगभग दुनिया के ज्यादातर देशों में फैल चुका है।

क्रिप्टो करेंसी Cryptocurrency बाजार कैसे काम करता हैं कैसे संचालित की जाती है?

आसान भाषा में समझें तो क्रिप्टो करेंसी एक प्रकार की डिजिटल कैश प्रणाली है, जो एक निजी कंप्यूटर चेन से जुड़ी हुई है और computer algorithm पर बनी है। इस पर किसी भी देश या सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। इसकी लोकप्रियता में इस कदर इजाफा हो रहा है कि कई देश इसे लीगल कर चुके हैं।

ब्लॉकचेन क्या होता है? (What is Blockchain?)

क्रिप्टो करेंसी का लेन-देन करने के लिए जिस प्रणाली का इस्तेमाल किया जाता है उसे ब्लॉकचेन कहते हैं। ये डिजिटल करेंसी इनक्रिप्टेड (कोडेड) होती हैं। इसे एक कंप्यूटर नेटवर्क के जरिए नियंत्रित किया जाता है। इसमें प्रत्येक लेन-देन का डिजिटल हस्ताक्षर द्वारा सत्यापन किया जाता है।

इसका रिकॉर्ड क्रिप्टोग्राफी की मदद से नियंत्रित होता है। Cryptocurrency बाजार कैसे काम करता हैं यह सारा काम कंप्यूटर नेटवर्क के जरिए चलता है। क्रिप्टो करेंसी में कोई लेन-देन होता है तो इसकी जानकारी ब्लॉकचेन में दर्ज की जाती है, यानी उसे एक ब्लॉक में रखा जाता है।

क्रिप्टो करेंसी कैसे खरीदें? (How to buy Cryptocurrency)

क्रिप्टो करेंसी खरीदने के दो जरिए हैं, लेकिन आज सबसे आसान और लोकप्रिय तरीका इन्हें क्रिप्टो एक्सचेंज के जरिए खरीदना है। दुनिया भर में सैकड़ों क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज काम कर रहे हैं। भारत की अगर बात करें तो यहां पर काम कर रहे वजीरएक्स, जेबपे, क्वाइनस्विच कुबेर, क्वाइन डीसीएक्स गो समेत कई एक्सचेंज संचालित है।

इसके अलावा क्वाइनबेस और बिनान्से जैसे अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्म भी मौजूद हैं, जहां से बिटक्वाइन, इथेरियम, टेथर और डॉजक्वाइन समेत दुनिया भर की डिजिटल मुद्राएं खरीदी जा सकती हैं।

क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज

देश में बिटक्वाइन अन्य Cryptocurrency को खरीदना और बेचना काफी आसान है। सबसे खास बात यह है कि खरीदारी के ये सभी क्रिप्टो एक्सचेंज चौबीसों घंटे खुले रहते हैं। इनके जरिए क्रिप्टो करेंसी को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया भी काफी आसान है।

रुपये में क्रिप्टो ट्रेडिंग और निवेश करने के लिए आपको किसी एक एक्सचेंज पर registration करना होता है। इसके लिए एक्सचेंज की साइट पर साइनअप करने के बाद अपनी केवायसी प्रक्रिया को पूरा कर वॉलेट में पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं और फिर इन डिजिटल मुद्राओं की खरीदारी की जा सकती है।

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